बागेश्वर: जिला चिकित्सालय में तैनात प्रभारी चीफ फार्मासिस्ट हरीश ऐठानी ने कोविड काल के दौरान अस्पताल प्रशासन पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है. इसके साथ ही हरीश ऐठानी ने पदभार से मुक्त करने की भी गुहार लगाई है.
बता दें कि मुख्य चिकित्साधीक्षक को दिए पत्र में प्रभारी चीफ फार्मासिस्ट हरीश ऐठानी ने बताया कि वे जिला चिकित्सालय में फार्मासिस्ट हैं, लेकिन एक वर्ष से उन्हें अतिरिक्त प्रभार दिया गया है. वर्तमान में कोविड काल चल रहा है. जिसके चलते चिकित्सालय में ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है, लेकिन इसका अलग से कोई स्टॉक नहीं है. इसके अलावा कई लोग चिकित्सालय में दान कर रहे हैं, उसका भी कोई अलग स्टॉक नहीं है.
पढ़ें:उत्तराखंड में ब्लैक फंगस मरीजों की संख्या हुई 148, इतनों ने तोड़ा दम
हरीश ऐठानी कहा कि कोविड काल में जिला चिकित्साल, ट्रॉमा सेंटर और डिग्री कॉलेज स्थित कोविड सेंटर की अलग-अलग स्टॉक बुक होनी चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है. उन्होंने कहा कि पूर्व में क्रय किए गए सामान के भुगतान हेतु कंपनी की देनदारियां बड़ी हैं तथा उनका भुगतान नहीं हो पा रहा है. बीमारी की स्थिति में भी उनके पास कंपनी के प्रतिनिधि फोन करके भुगतान करने की बात कह रहे हैं, जिससे उनका उत्पीड़न हो रहा है. उन्होंने प्रभारी फार्मेसिस्ट के पदभार से मुक्त करने की मांग की है.