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101 वर्षीय बुजुर्ग मतदाता ने कही बड़ी बात, अपने स्वार्थ के लिए इतिहास से 'खेल' रहे नेता

17 वीं लोकसभा के लिए मतदान के लिए 101 वर्षीय गया प्रसाद पंचभैया खासे उत्साहित है. वे 1952 के लेकर अबतक के स्वतंत्र भारत में हुए हर लोकसभा चुनाव में मतदान करते आ रहे हैं. उनमें आज भी मतदान को लेकर जोश देखते ही बनता है.

101 year old voter in devprayag
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Published : Apr 10, 2019, 8:49 PM IST

टिहरी: सूबे की पांचों लोकसभा सीटों के लिए कल मतदान होना है. ऐसे में देवप्रयाग विधानसभा के अंतर्गत 101 साल के जिले के सबसे बुजुर्ग मतदाता गया प्रसाद पंचभैया भी मतदान के लिए खासे उत्साहित हैं. उनका कहना है कि वे कल वोट देने जरूर जाएंगे और लोगों को भी वोट डालने के लिए कहेंगे.

17 वीं लोकसभा के लिए मतदान के लिए 101 वर्षीय गया प्रसाद पंचभैया खासे उत्साहित है. वे 1952 के लेकर अबतक के स्वतंत्र भारत में हुए हर लोकसभा चुनाव में मतदान करते आ रहे हैं. उनमें आज भी मतदान को लेकर जोश देखते ही बनता है. गया प्रसाद नगर पालिका देवप्रयाग के पूर्व अध्यक्ष भी रह चुके हैं.

आजादी के बाद से हर चुनाव में वोट करते आ रहे हैं 101 वर्षीय गया प्रसाद.

पढ़ें- BJP विधायक को गैंस एजेंसी का उद्घाटन करना पड़ा भारी, आचार संहिता उल्लंघन पर FIR दर्ज

ईटीवी भारत से बातचीत में 101 साल के गया प्रसाद पंचभैया ने बताया कि पहले के चुनावों और अबके चुनावों में काफी अंतर है. नेता अपने स्वार्थ के लिए नई पीढ़ी के सामने इतिहास को तोड़-मरोड़कर पेशकर रहे हैं. जो देश के लिए बहुत बड़ा खतरा है. जिले के सबसे बुजुर्ग मतदाता गया प्रसाद पंचभैया का कहना है कि पहले के चुनाव में अधिकतर पुरुष ही मतदान करने के लिए जाते थे. वहीं, महिलाएं घरेलू कामकाज की वजह से मतदान करने नहीं जा पाती थी. लेकिन अब मतदान के प्रति लोगों में जागरुकता आयी है. उन्होंने बताया है कि सीमित प्रचार माध्यमों के चलते पहले नेताओं की जनसभाओं में खूब भीड़ जुटती थी. पोस्टर-बैनर का प्रचलन कम था. जबकि, कार्यकर्ता वॉल पेंटिग किया करते थे. जो अब कम ही दिखाई देती है.

पढ़ें- इस वजह से नैनीताल लोकसभा सीट पर मतदान नहीं कर पाएंगे हरीश रावत और अजय भट्ट

पुराने दौर को याद करते हुए 101 वर्षीय गया प्रसाद पंचभैया कहते है कि आज के नेता अपने स्वार्थ के लिए नई पीढ़ी के सामने इतिहास को तोड़-मरोड़कर पेश करत है. जो देश के लिए एक बड़ा खतरा है. उन्होंने बताया कि पहले जमाने में पार्टी को प्रत्याशी ढूंढने से भी नहीं मिलते थे. लेकिन आज चुनाव लड़ने और पार्टी टिकट से लिए मारा-मारी मची रहती है.

वहीं, गया प्रसाद पंचभैया से जब जिला निर्वाचन द्वारा बुजुर्ग मतदाताओं को पोलिंग बूथ तक ले जाने की व्यवस्था के बारे में से पूछा गया तो, उन्होंने बताया कि किसी ने उनसे कोई संपर्क नहीं किया है. उन्होंने कहा कि वे स्वयं 300 मीटर दूर देवप्रयाग तहसील स्थित मतदान केंद्र पर जाकर अपना वोट डालेंगे और लोगों से भी मतदान की अपील करेंगे.

टिहरी: सूबे की पांचों लोकसभा सीटों के लिए कल मतदान होना है. ऐसे में देवप्रयाग विधानसभा के अंतर्गत 101 साल के जिले के सबसे बुजुर्ग मतदाता गया प्रसाद पंचभैया भी मतदान के लिए खासे उत्साहित हैं. उनका कहना है कि वे कल वोट देने जरूर जाएंगे और लोगों को भी वोट डालने के लिए कहेंगे.

17 वीं लोकसभा के लिए मतदान के लिए 101 वर्षीय गया प्रसाद पंचभैया खासे उत्साहित है. वे 1952 के लेकर अबतक के स्वतंत्र भारत में हुए हर लोकसभा चुनाव में मतदान करते आ रहे हैं. उनमें आज भी मतदान को लेकर जोश देखते ही बनता है. गया प्रसाद नगर पालिका देवप्रयाग के पूर्व अध्यक्ष भी रह चुके हैं.

आजादी के बाद से हर चुनाव में वोट करते आ रहे हैं 101 वर्षीय गया प्रसाद.

पढ़ें- BJP विधायक को गैंस एजेंसी का उद्घाटन करना पड़ा भारी, आचार संहिता उल्लंघन पर FIR दर्ज

ईटीवी भारत से बातचीत में 101 साल के गया प्रसाद पंचभैया ने बताया कि पहले के चुनावों और अबके चुनावों में काफी अंतर है. नेता अपने स्वार्थ के लिए नई पीढ़ी के सामने इतिहास को तोड़-मरोड़कर पेशकर रहे हैं. जो देश के लिए बहुत बड़ा खतरा है. जिले के सबसे बुजुर्ग मतदाता गया प्रसाद पंचभैया का कहना है कि पहले के चुनाव में अधिकतर पुरुष ही मतदान करने के लिए जाते थे. वहीं, महिलाएं घरेलू कामकाज की वजह से मतदान करने नहीं जा पाती थी. लेकिन अब मतदान के प्रति लोगों में जागरुकता आयी है. उन्होंने बताया है कि सीमित प्रचार माध्यमों के चलते पहले नेताओं की जनसभाओं में खूब भीड़ जुटती थी. पोस्टर-बैनर का प्रचलन कम था. जबकि, कार्यकर्ता वॉल पेंटिग किया करते थे. जो अब कम ही दिखाई देती है.

पढ़ें- इस वजह से नैनीताल लोकसभा सीट पर मतदान नहीं कर पाएंगे हरीश रावत और अजय भट्ट

पुराने दौर को याद करते हुए 101 वर्षीय गया प्रसाद पंचभैया कहते है कि आज के नेता अपने स्वार्थ के लिए नई पीढ़ी के सामने इतिहास को तोड़-मरोड़कर पेश करत है. जो देश के लिए एक बड़ा खतरा है. उन्होंने बताया कि पहले जमाने में पार्टी को प्रत्याशी ढूंढने से भी नहीं मिलते थे. लेकिन आज चुनाव लड़ने और पार्टी टिकट से लिए मारा-मारी मची रहती है.

वहीं, गया प्रसाद पंचभैया से जब जिला निर्वाचन द्वारा बुजुर्ग मतदाताओं को पोलिंग बूथ तक ले जाने की व्यवस्था के बारे में से पूछा गया तो, उन्होंने बताया कि किसी ने उनसे कोई संपर्क नहीं किया है. उन्होंने कहा कि वे स्वयं 300 मीटर दूर देवप्रयाग तहसील स्थित मतदान केंद्र पर जाकर अपना वोट डालेंगे और लोगों से भी मतदान की अपील करेंगे.

Intro:101 साल के बुजुर्ग मतदाता गया प्रसाद पंच भैया ने बताया पुराने चुनाव और नए चुनाव में अंतर कहां मैं कल स्वयं जाऊंगा मतदान स्थल पर वोट डालने और लोगों को भी बोट डालने के लिए करूँगा प्रेरित

ओर कह नई पीढ़ी के सामने इतिहास को अपने स्वार्थ के लिए तोड़ मरोड़ कर पेश करने वाले नेताओं को वहां देश के लिए खतरा बताते हैं


Body: टिहरी गढ़वाल के देवप्रयाग बिधान सभा के नगर पालिका देवप्रयाग के पूर्व अध्यक्ष गया प्रसाद पंच भैया लोकसभा चुनाव में 101 वर्ष के सबसे बुजुर्ग मतदाता है यह अपना मतदान कल खुद मतदान केंद्र पर जाकर करेंगे और लोगों को भी मतदान करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं 101 वर्षीय गया प्रसाद पंच भैया 1952 के लेकर अब तक के स्वतंत्र भारत में हुए हर लोकसभा चुनाव में मतदान करते आ रहे हैं और उनमें आज भी मतदान करने का उत्साह ओर जोश दिख रहा है और कहा कि पुराने चुनाव और नए चुनाव में बहुत अंतर आया गया है


Conclusion: पहले के चुनाव मैं पुरूष ही अधिकतर चुनाव में मतदान करने जाते थे महिलाएं अपने कामकाज की वजह से मतदान करने नहीं जा पाती थी और अब निर्वाचन आयोग की जन जागरूकता का असर हर गली गली गांव गांव में देखने को मिल रहा है और महिलाएं भी अब मतदान करने के लिए जागरूक हो चुकी हैं साथी पुराने दौर में हर पार्टी के नेताओं के भाषण सुनने के लिए जनसभा में खूब भीड़ जुट जाती थी और प्रत्याशी का प्रचार प्रसार भी खूब होता था आज बहुत कम ही प्रत्याशियों के पोस्टर बैनर क्षेत्र में दिखने को मिलते हैं और दीवारों पर पेंटिंग के द्वारा प्रचार प्रसार की जाती थी वह भी अब नहीं दिखाई देती है
अब दायर दराज के गाव में बहुत कम मतदाता है जिनको पूरे प्रत्याशी के बारे में जानकारी हो, ऐसे में मतदान केंद्र पर जाकर पता चलता है कि कौन-कौन से प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं प्रत्याशियों के समर्थकों के बारे में बताते हुए कहते हैं कि आज के समर्थक अपने प्रत्याशी के विरोध में कुछ नहीं सुनना चाहते हैं नई पीढ़ी के सामने इतिहास को अपने स्वार्थ के लिए तोड़ मरोड़ कर पेश करने वाले नेताओं को वहां देश के लिए खतरा बताते हैं, पहले टिकट के लिए प्रत्याशी ढूंढे नहीं मिलते थे लेकिन आज टिकट को लेकर पार्टियां मारा मारी करने में मची है ,गया प्रसाद पंत भैया ने कहा कि उन्हें मतदान केंद्र तक ले जाने की व्यवस्था के बारे में किसी ने उनसे संपर्क नहीं किया और कहा कि मैं बिना किसी सहारे के 300 मीटर दूर देवप्रयाग तहसील में स्थित मतदान केंद्र पर जाकर अपना वोट डालूंगा और लोगों को भी प्रेरित करूँगा

बाइट पूर्व अध्यक्ष गया प्रसाद पंच भैया

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