नैनीताल: बाबा नीम करौली महाराज के भक्तों में एक और बड़ा नाम जुड़ गया है. भारतीय मुक्केबाज लवलीना बोरगोहे आज नैनीताल स्थित बाबा नीम करौली महाराज के दर्शन के लिए पहुंची. लवलीना ने यहां करीब 2 घंटे तक बाबा नीम करौली महाराज के दर्शन किये. इस दौरान लवलीना बोरगोहे ने यहां ध्यान भी लगाया.
टोक्यो ओलंपिक में भारत को कांस्य पदक दिलाने वाली भारतीय मुक्केबाज लवलीना बोरगोहे नैनीताल पहुंची हैं. नैनीताल पहुंचने के बाद लवलीना ने विश्व प्रसिद्ध बाबा नीम करौली महाराज के दर्शन किए. लवलीना ने कहा वर्ल्ड चैम्पियनशिप खेलने से पहले उन्होंने बाबा नीम करौली का स्मरण कर प्रतिभाग किया. तब उन्होंने यहां आने का संकल्प लिया था. बाबा के आशीर्वाद से ही उन्हें कांस्य पदक हासिल हुआ. अब बाबा के दर्शन व उनकी शक्ति से वह स्वर्ण का लक्ष्य लेकर मेहनत करेंगी.
नैनीताल के निजी होटल में हुई बातचीत में लवलीना बोरगोहे ने कहा नैनीताल उन्हें बहुत अच्छा लगा. उन्होंने कहा मैंने इतनी सुंदर जगह नहीं देखी. उन्होंने कहा ओलंपिक में स्वर्ण के लिए बहुत चुनौतियां हैं. बाक्सिंग में अंत तक ये नहीं बता सकते मै जीतूंगी, एक पंच में नॉक आउट भी हो सकता है, लेकिन उन्हें विश्वास है कि भविष्य बाबा का आशीर्वाद उन्हें सफलता दिलाएगा. अभी उनका लक्ष्य एशियन गेम्स में ओलंपिक क्वालीफाई करना है.
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69 किग्रा भार वर्ग में खेलने वाली लवलीना बोरगोहे असम की ऐसी पहली महिला हैं जिन्होंने ओलंपिक में क्वालीफाई किया व देश के लिए पदक जीता. 2020 में अर्जुन अवॉर्ड प्राप्त करने वाली वह छठी महिला हैं.इससे पहले भी बाबा का नाम लेकर अपनी खराब परफॉर्मेंस के बाद जलवा बिखेरना वाले भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली भी कैंची धाम में मत्था टेकने पत्नी अनुष्का के साथ पहुंचे थे.लवलीना ने भारत के लिए 2018 में विश्व महिला मुक्केबाज़ी चैंपियनशिप और 2019 में कांस्य पदक जीता था. लवलीना बोरगोहे ने दिल्ली में हुए प्रथम भारतीय ओपन अंतराष्ट्रीय मुक्केबाज़ी प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीता. टोक्यो ओलंपिक 2020-21 में लवलीना बोरगोहे ने भारत के लिए खेलते हुए कांस्य पदक जीता था. ओलंपिक पदक जीतने वाली वह तीसरी भारतीय मुक्केबाज और दूसरी भारतीय महिला खिलाड़ी हैं.