उत्तरकाशी(उत्तराखंड): सिलक्यारा टनल में फंसे 40 मजदूरों को बाहर निकालने के लिए नई ऑगर मशीन से ड्रिलिंग का काम शुरू हो गया है. गुरूवार शाम तक 9 मीटर ड्रिलिंग कर करीब 2 पाइप अंदर डाले जा चुके हैं. यह मशीन एक घंटे मे 5 से 6 मीटर तक ड्रिलिंग कर रही है. पाइप वेल्डिंग और एलाइनमेंट सही करने में करीब एक से दो घंटे का समय लग रहा है. जिससे अंदर फंसे मजदूरों को बाहर निकालने में एक से दो दिन का समय और लग सकता है.
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#WATCH | Uttarkashi Tunnel Accident: DM Abhishek Ruhela says, "I don't think it's possible to calculate the exact distance as of now...We have put the second pipe inside, and there has been no difficulty yet. We are hopeful to reach the workers soon...We are trying that the… pic.twitter.com/B413SOJeJO
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) November 16, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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गुरूवार को सिलक्यारा सुरंग हादसे को पांच दिन का समय पूरा हो चुका है. बीते मंगलवार को सुरंग के अंदर फंसे 40 मजदूरों को बचाने के लिए देहरादून से ऑगर मशीन मंगवाई गई, लेकिन उसकी क्षमता कम होने पर मशीन को मंगलवार देर रात हटा दिया गया था. जिसके बाद दिल्ली से 25 टन वजनी एक नई अत्याधुनिक ऑगर मशीन मंगवाई गई.
जिसकी खेप बुधवार को सेना के तीन हरक्यूलिस विमानों से चिन्यालीसौड़ हवाई अड्डे पर उतारी गई. बुधवार दिन से देर रात तक यह मशीन ट्रकों के माध्यम से सिलक्यारा टनल साईट तक पहुंचाई गई. जिसके बाद देर रात से ही इस मशीन को स्थापित करने का काम शुरू किया गया, जो गुरूवार को सुबह तक चला.
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#WATCH | Uttarkashi Tunnel Accident: NHIDCL Tunnel Project Director Anshu Manish Khulko says, "We are dead sure because of the best technology, best technicians and best experts and we have taken the advice from outside. Administration is with us so I don't think there will be a… pic.twitter.com/V2WfL2owoR
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इसके बाद गुरूवार सुबह ड्रिलिंग शुरू की गई. जिससे दोपहर तक 6 मीटर लंबाई का पहला एमएस पाइप मलबे के अंदर डाला गया. शाम तक एक और पाइप तीन मीटर तक अंदर डाला गया. जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया गुरूवार शाम तक करीब 9 मीटर पाइप अंदर डाला गया है, लेकिन इन पाइपों को आपस में वेल्डिंग करने में एक से दो घंटे का समय लग रहा है.
पढे़ं- उत्तरकाशी टनल हादसा: 100 घंटे से ज्यादा समय से फंसे हैं 40 मजदूर, आज रेस्क्यू पूरा होने की उम्मीद
शुरूआत में पाइपों का एलाइनमेंट सही रखने की भी चुनौती बनी हुई है. अभी तक डेढ़ घंटे में मात्र 3 मीटर तक ही पाइप मलबे में डाल जा रहा है। बता दें बीते रविवार को हुए भूस्खलन से सिलक्यारा सुरंग में 70 मीटर तक मलबा फैला हुआ है. जिस गति से नई मशीन ड्रिलिंग कर रही है, उसे देखकर यही लगता है कि अंदर फंसे मजदूरों को बाहर निकालने में एक से दो दिन का समय और लग सकता है.