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उत्तरकाशी टनल हादसे का 8वां दिन, नितिन गडकरी बोले - फंसे लोगों तक 2 से 3 दिन में पहुंच सकते हैं

Union Minister Nitin Gadkari Visit Uttarkashi Tunnel Collapsed Site उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले सिलक्यारा टनल हादसे का आज 8वां दिन है. अभी भी 41 लोगों की जान टनल में कैद है. जिन्हें सकुशल बाहर निकालने का काम जारी है. इसी बीच केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी घटनास्थल पर पहुंचे. जहां उन्होंने स्थलीय निरीक्षण किया.

Union Minister Nitin Gadkari Visit Uttarkashi Tunnel Collapsed Site
सिलक्यारा पहुंचे नितिन गडकरी
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Nov 19, 2023, 12:23 PM IST

Updated : Nov 19, 2023, 5:44 PM IST

उत्तरकाशी (उत्तराखंड): केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी उत्तरकाशी पहुंच गए हैं. जहां उन्होंने सिलक्यारा सुरंग में चल रहे राहत एवं बचाव कार्य का स्थलीय निरीक्षण किया. साथ ही पूरे मामले की समीक्षा किया. उनके साथ मुख्य सचिव एसएस संधू भी मौजूद रहे.

  • सिलक्यारा टनल के अंदर फंसे मजदूरों की जान बचाकर उन्हें बाहर निकालना यह हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। pic.twitter.com/CyQNAiiYGp

    — Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) November 19, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

गौर हो कि बीती 12 नवंबर की सुबह से उत्तरकाशी के निर्माणाधीन सिलक्यारा टनल में 41 मजदूरों की जिंदगी कैद है. ऐसे में उन्हें सकुशल बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है. आज हादसे का आठवां दिन है. वहीं, सिलक्यारा सुरंग हादसे को देखते हुए चिन्यालीसौड़ हवाई अड्डे में सेना की कंपनी तैनात करने की तैयारी की जा रही है. इसकी जानकारी सिलक्यारा सुरंग हादसे में राहत एवं बचाव कार्य की कमान संभाल रहे कर्नल दीपक पाटिल ने दी है.

  • #WATCH | Uttarkashi, Uttarakhand tunnel rescue | Disaster Management Secretary Ranjit Sinha says, "We are inserting a 900mm diameter pipe with the help of the Auger machine. We have reached 22 meters and we are going ahead rapidly. There is a lifeline pipe for sending food and… pic.twitter.com/ioSWaCrM9G

    — ANI (@ANI) November 19, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

क्या बोले नितिन गडकरी? केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि पहली प्राथमिकता अंदर फंसे लोगों को निकालने का है. मामले में 6 विकल्पों पर काम किया जा रहा है. उन्होंने इसे आपदा बताया. उन्होंने कहा कि यह हिमालयी का टेरेन है., जो नाजुक है. इस तरह के टनल का निर्माण कई हिमालयी राज्यों में कर चुके हैं. अगर ऑर्गर मशीन चली तो दो से ढाई दिन में टनल में फंसे लोगों तक पहुंच सकते हैं. अब ऊपर से ड्रिलिंग भी की जा रही है. सभी एक्सपर्टों से सलाह ली जा रही है.

Union Minister Nitin Gadkari Visit Uttarkashi Tunnel Collapsed Site
सिलक्यारा सुरंग के ऊपर से ड्रिलिंग के लिए अस्थायी मार्ग तैयार

वहीं, सिलक्यारा सुरंग के ऊपर से ड्रिलिंग के लिए अस्थायी मार्ग तैयार कर लिया गया है. जिसके बाद ऊपर एक पोकलैंड मशीन पहुंची हुई है. इससे सुरंग में फंसे मजदूरों को बचाने के लिए सुरंग के ऊपर और दायीं ओर से ड्रिलिंग किया जाएगा. बीती शनिवार को भारत सरकार के सलाहकार भास्कर खुल्बे और पीएमओ में तैनात मंगेश घिल्डियाल, डीएम अभिषेक रुहेला ने इसका जायजा लिया था.

  • #WATCH | Dehradun: On Uttarkashi tunnel rescue, Uttarakhand CM Pushkar Singh Dhami says, "We are working on all the possibilities available. All types of expert teams are working here... Under the monitoring of PM Modi, we are continuously working. Saving everyone's life is our… pic.twitter.com/Rn5MnqO7Jx

    — ANI (@ANI) November 19, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

सिलक्यारा में उपलब्ध कराई जाएगी नेटवर्क सेवाः सिलक्यारा में नेटवर्क की समस्या पर आपदा प्रबंधन विभाग ने बीएसएनएल समेत एक निजी क्षेत्र की कंपनी की स्मॉल सेल नेटवर्क इंटरनेट स्थापित करने के लिए पत्राचार किया है. जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया कि सिलक्यारा में एक निजी कंपनी स्मॉल सेल नेटवर्क के लिए टावर लगाएगी. जबकि, बीएसएनएल की ओर से भी बीटीएस माइक्रो टावर लगाए जाएंगे.
ये भी पढ़ेंः उत्तरकाशी टनल हादसा: टनल में फंसे मजदूर सोने, खाने और शौच के लिए अपना रहे ये विकल्प, अब इस वजह से हो रही परेशानी

हम ऑगर मशीन की मदद से 900 मिमी व्यास का पाइप डाल रहे हैं. अभी 22 मीटर तक पहुंच गए हैं और तेजी से आगे बढ़ रहे हैं. भोजन और अन्य आवश्यक सामान भेजने के लिए एक जीवन रेखा पाइप है, उसके ऊपर एक और पाइप डाल रहे हैं. क्योंकि, वहां मलबा कम था. वहां हम 42 मीटर तक गए हैं और कुछ मीटर ही बचे हैं. जब वो तैयार हो जाएगा तो हमारे पास लाइफ सपोर्ट के लिए एक और पाइप होगा. -रंजीत सिन्हा, सचिव, आपदा प्रबंधन, उत्तराखंड

उत्तरकाशी (उत्तराखंड): केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी उत्तरकाशी पहुंच गए हैं. जहां उन्होंने सिलक्यारा सुरंग में चल रहे राहत एवं बचाव कार्य का स्थलीय निरीक्षण किया. साथ ही पूरे मामले की समीक्षा किया. उनके साथ मुख्य सचिव एसएस संधू भी मौजूद रहे.

  • सिलक्यारा टनल के अंदर फंसे मजदूरों की जान बचाकर उन्हें बाहर निकालना यह हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। pic.twitter.com/CyQNAiiYGp

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गौर हो कि बीती 12 नवंबर की सुबह से उत्तरकाशी के निर्माणाधीन सिलक्यारा टनल में 41 मजदूरों की जिंदगी कैद है. ऐसे में उन्हें सकुशल बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है. आज हादसे का आठवां दिन है. वहीं, सिलक्यारा सुरंग हादसे को देखते हुए चिन्यालीसौड़ हवाई अड्डे में सेना की कंपनी तैनात करने की तैयारी की जा रही है. इसकी जानकारी सिलक्यारा सुरंग हादसे में राहत एवं बचाव कार्य की कमान संभाल रहे कर्नल दीपक पाटिल ने दी है.

  • #WATCH | Uttarkashi, Uttarakhand tunnel rescue | Disaster Management Secretary Ranjit Sinha says, "We are inserting a 900mm diameter pipe with the help of the Auger machine. We have reached 22 meters and we are going ahead rapidly. There is a lifeline pipe for sending food and… pic.twitter.com/ioSWaCrM9G

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क्या बोले नितिन गडकरी? केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि पहली प्राथमिकता अंदर फंसे लोगों को निकालने का है. मामले में 6 विकल्पों पर काम किया जा रहा है. उन्होंने इसे आपदा बताया. उन्होंने कहा कि यह हिमालयी का टेरेन है., जो नाजुक है. इस तरह के टनल का निर्माण कई हिमालयी राज्यों में कर चुके हैं. अगर ऑर्गर मशीन चली तो दो से ढाई दिन में टनल में फंसे लोगों तक पहुंच सकते हैं. अब ऊपर से ड्रिलिंग भी की जा रही है. सभी एक्सपर्टों से सलाह ली जा रही है.

Union Minister Nitin Gadkari Visit Uttarkashi Tunnel Collapsed Site
सिलक्यारा सुरंग के ऊपर से ड्रिलिंग के लिए अस्थायी मार्ग तैयार

वहीं, सिलक्यारा सुरंग के ऊपर से ड्रिलिंग के लिए अस्थायी मार्ग तैयार कर लिया गया है. जिसके बाद ऊपर एक पोकलैंड मशीन पहुंची हुई है. इससे सुरंग में फंसे मजदूरों को बचाने के लिए सुरंग के ऊपर और दायीं ओर से ड्रिलिंग किया जाएगा. बीती शनिवार को भारत सरकार के सलाहकार भास्कर खुल्बे और पीएमओ में तैनात मंगेश घिल्डियाल, डीएम अभिषेक रुहेला ने इसका जायजा लिया था.

  • #WATCH | Dehradun: On Uttarkashi tunnel rescue, Uttarakhand CM Pushkar Singh Dhami says, "We are working on all the possibilities available. All types of expert teams are working here... Under the monitoring of PM Modi, we are continuously working. Saving everyone's life is our… pic.twitter.com/Rn5MnqO7Jx

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सिलक्यारा में उपलब्ध कराई जाएगी नेटवर्क सेवाः सिलक्यारा में नेटवर्क की समस्या पर आपदा प्रबंधन विभाग ने बीएसएनएल समेत एक निजी क्षेत्र की कंपनी की स्मॉल सेल नेटवर्क इंटरनेट स्थापित करने के लिए पत्राचार किया है. जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया कि सिलक्यारा में एक निजी कंपनी स्मॉल सेल नेटवर्क के लिए टावर लगाएगी. जबकि, बीएसएनएल की ओर से भी बीटीएस माइक्रो टावर लगाए जाएंगे.
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हम ऑगर मशीन की मदद से 900 मिमी व्यास का पाइप डाल रहे हैं. अभी 22 मीटर तक पहुंच गए हैं और तेजी से आगे बढ़ रहे हैं. भोजन और अन्य आवश्यक सामान भेजने के लिए एक जीवन रेखा पाइप है, उसके ऊपर एक और पाइप डाल रहे हैं. क्योंकि, वहां मलबा कम था. वहां हम 42 मीटर तक गए हैं और कुछ मीटर ही बचे हैं. जब वो तैयार हो जाएगा तो हमारे पास लाइफ सपोर्ट के लिए एक और पाइप होगा. -रंजीत सिन्हा, सचिव, आपदा प्रबंधन, उत्तराखंड

Last Updated : Nov 19, 2023, 5:44 PM IST
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