हैदराबाद : केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने रविवार को कहा कि पोषक तत्वों से भरपूर खाद्यान सुनिश्चित करने (Ensuring Nutrient Rich Foods) के अपने प्रयास के तहत केंद्र सरकार देश भर में उचित दर की दुकानों के माध्यम से फोर्टफाइड (सूक्ष्म पोषक तत्वों से लैस) चावल का वितरण (distribution of fortified rice) करेगी. मंत्री ने कहा कि फोर्टिफाइड चावल पहले से ही समेकित बाल विकास सेवाओं एवं मध्याह्न भोजन योजना के माध्यम से वितरित किया जा रहा है और ऐसा चावल अब सभी राशन दुकानों पर उपलब्ध कराया जाएगा.
उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा कि 2023 तक हम सभी राज्यों में उचित दर की दुकानों के माध्यम से फोर्टिफाइड चावल की आपूर्ति करने जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि न केवल राशन की दुकानों पर बल्कि भविष्य में बाजार के माध्यम से लोगों को फोर्टिफाइड चावल उपलब्ध (Fortified rice to be available through the market) कराया जाएगा. केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री चौबे ने यह भी कहा कि उन्होंने शनिवार को यहां एक समीक्षा बैठक की जहां तेलंगाना से नागरिक आपूर्ति, पर्यावरण विभागों तथा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों ने हिस्सा लिया लेकिन राज्य से कोई भी मंत्री बैठक में नहीं पहुंचे.
उन्होंने कहा कि बतौर केंद्रीय मंत्री मैंने अपनी बैठक का कार्यक्रम यहां भी भेजा था, लेकिन दोनों ही विभागों के मंत्री, जिन्हें निर्धारित प्रोटोकॉल के तहत बैठक में भाग लेना था, नहीं आए. तेलंगाना सरकार को यह देखना होगा कि प्रोटोकॉल का पालन हो. चौबे ने कहा कि केंद्र सरकार तेलंगाना के लोगों के कल्याण के लिए इच्छुक है. सत्तारूढ टीआरएस एवं विपक्षी भाजपा के बीच वाकयुद्ध के बीच तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव पांच फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हैदराबाद यात्रा से दूर रहे थे.
केसीआर नाम से चर्चित राव ने कहा कि उनकी तबीयत ठीक नहीं थी इसलिए वह नहीं गये. मुख्यमंत्री की गैर हाजिरी भाजपा को नागवार गुजरी थी और उसने कहा कि केसीआर प्रोटोकॉल का पालन करने में विफल रहे. भाजपा ने इसे प्रधानमंत्री का अपमान बताया था. पिछले कुछ समय से भाजपा और टीआरएस वाकयुद्ध में उलझी हुई हैं. क्षेत्रीय दल का आरोप है कि केंद्र तेलंगाना से चावल नहीं खरीदता है, जबकि भाजपा ने इस आरोप को बकवास बताया है.
(पीटीआई-भाषा)