ETV Bharat / bharat

कानपुर हिंसा : संवेदनशील इलाकों में पुलिस का सख्त पहरा, 40 संदिग्धों का पोस्टर जारी

कानपुर नगर के यतीमखाने में हुई हिंसा के बाद पुलिस अलर्ट हो गई है. पुलिस अराजक तत्वों पर रखने के लिए संवेदनशील इलाकों ड्रोन कैमरे से नजर रख रही है.

etv bharat
कानपुर हिंसा
author img

By

Published : Jun 6, 2022, 4:25 PM IST

Updated : Jun 6, 2022, 5:07 PM IST

कानपुर : यतीमखाने में दो समुदायों के बीच हुई हिंसा के बाद पुलिस अलर्ट हो गई है. पुलिस अराजक तत्वों पर रखने एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए संवेदनशील इलाकों के चप्पे-चप्पे पर ड्रोन से नजर रख रही है. हिंसा के आस-पास वाले इलाके में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात है. पत्थरबाजी और फायरिंग के बवाल में संलिप्त संदिग्धों की पहचान के लिए पुलिस ने 40 लोगों का फोटो जारी किया है. पुलिस ने एक मोबाइल नंबर (9454403715) भी जारी किया है. पुलिस ने कहा है कि संदिग्धों के बारे में सूचना देने वालों की पहचान गुप्त रखी जाएगी.

कानपुर नगर के यतीमखाने इलाके में 3 जून को हुई हिंसा के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. पुलिस ने हिंसा का षड्यंत्र रचने वाले मुख्य आरोपी जफर हाशमी व उसके 3 साथियों समेत 40 लोगों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है. इसके अलावा दंगा भड़काने में संलिप्त 1000 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. गिरफ्तार किए गए आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी.

हिंसा के आस-पास वाले इलाके में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात है.

बता दें कि बीते दिन पुलिस कमिश्नर विजय सिंह मीणा समेत अन्य आला अधिकारियों ने संवेदनशील इलाकों में पैदल मार्च किया था. पैदल मार्च के दौरान अधिकारियों ने इलाके में अमन-चैन कायम करने के लिए लोगों से अपील की थी.


पुलिस ने जारी किया हिंसा में संलिप्त संदिग्ध व्यक्तियों का फोटो :
पत्थरबाजी और फायरिंग के बवाल में संलिप्त संदिग्धों की पहचान के लिए पुलिस ने 40 लोगों का फोटो जारी किया है. पुलिस ने आरोपियों को पकड़वाने के लिए आम जन से अपील की है.

etv bharat
हिंसा के बाद पुलिस अलर्ट हो गई है.

इसे पढ़ें- कानपुर हिंसा कांड में पीएफआई कनेक्शन आया सामने, अब एटीएस करेगी जांच

ये है मामला :
बीते 3 जून को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद कानपुर देहात जिले में अपने पैतृक गांव परौख पहुंचे थे. परौख जाने से पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का स्वागत करने के लिए पीएम मोदी, सीएम योगी और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल उनका स्वागत करने कानपुर आए थे. राष्ट्रपति की कानपुर में मौजूदगी के समय ही यतीमखाने इलाके में दो समुदायों के बीच हिंसा हुई थी. घटना के बाद सीएम योगी ने नाराजगी जताते हुए आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे.

इसे पढ़ें- कानपुर हिंसा: मास्टरमाइंड हयात जफर के 141 वाट्सएप ग्रुुप में चौकाने वाले मैसेज

कानपुर : यतीमखाने में दो समुदायों के बीच हुई हिंसा के बाद पुलिस अलर्ट हो गई है. पुलिस अराजक तत्वों पर रखने एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए संवेदनशील इलाकों के चप्पे-चप्पे पर ड्रोन से नजर रख रही है. हिंसा के आस-पास वाले इलाके में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात है. पत्थरबाजी और फायरिंग के बवाल में संलिप्त संदिग्धों की पहचान के लिए पुलिस ने 40 लोगों का फोटो जारी किया है. पुलिस ने एक मोबाइल नंबर (9454403715) भी जारी किया है. पुलिस ने कहा है कि संदिग्धों के बारे में सूचना देने वालों की पहचान गुप्त रखी जाएगी.

कानपुर नगर के यतीमखाने इलाके में 3 जून को हुई हिंसा के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. पुलिस ने हिंसा का षड्यंत्र रचने वाले मुख्य आरोपी जफर हाशमी व उसके 3 साथियों समेत 40 लोगों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है. इसके अलावा दंगा भड़काने में संलिप्त 1000 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. गिरफ्तार किए गए आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी.

हिंसा के आस-पास वाले इलाके में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात है.

बता दें कि बीते दिन पुलिस कमिश्नर विजय सिंह मीणा समेत अन्य आला अधिकारियों ने संवेदनशील इलाकों में पैदल मार्च किया था. पैदल मार्च के दौरान अधिकारियों ने इलाके में अमन-चैन कायम करने के लिए लोगों से अपील की थी.


पुलिस ने जारी किया हिंसा में संलिप्त संदिग्ध व्यक्तियों का फोटो :
पत्थरबाजी और फायरिंग के बवाल में संलिप्त संदिग्धों की पहचान के लिए पुलिस ने 40 लोगों का फोटो जारी किया है. पुलिस ने आरोपियों को पकड़वाने के लिए आम जन से अपील की है.

etv bharat
हिंसा के बाद पुलिस अलर्ट हो गई है.

इसे पढ़ें- कानपुर हिंसा कांड में पीएफआई कनेक्शन आया सामने, अब एटीएस करेगी जांच

ये है मामला :
बीते 3 जून को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद कानपुर देहात जिले में अपने पैतृक गांव परौख पहुंचे थे. परौख जाने से पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का स्वागत करने के लिए पीएम मोदी, सीएम योगी और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल उनका स्वागत करने कानपुर आए थे. राष्ट्रपति की कानपुर में मौजूदगी के समय ही यतीमखाने इलाके में दो समुदायों के बीच हिंसा हुई थी. घटना के बाद सीएम योगी ने नाराजगी जताते हुए आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे.

इसे पढ़ें- कानपुर हिंसा: मास्टरमाइंड हयात जफर के 141 वाट्सएप ग्रुुप में चौकाने वाले मैसेज

Last Updated : Jun 6, 2022, 5:07 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.