चेन्नई : बारहवीं की बोर्ड परीक्षाओं में अपने कॉलेज में टॉप करने वाली एक छात्रा ने हाल ही में हुई नीट परीक्षा में फेल होने के डर से आत्महत्या कर ली. अरियालुर जिले के छठमबाड़ी गांव की रहने वाली छात्रा ने सोमवार को कथित तौर पर फांसी लगा ली.
उसे लगने लगा था कि उसका डॉक्टर बनने का सपना पूरा नहीं होगा. रविवार को परीक्षा के तुरंत बाद कनिमोझी ने अपने पिता से कहा कि वह परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाई है जिससे उसका सपना टूट जाएगा.
विडंबना यह है कि किशोरी कुछ महीने पहले खुश थी क्योंकि उसने बारहवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा में 93.6 प्रतिशत अंकों के साथ अपनी कक्षा में टॉप किया था. 12 सितंबर को तमिलनाडु के सेलम के एक अन्य NEET उम्मीदवार ने भी इसी तरह के डर से खुद को फांसी लगा ली थी.
यह भी पढ़ें-तमिलनाडु में NEET परीक्षा नहीं करवाने का विधेयक विधानसभा में पारित
द्रमुक के नेतृत्व वाली तमिलनाडु सरकार ने सोमवार को राज्य विधानसभा में एक विधेयक पेश किया था जिसमें मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश के लिए होने वाली राष्ट्रीय प्रवेश-सह-पात्रता परीक्षा (नीट) से छूट का प्रावधान किया गया है.