रुद्रप्रयाग (उत्तराखंड): विश्व विख्यात केदारनाथ धाम की यात्रा ने इस बार पुराने सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. मौसम विभाग की तमाम दुश्वारियों और दो दिनों तक यात्रा बंद रहने के बाद भी एक महीने में 5 लाख से ज्यादा यात्रियों ने बाबा केदार के दर्शन किए हैं. इस बार की यात्रा में पिछले यात्रा सीजन की तुलना में ज्यादा यात्री पहुंच रहे हैं. पिछली बार तक जहां रोजाना 15 से 20 हजार यात्री केदारनाथ धाम जाते थे तो वहीं इस बार 20 से 24 हजार के बीच यात्री केदारनाथ पहुंच रहे हैं.
गौर हो कि बीती 25 अप्रैल को केदारनाथ धाम की यात्रा शुरू हुई थी. यात्रा शुरू होने से पहले ही केदारनाथ धाम में लगातार बर्फबारी हो रही थी. जो अभी तक जारी है. इस बीच मई महीने में पैदल मार्ग पर जगह-जगह ग्लेशियर भी टूटे और पैदल मार्ग भी क्षतिग्रस्त हुआ. इतना ही नहीं दो दिनों तक यात्रा भी बंद रही, लेकिन यात्रियों पर मौसम का कोई खास असर नहीं देखा गया.
हजारों की संख्या में यात्री बाबा केदार के दर्शन करते रहे. जिसका नतीजा यह निकला कि एक महीने के भीतर 5 लाख की संख्या में भक्त केदारनाथ पहुंचे. साल 2022 की केदारनाथ यात्रा में पहले महीने 5 लाख 9 हजार यात्री केदारनाथ पहुंचे. जबकि, इस बार 5 लाख 16 हजार से ज्यादा यात्री तीस दिनों में केदारनाथ धाम पहुंच चुके हैं. जो कि एक नया रिकॉर्ड बन गया है.
केदारनाथ धाम में यात्रियों की संख्याः केदारनाथ धाम में आस्था का सैलाब देखने को मिल रहा है. अभी तक 5,16,257 श्रद्धालु केदारनाथ धाम पहुंच चुके हैं. आज केदारनाथ में 19,260 श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन किए. उधर, बदरीनाथ में अभी तक 3,89,488 श्रद्धालु बदरी विशाल के दर पर पहुंच चुके हैं. आज 17,638 श्रद्धालुओं ने बदरीनाथ धाम के दर्शन किए.
हेमकुंड साहिब में यात्रियों की संख्याः सिखों के पवित्र तीर्थस्थल हेमकुंड साहिब के कपाट 22 मई को श्रद्धालुओं के लिए खोले गए थे. अभी तक 6,678 यात्री गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब में मत्था टेक चुके हैं. आज 1,080 श्रद्धालु हेमकुंड साहिब पहुंचे. आज हेमकुंड साहिब में बर्फबारी देखने को मिली. जिससे यात्रा प्रभावित भी हुई.
केदारनाथ यात्रा शुरू होने के दौरान मौसम खराब रहा और यात्रा दो दिनों तक स्थगित भी रही. बावजूद इसके रिकॉर्ड संख्या में यात्री केदारनाथ धाम पहुंच रहे हैं. मौसम खराब होने के बावजूद भी प्रशासन की ओर से यात्रियों को बेहतर से बेहतर सुविधाएं दी जा रही है. ताकि, उन्हें कोई परेशानी न हो. - मयूर दीक्षित, जिलाधिकारी, रुद्रप्रयाग