पुणे : केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन (Union Minister of State for External Affairs V Muraleedharan) ने मंगलवार को कहा कि अब तक 1,000 से 1,200 भारतीयों को इजराइल से विशेष उड़ानों से भारत वापस लाया गया है. सात अक्टूबर को हमास के हमले के बाद इजराइल ने भी जवाबी सैन्य कार्रवाई की, जिसके बाद से हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं.
विभिन्न योजनाओं की प्रगति की समीक्षा के लिए जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति की बैठक में भाग लेने पहुंचे मुरलीधरन ने यहां संवाददाताओं से कहा कि इजराइल में लगभग 20,000 भारतीय हैं और उन सभी को भारतीय दूतावास में अपना पंजीकरण कराने के लिए कहा गया है ताकि अगर उन्हें वहां से निकालना पड़े तो उनके स्थान के बारे में जानना आसान हो जाए. उन्होंने कहा कि दूतावास में पंजीकरण कराने वाले सभी लोग जरूरी नहीं कि भारत लौटना चाहते हों.
मंत्री ने कहा, 'लेकिन, हमारे लिए, पंजीकरण प्रक्रिया फायदेमंद है क्योंकि हम इजराइल में इन भारतीयों के सटीक स्थानों की पहचान करने में सक्षम होंगे. जीपीआरएस प्रौद्योगिकी का उपयोग करके, हमने इजराइल में उन स्थानों का पता लगाया है, जहां भारतीय हैं. हम जानते हैं कि तेल अवीव, गाजा और अश्कलोन में कितने भारतीय हैं.'
यह पूछे जाने पर कि गाजा में कितने भारतीय फंसे हुए हैं, मुरलीधरन ने कहा, बहुत कम. उन्होंने कहा, 'अगर हमें उन्हें निकालना है, तो हम ऐसा कर सकते हैं क्योंकि हमें उनके स्थानों के बारे में जानकारी है.'
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