गोंडाः भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर अंतरराष्ट्रीय कुश्ती महिला खिलाड़ियों का यौन शोषण और मानसिक प्रताड़ना समेत कई आरोप लगाए गए हैं. इसके बाद सरकार द्वारा मामले को जांच सात सदस्यीय टीम द्वारा जांच कराई जा रही है. वर्तमान में बृजभूषण शरण सिंह गोंडा जिले की कैसरगंज लोकसभा सीट से भाजपा के सांसद हैं. यह पहली बार नहीं है जब यह नेता विवादों में है. उनका विवादों से पुराना नाता रहा है. साल 1989 में राजनीति में कदम रखने वाले बृजभूषण शरण सिंह 6 बार के सांसद हैं. उनकी पत्नी केतकी देवी सिंह भी एक बार सांसद व एक बार जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुकी हैं. सांसद के बेटे प्रतीक भूषण सिंह गोंडा की सदर सीट से दूसरी बार के विधायक हैं.
बेहिसाब संपत्ति के मालिक हैं बृजभूषण शरण सिंह
बृजभूषण शरण सिंह अकूत(बेहिसाब) संपत्ति के मालिक हैं. उनके 54 महाविद्यालय और विद्यालय हैं. नर्सिंग कॉलेज चलते हैं. इन संस्थानों में अधिकतर के प्रबंधक और संचालक खुद या उनके परिवार का कोई सदस्य है. होटल व्यवसाय से जुड़े हैं. बृजभूषण की अपने गृहनगर गोंडा, लखनऊ में चल और अचल संपत्ति है. वह एक हेलीकॉप्टर के मालिक भी बताए जाते हैं. उन्हें महंगी गाड़ियों का शौक है. उनके काफिले में कई लग्जरी गाड़ियां करोड़ों की कीमत की शामिल हैं.
हथियारों के शौकीन हैं बृजभूषण शरण सिंह
बृजभूषण हथियारों के शौकीन हैं. चुनाव में दिए गए हलफमाने में दिए ब्योरे के मुताबिक उनके पास एक पिस्टल, एक राइफल और एक रिपीटर है, जबकि उनकी पत्नी के नाम पर भी एक राइफल और एक रिपीटर है. वह 2011 से तीन बार लगातार भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष पर काबिज हैं. उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले के विश्वोहरपुर में 8 जनवरी 1957 को बृजभूषण शरण सिंह का जन्म हुआ था. उनके पिता चंद्रभान शरण सिंह कांग्रेसी हुआ करते थे. कॉलेज के दिनों से ही बृजभूषण छात्र राजनीति में सक्रिय हो गए थे.
बाबरी मस्जिद विध्वंस के आरोपियों में शामिल था नाम
सत्तर के दशक में एस साकेत महाविद्यालय अयोध्या में महामंत्री बने. बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में लालकृष्ण आडवाणी, कल्याण सिंह, मुरली मनोहर जोशी समेत जो 40 नेता आरोपी बनाए गए, उनमें बृजभूषण शरण सिंह का नाम भी शामिल था. इसके बाद स्पेशल सीबीआई कोर्ट ने 30 सितंबर 2020 को बाबरी विध्वंस के सभी आरोपियों को बरी कर दिया था. छात्र राजनीति और जन्मभूमि आंदोलन की वजह से बृजभूषण शरण सिंह अपने क्षेत्र में काफी लोकप्रिय हो चुके थे.
तिहाड़ जेल में काट चुके हैं बृजभूषण शरण सिंह
भाजपा ने जब 1991 में बृजभूषण शरण सिंह को लोकसभा का टिकट दिया, तब इनके खिलाफ 34 आपराधिक मामले दर्ज थे. वह बड़े अंतर से चुनाव जीते थे. बृजभूषण शरण सिंह को लेकर सबसे बड़ा विवाद तब हुआ था, जब उन पर अंडरवर्ल्ड के साथ जुड़ाव के आरोप लगे. वर्ष 1996 में जब बृजभूषण टाडा के तहत तिहाड़ जेल में सजा काट रहे थे, तब उनकी पत्नी केतकी सिंह ने गोंडा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा और कांग्रेस के आनंद सिंह को 80,000 वोटों से हराया. इसके बाद में CBI ने इन सभी आरोपों से बृजभूषण सिंह को बरी कर दिया.
BJP छोड़कर सपा में हुए थे शामिल
भाजपा ने गोंडा से बृजभूषण का टिकट काटकर घनश्याम शुक्ला को टिकट दे दिया था. वोटिंग वाले दिन घनश्याम शुक्ल का रोड एक्सीडेंट में निधन हो गया. बृजभूषण शरण सिंह BJP छोड़कर सपा में शामिल हो गए. वर्ष 2009 का लोकसभा चुनाव उन्होंने कैसरगंज सीट से सपा के टिकट पर लड़ा और जीत दर्ज की. इसके बाद फिर 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले उनकी BJP में घर वापसी हो गई और तब से वह कैसरगंज से BJP के सांसद हैं.
बृजभूषण शरण सिंह पर है करोंड़ों का कर्जा
साल 2019 के चुनावी हलफनामे में बृजभूषण शरण सिंह ने बताया था कि वह करीब 10 करोड़ रुपये 9,89,05,402 की प्रॉपर्टी के मालिक हैं, जबकि उन पर 6 करोड़ से ज्यादा 6,15,24,735 की देनदारी है. बृजभूषण सिंह कुल 40,185,787 करोड़ की चल-अचल संपत्ति के मालिक हैं, तो उनकी पत्नी के पास 63,444,541 करोड़ की चल-अचल संपत्ति है. बृजभूषण शरण सिंह ने चुनावी हलफनामे में बताया था कि उनके नाम पर 1,57,96,317 की चल संपत्ति है, जबकि उनकी पत्नी के नाम पर 2,54,44,541 रुपये की चल संपत्ति है.
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