हैदराबाद : कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमीक्रोन के दो मरीज भारत में पाए गए हैं. इनमें एक मरीज कोविड वैक्सीन की दोनों डोज लगवा चुका है, जबकि एक मरीज ने वैक्सीन की पहली डोज ली है. पहले संक्रमित मरीज ने दक्षिण अफ्रीका का दौरा किया था. वहीं दूसरे संक्रमित मरीज ने कोई यात्रा नहीं की है. स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने अमेरिकी वैज्ञानिकों के रिसर्च मॉडल का हवाला देकर बताया कि ओमीक्रोन वेरिएंट 5 गुना अधिक तेजी से संक्रमण फैला सकता है. उन्होंने कहा कि वायरस का स्पाइक प्रोटीन पिछले डेल्टा वेरिएंट के मुकाबले स्पाइक लेवल पर दोगुना से अधिक म्यूटेशन हैं. यही वजह है कि इसके म्यूटेशन अधिक हैं.
लव अग्रवाल ने डब्ल्यूएचओ रिपोर्ट के आधार पर बताया कि ओमीक्रोन में 45 से 52 तक ओवरऑल म्यूटेशन नोट की गई है. इनमें 32 म्यूटेशन स्पाइक प्रोटीन से संबंधित हैं. ओमीक्रोन के कुछ वेरिएशन डेल्टा वेरिएंट में भी पाई गई थीं.
ओमीक्रोन वेरिएंट के लक्षण
- अत्यधिक थकान
- सूखी खांसी
- गले में दर्द
- गला खराब होना
- मांसपेशियों में दर्द
- तेज बुखार
बचाव के सामान्य उपाय
- स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना का कोई भी वैरिएंट क्यों न हो, आपको सुरक्षित रहना है तो कुछ एहतियाती कदम जरूर उठाने होंगे.
- हर समय मास्क का उपयोग करना.
- सामाजिक दूरी के नियमों का सख्ती से पालन करना.
- वैक्सीन की दोनों डोज लेना.
- हैंड सेनिटाइजर का प्रयोग करें.
- जरूरी हो तभी यात्रा करें.
- डब्ल्यूएचओ के अनुसार आरटी-पीसीआर टेस्ट से इसके संक्रमण का पता लगाया जा सकता है
अभी तक की जानकारी के मुताबिक ओमीक्रोन के मरीजों में ऑक्सीजन की मात्रा बहुत तेजी से नहीं घटती है. उन्हें भर्ती करने की भी जरूरत नहीं पड़ी है.
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ओमीक्रोन को लेकर WHO ने क्या कहा
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने ओमीक्रोन को 'वेरिएंट ऑफ कंसर्न' (चिंताजनक) की कैटेगरी में डाला है. लेकिन अभी कुछ भी सही तरीके से स्पष्ट नहीं है. हालांकि, प्रारंभिक साक्ष्य इस बात की संभावना को बढ़ाते हैं कि इस वेरिएंट में ऐसे म्यूटेशन हैं जो इम्यून सिस्टम रिस्पॉन्स से बच सकते हैं और एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में इसे फैलाने की क्षमता को बढ़ा सकते हैं.
आपको बता दें कि कोरोना का यह वेरिएंट, जिसे ओमीक्रोन नाम दिया गया है. इसे बी.1.1.529 नाम दिया गया है. इसे सबसे पहले द. अफ्रीक में ट्रेस किया गया था.
पब्लिक डोमेन में जो जानकारी उपलब्ध है, उसके मुताबिक ओमीक्रोन वेरिएंट कोरोना के डेल्टा वेरिएंट से ज्यादा खतरनाक है. इस वेरिएंट के अब तक 32 म्यूटेशन पाए गए हैं. इससे पहले लेम्डा वेरिएंट के सात म्यूटेशन मिले थे.