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स्कूल में डिजिटल अटेंडेंस, पंच करते ही पैरेंट्स को जाता है मैसेज

केरल के एक सरकारी स्कूल ने अनूठी पहल की है. यहां छात्राओं की उपस्थिति दर्ज करने के लिए डिजिटल मशीन का सहारा लिया गया है. सबसे खास बात ये है कि जैसे ही स्टूडेंट्स अपनी उंगली या उंगूठे से उपस्थिति दर्ज करती हैं, उनके माता-पिता के मोबाइल पर मैसेज जाता है. पढ़ें पूरी खबर.

digital attendance
स्कूल में डिजिटल अटेंडेंस
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Published : Apr 22, 2022, 7:03 PM IST

पलक्कड़: यहां के सरकारी स्कूल के डिजिटल स्टार्ट-अप ने बच्चों की उपस्थिति दर्ज करने के लिए स्कूल में डिजिटल अटेंडेंस मशीन (digital attendance machine) लगाई है. इस पर पंच करते ही अभिभावकों के मोबाइल पर मैसेज जाता है. उन्हें पता चल जाता है कि उनके बच्चे ने कितने बजे स्कूल में उपस्थिति दर्ज कराई.

डिजिटल स्टार्ट-अप का कहना है कि राज्य शिक्षा विभाग इस उत्पाद को मंजूरी दे देता है, तो इसे सभी सरकारी स्कूलों में उपलब्ध कराया जाएगा. विज्ञान-प्रौद्योगिकी, गणित और इंजीनियरिंग में योग्यता को प्रोत्साहित करने के लिए 2018 में पलक्कड़ के चित्तूर गवर्नमेंट विक्टोरिया गर्ल्स स्कूल में एक एडल टिंकरिंग लैब (ATL) की स्थापना की गई थी. लैब स्टूडेंट्स को प्रैक्टिकल नॉलेज देने के मकसद से स्थापित की गई थी. इसी के तहत सरकारी विक्टोरिया स्कूल की छात्राओं ने यह डिजिटल अटेंडेंस मशीन बनाई है.

पंच करते ही माता-पिता को जाता है मैसेज
पंच करते ही माता-पिता को जाता है मैसेज

इस मशीन का खास फायदा ये है कि माता-पिता को पता चल जाता है कि उनकी बच्ची किस समय स्कूल पहुंची और वहां से घर के लिए कब निकली. स्कूल कक्षा 5 से 12 तक है. स्टूडेंट रोबोटिक्स विकसित करने पर भी काम कर रही हैं जो दैनिक जीवन में काम आ सकता है.

पढ़ें- बंद हो सकता है रेलवे का पहला बंगाली स्कूल

पलक्कड़: यहां के सरकारी स्कूल के डिजिटल स्टार्ट-अप ने बच्चों की उपस्थिति दर्ज करने के लिए स्कूल में डिजिटल अटेंडेंस मशीन (digital attendance machine) लगाई है. इस पर पंच करते ही अभिभावकों के मोबाइल पर मैसेज जाता है. उन्हें पता चल जाता है कि उनके बच्चे ने कितने बजे स्कूल में उपस्थिति दर्ज कराई.

डिजिटल स्टार्ट-अप का कहना है कि राज्य शिक्षा विभाग इस उत्पाद को मंजूरी दे देता है, तो इसे सभी सरकारी स्कूलों में उपलब्ध कराया जाएगा. विज्ञान-प्रौद्योगिकी, गणित और इंजीनियरिंग में योग्यता को प्रोत्साहित करने के लिए 2018 में पलक्कड़ के चित्तूर गवर्नमेंट विक्टोरिया गर्ल्स स्कूल में एक एडल टिंकरिंग लैब (ATL) की स्थापना की गई थी. लैब स्टूडेंट्स को प्रैक्टिकल नॉलेज देने के मकसद से स्थापित की गई थी. इसी के तहत सरकारी विक्टोरिया स्कूल की छात्राओं ने यह डिजिटल अटेंडेंस मशीन बनाई है.

पंच करते ही माता-पिता को जाता है मैसेज
पंच करते ही माता-पिता को जाता है मैसेज

इस मशीन का खास फायदा ये है कि माता-पिता को पता चल जाता है कि उनकी बच्ची किस समय स्कूल पहुंची और वहां से घर के लिए कब निकली. स्कूल कक्षा 5 से 12 तक है. स्टूडेंट रोबोटिक्स विकसित करने पर भी काम कर रही हैं जो दैनिक जीवन में काम आ सकता है.

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