चेन्नई : चेन्नई के अरिग्नार अन्ना जूलॉजिकल पार्क (AAZP) को वंडालूर चिड़ियाघर के रूप में भी जाना जाता है. यहां पर अब जम्मू कश्मीर के जम्बू चिड़ियाघर से लाए गए काले भालू के जोड़े को रखा जाएगा. भालु जम्मू तवी और एमजीआर चेन्नई सेंट्रल के बीच अंडमान एक्सप्रेस से जुड़े एक विशेष कोच के माध्यम से पहुंचे. इन्हें शुक्रवार को चिड़ियाघर प्रबंधन ने पशु विनिमय कार्यक्रम के अंतर्गत जम्मू और कश्मीर के जम्बू चिड़ियाघर से वन्यजीव आदान-प्रदान के तहत लाया गया है. इनके बदले में वंडालूर चिड़ियाघर से रॉयल बंगाल टाइगर्स के एक जोड़े में भेजे जाने की योजना है. बताया जाता है कि इन बाघों को 15 नवंबर को भारत के सबसे बड़े और सबसे पुराने जम्बू चिड़ियाघर के लिए रवाना किया जाएगा.
इस संबंध में वंडालूर चिड़ियाघर के निदेशक श्रीनिवास आर रेड्डी ने विशेष रूप से बाघों के लिए वंडालूर चिड़ियाघर के बंदी प्रजनन कार्यक्रम की सफलता पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि आनुवांशिक विविधता बनाए रखने के उद्देश्य से व्यापक पशु विनिमय कार्यक्रम के तहत अक्सर अन्य चिड़ियाघरों के साथ बाघों का आदान-प्रदान किया जाता है. भारतीय केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण के नियमों के अनुसार, हिमालयी काले भालू (सेलेनार्कटोस थिबेटानस) की एक जोड़ी को जम्बू चिड़ियाघर से एएजेडपी में लाया गया. इस दौरान वन रेंज अधिकारियों और एक पशु चिकित्सा सहायक सहित जम्बू चिड़ियाघर के कर्मचारियों के साथ भालुओं को लाने में अपनी अहम भूमिका निभाई.
बता दें कि वंडालूर चिड़ियाघर में लाए गए कालू भालू के जोड़े की पशु चिकित्सा सहायक सर्जन द्वारा स्वास्थ्य जांच की गई. फिलहाल भालुओं को आइसोलेशन में रखने के रखने के साथ ही क्वारंटीन किया गया है. एक निर्धारित समय के बाद इन भालुओं को चिड़ियाघर में लोगों को देखने के लिए बाड़े में रखा जाएगा. इससे चिड़ियाघर में चल रहे संरक्षण प्रयासों और शैक्षिक कार्यक्रमों में योगदान मिलेगा.
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