देहरादून: उत्तराखंड में चारधाम यात्रा 22 अप्रैल को गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही शुरू हो रही है. वहीं, 25 अप्रैल को बाबा केदारनाथ धाम के कपाट खुलेंगे और इसी दिन से ही हेली सेवाएं भी शुरू हो जाएंगी. बाबा केदारनाथ धाम के दर्शन करने के लिए 8 अप्रैल से हेली सेवा के लिए बुकिंग प्रक्रिया शुरू हो गई है. पहली बार आईआरसीटीसी के माध्यम से हेली सेवा की बुकिंग कराई जा रही है. आइए हम आपको बताते हैं कि केदारनाथ पहुंचने के लिए आपको कितना किराया भुगतान करना होगा.
पिछली चारधाम यात्राओं से सबक लेते हुए यूकाडा ने इस बार हेली सेवा के लिए टिकट बुकिंग में बड़ा बदलाव किया है. बता दें कि केदारनाथ यात्रा में हर बार मुख्य रूप से ब्लैक टिकटिंग की शिकायतें मिलती थी. जिस पर लगाम लगाने के लिए यूकाडा द्वारा इस बार न सिर्फ आईआरसीटीसी के माध्यम से टिकटों की बुकिंग कराई जा रही है, बल्कि ऑफलाइन टिकटों की बुकिंग प्रक्रिया को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है. इसके अलावा यात्रा के लिए पंजीकरण कराने के बाद ही टिकटों की बुकिंग कराई जा सकेगी. ऐसे में न सिर्फ ब्लैक टिकटिंग पर लगाम लगेगी, बल्कि लोग सही तरीके से टिकट प्राप्त कर सकेंगे. इस सीजन चारधाम यात्रा के दौरान बाबा केदारनाथ धाम के लिए आठ कंपनियां हेली सेवाएं देंगी.
25 से 30 अप्रैल तक के लिए बुकिंग: 25 अप्रैल को बाबा केदारनाथ धाम के कपाट खुल रहे हैं. लिहाजा हेली सेवाएं भी 25 अप्रैल से शुरू हो रही है. ऐसे में हेली सेवा की टिकट बुकिंग के लिए 8 अप्रैल यानी आज से बुकिंग प्रक्रिया खोल दी गई है. पहले चरण के तहत 25 से 30 अप्रैल तक के लिए ही सिर्फ टिकटों की बुकिंग की जा रही है. इसके बाद फिर से आगे की यात्रा के लिए दूसरे चरण के तहत बुकिंग प्रक्रिया के तिथियों का ऐलान किया जाएगा. ब्लैक टिकटिंग को ध्यान में रखते हुए इस बार यह निर्णय लिया गया है कि एक रजिस्ट्रेशन पर मात्र दो टिकट ही बुक करा पाएंगे. ऐसे में यात्री हेली सेवा के माध्यम से बाबा केदारनाथ धाम के दर्शन करने के लिए वेबसाइट https://heliyatra.irctc.co.in/ पर जाकर टिकट बुक कर सकते हैं.
हेली टिकट बुकिंग के लिए पंजीकरण अनिवार्य: हेली सेवा के माध्यम से बाबा केदारनाथ धाम के दर्शन के लिए यात्रियों को यात्रा के लिए पंजीकरण करना अनिवार्य है. क्योंकि पंजीकरण के बाद भी हेली टिकट की बुकिंग करा पाएंगे. दरअसल, इस साल यूकाडा ने सभी हेली टिकटों को ऑनलाइन माध्यम से ही बुकिंग की प्रक्रिया रखी है. इसमें 70 फीसदी एडवांस बुकिंग और 30 प्रतिशत तत्काल बुकिंग की व्यवस्था रखी गई है. इसके साथ ही आईआरसीटीसी के माध्यम से हेली टिकट बुक किए जाएंगे. ताकि टिकटों में होने वाली धांधली पर लगाम लगाई जा सके.
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केदारनाथ यात्रा के लिए किराया तय: बाबा केदारनाथ धाम के कपाट 25 अप्रैल को खुल रहे हैं. जिसे देखते हुए हेली सेवाओं के लिए कंपनियों को चयनित करने के साथ ही रेट भी निर्धारित किए गए हैं. जिसके तहत गुप्तकाशी से केदारनाथ धाम तक दोनों तरफ के लिए 7,740 रुपए प्रति व्यक्ति, फाटा से केदारनाथ धाम तक दोनों तरफ के लिए 5,500 रुपए प्रति व्यक्ति और सिरसी से केदारनाथ धाम तक के लिए 5,498 रुपए प्रति व्यक्ति का रेट निर्धारित किया गया है. हालांकि, यह टिकट मात्र ऑनलाइन माध्यम से ही आईआरसीटीसी वेबसाइट पर बुक कर पाएंगे.
केदारनाथ धाम के लिए 8 कंपनियां देंगी हेली सेवाएं: चारधाम यात्रा के दौरान केदारनाथ धाम तक के लिए आठ हेली कंपनियां अपनी सेवाएं देंगी. जिनको नागरिक उड्डयन विभाग ने टेंडर के तहत चयनित किया है. जिसके तहत गुप्तकाशी से केदारनाथ धाम के लिए आर्यन एविएशन और ट्रांस भारत एविएशन, फाटा से केदारनाथ धाम तक के लिए पवन हंस, केस्टरेल एविएशन, थम्बी एविएशन और ग्लोबल वेक्ट्रा हेलीकॉर्प, सिरसी से केदारनाथ धाम तक के लिए हिमालयन हेली सर्विसेस, एरो एयरक्राफ्ट और केस्टरेल एविएशन कंपनिया सेवाएं देंगी.
हेली सेवा पर हाईटेक कैमरे से रखी जाएगी नजर: साल 2022 में चारधाम यात्रा के अंतिम चरण के दौरान एक हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. जिससे सबक लेते हुए यूकाडा ने निर्णय लिया है कि इस बार 6 जगहों पर हाईटेक कैमरे लगाए जाएंगे. जिसके जरिए हेली संचालकों पर नजर रखी जाएगी. ताकि जो मानक निर्धारित किए गए इसी अनुसार संचालन हो. अगर कोई भी लापरवाही होती है तो फिर कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल लिए गए निर्णय के अनुसार गरुड़चट्टी, गौरीकुंड, रामबाड़ा, लिनचोली, केदारनाथ हेलीपैड और केदारघाटी हेलीपैड पर कैमरे लगाए जाएंगे. जिसकी टेंडर प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है.
बिना यात्रा रजिस्ट्रेशन के स्थानीय ले सकेंगे हेली टिकट: नागरिक उड्डयन सचिव दिलीप जावलकर ने बताया पिछले चारधाम यात्रा सीजनों से सबक लेते हुए इस बार हेली सेवाओं के लिए कई बड़े बदलाव किए गए हैं. जिससे ना सिर्फ टिकटों की ब्लैक मार्केटिंग खत्म होगी, बल्कि यात्रियों की हेली यात्रा के दौरान सुरक्षा भी बढ़ जाएगी. पहले टिकट बुकिंग के लिए ऑनलाइन के साथ ही ऑफलाइन प्रक्रिया भी रखी गई थी, लेकिन इस बार शत प्रतिशत टिकटों की बुकिंग ऑनलाइन माध्यम से ही होगी. टिकट बुकिंग के लिए रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है, लेकिन स्थानीय लोग रजिस्ट्रेशन के बिना भी हेली टिकट बुक करा सकते हैं.