देहरादून(उत्तराखंड): उत्तरकाशी सिलक्यारा टनल में फंसे 40 मजदूरों को निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन पर ब्रेक लग गया है. दूसरी ऑगर मशीन के जरिये भी रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा नहीं हो पाया है. इसके साथ ही टनल ने पाइप लाइन बिछाने का काम भी रुक गया है. अब टनल में बोरिंग के लिए इंदौर से तीसरी मशीन मंगाई जा रही है. अब तक टनल के अंदर 22 मीटर ही खुदाई की गई है. इस कड़ी में अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने आज आपदा कंट्रोल रूम पहुंची. जहां पहुंचकर एसीएस राधा रतूड़ी ने अधिकारियों से रेस्क्यू ऑपरेशन का अपडेट लिया. साथ ही उन्होंने रेस्क्यू ऑपरेशन की स्थिति जानने के साथ ही रेस्क्यू के बाद के प्लान पर भी चर्चा की.
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#WATCH | Uttarkashi (Uttarakhand) Tunnel Accident: NHIDCL Tunnel Project Director Anshu Manish Khalko says, "We have reached 24 metres inside which is a good situation. We are trying to reach the other end as soon as possible...We are airlifting another machine from Indore, it… pic.twitter.com/8pW4ymVgQW
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) November 17, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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टनल में जा चुके हैं पांच पाइप: शुक्रवार सुबह जब पाइप डाला जा रहा था तभी किसी कठोर चीज से ड्रिलिंग काम में बाधा आई. जिसके बाद मजदूरों ने पाइप के अंदर घुसकर कठोर वस्तु की जांच की. यह एक बोल्डर निकला. जिसे हटाया गया. फिर दोबारा काम शुरू हुआ, लेकिन दोपहर बाद दोबारा कोई चट्टानी बोल्डर आगे आ गई. इसके कुछ समय बाद मशीन की बेयरिंग खराब हो गई. जिसके कारण ड्रिलिंग का काम रोका गया.
डीजल से चलने वाली मशीन से वेंटिलेशन में समस्या: ऑगर मशीन डीजल से चलती है. सुरंग के अंदर डीजल मशीन से वेंटिलेशन में दिक्कत आ रही है. इसके लिए वेंटिलेशन के लिए कंप्रेशर चलाया जा रहा है. जिससे सुरंग में वाइब्रेशन(कंपन) बढ़ रहा है. एनएचआईडीसीएल के अधिकारियों का कहना है कि डीजल मशीन के चलने से वेंटिलेशन में कोई दिक्कत न हो, इसके लिए बीच-बीच में कंप्रेशर चलाकर हवा को बनाए रखने का प्रयास किया जा रहा है.
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आपदा कंट्रोल रूम में एसीएस ने ली बैठक: देहरादून आपदा कंट्रोल रूम में रेस्क्यू ऑपरेशन को लेकर अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने अधिकारियों के साथ बैठक की. उन्होंने मौजूदा अपडेट जानने की कोशिश की. राधा रतूड़ी ने बताया मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भले ही राजस्थान में हैं लेकिन उनके द्वारा उन्हें निर्देशित किया गया है कि लगातार इस रेस्क्यू ऑपरेशन पर नजर रखी जाए. राधा रतूड़ी ने टनल में फंसे हुए सभी श्रमिक पूरी तरह से स्वस्थ हैं.
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#WATCH | Uttarkashi (Uttarakhand) tunnel incident | Uttrakhand Chief Minister Pushkar Singh Dhami says, "The engineers & scientists everyone is working. The pipe has been put at around 25 meters. The work is going on at a great speed. PM Modi is reviewing the situation..." pic.twitter.com/fKSwtaXOOc
— ANI (@ANI) November 17, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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उत्तरकाशी में ऑपरेशन 'जिंदगी': रेस्क्यू के लिए केंद्रीय संस्थाओं की टीमों के साथ ही उत्तराखंड सरकार के संस्थान भी जुड़े हुए हैं. एक तरफ जहां टनल में फंसे हुए श्रमिकों के लिए भोजन ऑक्सीजन और बिजली उपलब्ध कराई गई है तो वहीं उन्हें बाहर निकालने के लिए भी लगातार ऑपरेशन चलाया जा रहा है. रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए लाई गई ऑगर मशीन की बेयरिंग खराब हो गई है. जिसके कारण ड्रिलिंग रुक गई है. अब इंदौर से तीसरी मशीन मंगाई गई है.
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#UPDATE | Uttarkashi, Uttarakhand: Morning visuals of Silkyara Tunnel. 4 pipes have been laid after removing the debris through the Ogar machine. After removing the debris, about 70 meters of pipe will have to be laid, and then the process of evacuating the workers will begin. pic.twitter.com/CWWIB2KrvU
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) November 17, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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टनल के बाहर मेडिकल टीम तैनात: बैठक के दौरान श्रमिकों को रेस्क्यू करने के बाद की स्थितियों पर भी काम किया जा रहा है. टनल के पास ही एक छोटे से मेडिकल ट्रीटमेंट के लिए टेंपरेरी अस्पताल भी तैयार किया गया है. जिसमें दवाईयों के साथ ही साइकैटरिस्ट और दूसरे विशेषज्ञ डॉक्टरों की तैनाती की गई है. अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने बताया उन्हें उम्मीद है कि जल्द ही सभी श्रमिकों को सकुशल रेस्क्यू कर लिया जाएगा. इन्हें बेहतर मेडिकल ट्रीटमेंट देने की भी पूरी व्यवस्था है. इसके अलावा सभी विभागों को अलर्ट मोड पर भी रखा गया है.