एगरा (पूर्व मेदिनीपुर)/कोलकाता : पश्चिम बंगाल के पूर्व मेदिनीपुर स्थित एगरा में मंगलवार को एक पटाखा फैक्ट्री में धमाका हुआ. इस धमाके में कई लोगों के मरने की आशंका है. स्थानीय सूत्रों का कहना है कि मरने वालों की संख्या 20-31 हो सकती है, लेकिन इसकी पुष्टि नहीं कर रही है. आधिकारिक रूप से मरने वालों की संख्या 9 बताई गई है. पूर्वी मेदिनीपुर के पुलिस अधीक्षक अमरनाथ ने यहां संवाददाता सम्मेलन में घटना की जानकारी दी. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने घटना का जायजा लिया.
बहरहाल, घायलों को मौके से रेस्क्यू कर एगरा सुपर स्पेशलिटी अस्पताल ले जाया गया है. यह घटना पुर्व मेदिनीपुर के सहारा ग्राम पंचायत क्षेत्र अंतर्गत खड़ीकुल गांव में हुई है. विस्फोट के कारण फैक्ट्री मलबे में तब्दील हो गई है और घटनास्थल पर कई लाशें बिखरी हुई दिखाई दे रही हैं. स्थानीय लोगों के मुताबिक, दोपहर करीब एक बजे गांव में जोरदार धमाके की आवाज सुनाई दी. धमाका इतना जोरदार था कि उसकी आवाज से स्थानीय लोगों में आतंक का माहौल बन गया. धमाके की आवाज से पूरा इलाका दहल उठा. आसपास के इलाकों से भी लोग धमाके की आवाज सुनकर घटनास्थल की ओर चले आए थे. स्थानीय निवासियों का आरोप है कि घटना के बारे में पुलिस को तुरंत सूचित किये जाने के बावजूद पुलिस काफी देर से मौके पर पहुंची. इस पर गांव में तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई थी.
पुलिस और अग्निशमक वाहन मौके पर पहुंचकर इलाके से पहले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने को कहा. पुलिस ने बताया कि दुर्घटनास्थल पर बचाव कार्य चल रहा है और विस्फोट के कारण लगी आग को बुझाने के प्रयास जारी रखे गए हैं. इस प्रकार के धमाकों की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए इलाके में आग को पूरी तरह से बुझाने में अग्निशमक गाड़ियां तैनात किये गए हैं.
घटना पर पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने आरोप लगाया है कि धमाका टीएमसी नेता की फैक्ट्री में हुआ है. उन्होंने ट्वीट किया, 'पूर्वी मेदिनीपुर के एगरा ब्लॉक में एक बड़ा धमाका हुआ जिसमें कई लोगों की जान चली गई और कई घायल हो गए. यह टीएमसी नेता की फैक्ट्री में हुआ जहां बम बनाए जा रहे थे. इस घटना से पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव से पहले गंभीर कानून व्यवस्था की स्थिति पैदा हो गई है.' प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने यह भी कहा कि वह इस घटना की राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) से जांच कराने के लिए गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखेंगे.
ममता ने सीआईडी जांच के आदेश दिये : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नबन्ना में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि पूर्वी मिदनापुर के एगरा में अवैध पटाखा फैक्ट्री में हुए विस्फोट में नौ लोगों की मौत हो गई जबकि सात लोग गंभीर रूप से घायल हैं. उन्होंने इस मामले की जांच सीआईडी द्वारा कराने की घोषणा की. हालांकि, एनआईए द्वारा मामले की जांच कराने में भी राज्य को कोई आपत्ति नहीं है. इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने मतृकों के परिवार को 2.5 लाख रुपये और घायलों को एक लाख रुपये सहायता राशि देने का भी ऐलान किया. वहीं, उन्होंने कहा, 'इस घटना में पुलिस की भूमिका जांच के दायरे में है.' ममता ने स्थानीय पुलिस की भूमिका पर रोष व्यक्त किया और कहा कि स्थानीय थाने के प्रभारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, जिन्होंने अपने कर्तव्यों का निर्वहन नहीं किया.
हादसे पर ममता ने सनसनीखेज खुलासा किया कि पटाखा फैक्ट्री अवैध रूप से कार्य कर रही थी, जिसके मालिक का नाम कृष्णापाड़ा बाग है. अवैध पटाखा फैक्ट्री चलाने के आरोप में बाग को पिछले साल 19 अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया था. पुलिस ने उसके खिलाफ चार्जशीट भी दायर की थी, लेकिन किसी तरह उसे कोर्ट से जमानत मिल गई. जमानत पर निकलने के बाद उसने ओडिशा के सीमावर्ती इलाके में यह अवैध फैक्ट्री शुरू की.
हादसे के लिए ममता ने विपक्ष को ठहराया जिम्मेदार : इस दुर्घटना को लेकर तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ने विपक्ष को जिम्मेदार ठहराया है. ममता ने कहा कि घटना का जायजा लेने के लिए उन्होंने मानस भुइया और अन्य विधायकों को क्षेत्र में जाने के लिए कहा, लेकिन उन्हें भाजपा द्वारा आधे रास्ते पर ही रोक लिया गया. ममता ने दावा किया कि इस घटना के लिए टीएमसी या प्रशासन जिम्मेदार नहीं है, इसलिए उन्हें मामले की जांच एनआईए या अन्य किसी जांच एजेंसी से कराने में कोई आपत्ति नहीं है. बस जांच के बाद वास्तविक तथ्य सामने आने और दोषियों को कानून के कटघरे में लाने की जरूरत है. इधर, विपक्ष पहले ही इस घटना के लिए सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पर आरोप लगा चुका है.