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शूटरों से मिलेगा गोल्डी बरार का सुराग, प्रत्यर्पण की होगी कोशिश

सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड मामले में गिरफ्तार शूटरों से स्पेशल सेल लगातार पूछताछ कर रही है. पुलिस उनसे कनाडा में बैठे गोल्डी बरार की जानकारी हासिल करने का प्रयास कर रही है. इस हत्याकांड का मास्टरमाइंड गोल्डी बरार है जो कनाडा में बैठकर ऑपरेट कर रहा है. पुलिस सरकार की मदद से उसके प्रत्यर्पण की कोशिश करेगी क्योंकि इस गैंग का सबसे खतरनाक सरगना अभी गोल्डी बरार है.

Sidhu Musewala murder case
Sidhu Musewala murder case
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Published : Jun 22, 2022, 2:33 PM IST

नई दिल्ली: सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड मामले में गिरफ्तार शूटरों से स्पेशल सेल लगातार पूछताछ कर रही है. पुलिस उनसे कनाडा में बैठे गोल्डी बरार की जानकारी हासिल करने का प्रयास कर रही है. इस हत्याकांड का मास्टरमाइंड गोल्डी बरार है जो कनाडा में बैठकर ऑपरेट कर रहा है. पुलिस सरकार की मदद से उसके प्रत्यर्पण की कोशिश करेगी क्योंकि इस गैंग का सबसे खतरनाक सरगना अभी गोल्डी बरार है.

जानकारी के अनुसार दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने मूसेवाला हत्याकांड में शामिल दो शूटरों सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस टीम इन्हें रिमांड पर लेकर लोधी कॉलोनी स्थित दफ्तर में पूछताछ कर रही है. प्राथमिक पूछताछ में पुलिस को पता चला है कि प्रियव्रत उर्फ फौजी गोल्डी बरार से सीधे संपर्क में था. हत्या से पहले और हत्या के बाद भी वह गोल्डी बरार से बात कर रहा था. गोल्डी बरार से वह सिग्नल ऐप पर बात करता था ताकि जांच एजेंसियों को इस बातचीत की भनक तक नहीं लग सके. गोल्डी बरार की तरफ से उसे हत्या के लिए हथियार एवं आर्थिक मदद भी मुहैया कराई थी. प्रियव्रत ही हमलावरों के इस मॉड्यूल को लीड कर रहा था. इसे ध्यान में रखते हुए पुलिस अब गोल्डी बरार के बारे में सुराग जुटाने की कोशिश कर रही है. पुलिस को इस बात की पुष्टि है कि वह कनाडा में छिपा हुआ है. लेकिन कनाडा में वह कहां रहता है और किन लोगों से संपर्क में है, इसे लेकर पूछताछ चल रही है. शूटरों से कई महत्वपूर्ण जानकारी पुलिस को मिली है लेकिन प्रियव्रत को भी गोल्डी के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है. वह बीते अप्रैल माह में ही गोल्डी के संपर्क में आया था. पुलिस को गोल्डी बरार की सिग्नल ऐप आईडी से भी कुछ महत्वपूर्ण जानकारी मिली है जिसे लेकर वह उसे कनाडा में तलाशने के प्रयास कर रहे हैं. सूत्रों ने बताया कि इस मामले में जल्द ही विदेश मंत्रालय की मदद स्पेशल सेल ले सकता है.

पुलिस सूत्रों ने बताया कि कई अपराधियों को प्रत्यर्पण के माध्यम से विदेश से लाया गया है. पुलिस गोल्डी बरार को भी प्रत्यर्पण के माध्यम से भारत लाना चाहती है ताकि उस पर कानूनी शिकंजा कसा जा सके. दिल्ली पुलिस ने उसके पूरे गैंग पर मकोका लगा रखा है. इसलिये अगर गोल्डी बरार को वह भारत लाने में कामयाब रहते हैं तो उसे सबसे पहले मकोका के तहत गिरफ्तार किया जाएगा. इस गैंग के सदस्य लारेंस बिश्नोई और काला जठेड़ी सहित दर्जन भर गैंगस्टर को मकोका में स्पेशल सेल गिरफ्तार कर चुकी है. लेकिन गोल्डी बरार विदेश में बैठकर पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ है.

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नई दिल्ली: सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड मामले में गिरफ्तार शूटरों से स्पेशल सेल लगातार पूछताछ कर रही है. पुलिस उनसे कनाडा में बैठे गोल्डी बरार की जानकारी हासिल करने का प्रयास कर रही है. इस हत्याकांड का मास्टरमाइंड गोल्डी बरार है जो कनाडा में बैठकर ऑपरेट कर रहा है. पुलिस सरकार की मदद से उसके प्रत्यर्पण की कोशिश करेगी क्योंकि इस गैंग का सबसे खतरनाक सरगना अभी गोल्डी बरार है.

जानकारी के अनुसार दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने मूसेवाला हत्याकांड में शामिल दो शूटरों सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस टीम इन्हें रिमांड पर लेकर लोधी कॉलोनी स्थित दफ्तर में पूछताछ कर रही है. प्राथमिक पूछताछ में पुलिस को पता चला है कि प्रियव्रत उर्फ फौजी गोल्डी बरार से सीधे संपर्क में था. हत्या से पहले और हत्या के बाद भी वह गोल्डी बरार से बात कर रहा था. गोल्डी बरार से वह सिग्नल ऐप पर बात करता था ताकि जांच एजेंसियों को इस बातचीत की भनक तक नहीं लग सके. गोल्डी बरार की तरफ से उसे हत्या के लिए हथियार एवं आर्थिक मदद भी मुहैया कराई थी. प्रियव्रत ही हमलावरों के इस मॉड्यूल को लीड कर रहा था. इसे ध्यान में रखते हुए पुलिस अब गोल्डी बरार के बारे में सुराग जुटाने की कोशिश कर रही है. पुलिस को इस बात की पुष्टि है कि वह कनाडा में छिपा हुआ है. लेकिन कनाडा में वह कहां रहता है और किन लोगों से संपर्क में है, इसे लेकर पूछताछ चल रही है. शूटरों से कई महत्वपूर्ण जानकारी पुलिस को मिली है लेकिन प्रियव्रत को भी गोल्डी के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है. वह बीते अप्रैल माह में ही गोल्डी के संपर्क में आया था. पुलिस को गोल्डी बरार की सिग्नल ऐप आईडी से भी कुछ महत्वपूर्ण जानकारी मिली है जिसे लेकर वह उसे कनाडा में तलाशने के प्रयास कर रहे हैं. सूत्रों ने बताया कि इस मामले में जल्द ही विदेश मंत्रालय की मदद स्पेशल सेल ले सकता है.

पुलिस सूत्रों ने बताया कि कई अपराधियों को प्रत्यर्पण के माध्यम से विदेश से लाया गया है. पुलिस गोल्डी बरार को भी प्रत्यर्पण के माध्यम से भारत लाना चाहती है ताकि उस पर कानूनी शिकंजा कसा जा सके. दिल्ली पुलिस ने उसके पूरे गैंग पर मकोका लगा रखा है. इसलिये अगर गोल्डी बरार को वह भारत लाने में कामयाब रहते हैं तो उसे सबसे पहले मकोका के तहत गिरफ्तार किया जाएगा. इस गैंग के सदस्य लारेंस बिश्नोई और काला जठेड़ी सहित दर्जन भर गैंगस्टर को मकोका में स्पेशल सेल गिरफ्तार कर चुकी है. लेकिन गोल्डी बरार विदेश में बैठकर पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ है.

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