रामनगर (उत्तराखंड): जी20 समिट में पहुंचे विदेशी डेलीगेट्स ने आज बैठक के तीसरे और अंतिम दिन विश्व प्रसिद्ध जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क के बिजरानी पर्यटन जोन में भ्रमण किया. भ्रमण के दौरान विदेशी मेहमान काफी खुश और उत्साहित दिखाई दिए. इस दौरान कॉर्बेट प्रशासन ने उनका एंट्री गेट पर कुमाऊंनी वेशभूषा के साथ टीका लगाकर शानदार स्वागत किया. पुलिस प्रशासन की टीम मेहमानों को सुरक्षा के बीच रिसॉर्ट्स से बिजरानी गेट तक ले गई. इसके बाद पूरी सुरक्षा के बीच उनकी बिजरानी जोन में एंट्री हुई.
जी20 डेलीगेट्स ने घूमा कॉर्बेट पार्क: वहीं, कॉर्बेट पार्क में एंट्री होते हुए विदेशी मेहमान काफी खुश दिखाई दिए. डेलीगेट्स पार्क के अंदर जाने और वन्य जीवों का दीदार करने के लिए काफी उत्साहित दिखाई दिए. डेलीगेट्स के स्वागत के लिए बिजरानी परिसर में पार्क के पालतू हाथियों की तैनाती भी की गई थी.
बता दें कि बिजरानी जोन में 38 विदेशी डेलीगेट्स के साथ ही 20 भारतीय वैज्ञानिकों ने प्रवेश किया. मौके पर मौजूद प्रमुख वन संरक्षक समीर सिन्हा ने बताया कि कॉर्बेट पार्क के बिजरानी एंट्री गेट पर महिलाओं ने पारंपरिक वेशभूषा में मेहमानों का स्वागत किया. डेलीगेट्स को बिजरानी परिसर में टाइगर के जीवन पर दुर्लभ चित्र भी दिखाए गए. साथ ही ये भी बताया गया कि मानव-वन्यजीव संघर्ष की घटनाओं को रोकने के लिए क्या कार्य किए जा रहे हैं. वहीं, मेहमानों को स्थानीय उत्पादकों के उत्पादों के बारे में भी बताया गया.
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देर शाम रवाना हुए डेलीगेट्स: वहीं, रामनगर में 28 मार्च से 30 मार्च तक विश्व की चार समस्याओं पर मंथन व चर्चा करने के बाद देर शाम सभी मेहमान रामनगर से रवाना हुए. सभी को कड़ी सुरक्षा के बीच पंतनगर एयरपोर्ट पहुंचाया गया. यहां डेलीगेट्स का कुमाऊंनी रीति रिवाज के तहत स्वागत किया गया. पहाड़ी कलाकारों ने ढोल दमाऊ की थाप पर छोलिया नृत्य किया. इस दौरान कई मेहमान भी 'झोड़ा चाचरी' पर खुद को रोक नहीं पाए और कलाकारों के साथ थिरकने लगे. पंतनगर एयरपोर्ट पर थोड़े विश्राम के बाद सभी ने दिल्ली के लिए उड़ान भरी.
बता दें कि, भारत समेत 18 देशों के 51 डेलीगेट्स ने समिट में राउंड टेबल कांफ्रेेंस में भाग लिया था. प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार प्रतिनिधियों ने वर्तमान में आई वैश्विक महामारी सहित चार प्रमुख मुद्दों पर चर्चा की. बैठक में महामारी की सही तैयारी और भविष्य में बेहतर रोग नियंत्रण के लिए 'वन हेल्थ' जैसे मुद्दों पर चर्चा की गई. इसके साथ ही साइंस एंड टेक्नोलॉजी की पहुंच किस तरह बढ़ रही है, इसपर भी चर्चा हुई.