देहरादून: उत्तराखंड में पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश का सिलसिला लगातार जारी है. भारी बारिश के चलते प्रदेश के कई क्षेत्रों में आपदा जैसे हालात उत्पन्न हो गए हैं. साथ ही चारधाम यात्रा मार्गों पर भूस्खलन होने के चलते यातायात और यात्रा बाधित हो रही है. मौसम विभाग की ओर से अगले कुछ दिनों के लिए रेड अलर्ट जारी किए जाने के बाद से ही उत्तराखंड चारधाम पर ब्रेक लगता दिखाई दे रहा है. दरअसल, भारी बारिश के चलते यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए समय-समय पर यात्रा को कुछ समय के लिए रोका जाता है.
शनिवार को चारधाम के 10000 भक्तों ने किए दर्शन: हालांकि, मॉनसून सीजन के दौरान चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या काफी कम हो जाती है, लेकिन हजारों श्रद्धालु ऐसे भी हैं. जिन पर भारी बारिश या मौसम की बेरुखी का कोई असर नहीं होता. दरअसल, शनिवार को चारधाम के करीब 10 हज़ार श्रद्धालुओं ने दर्शन किए हैं. जिसके अनुसार, बदरीनाथ धाम के 6 हज़ार श्रद्धालु, केदारनाथ धाम के 1028 श्रद्धालु, गंगोत्री धाम के 1662 श्रद्धालु और यमुनोत्री धाम के 975 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए हैं. साथ ही चारधाम और हेमकुंड साहिब यात्रा मार्ग पर 165 श्रद्धालुओं की हृदयगति रुकने से मौत हो गई है.
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श्रद्धालुओं मौसम की ले जानकारी: सीएम धामी भी लगातार श्रद्धालुओं से अपील करते नजर आ रहे हैं कि यात्रा शुरू करने से पहले मौसम की पूरी जानकारी ले ले , तभी अपनी यात्रा शुरू करें. क्योंकि राज्य सरकार ये नही चाहती कि कोई भी जनहानि हो. उन्होंने कहा कि मौसम की जानकारी लेकर यात्रा शुरू करने पर यात्रियों को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा, क्योंकि कई बार भूस्खलन के चलते यात्रियों को घंटों जाम में फंसना पड़ता है.
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