मुंबई : विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने मुंबई की सबसे बड़ी मलिन बस्ती धारावी में कोरोनो वायरस ब्रेक के लिए प्रशंसा की है. डब्ल्यूएचओ ने कहा कि धारावी में कोरोना फैलने से रोकने के लिए किए गए प्रयासों की वजह से आज यह इलाका कोरोना से मुक्त होने की कगार पर है.
डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक डॉ टेड्रोस एडनोम घेब्रेयेसस ने कहा कि दुनियाभर के कई उदाहरण हैं, जिन्होंने दिखाया है कि भले ही कोविड-19 का प्रकोप बहुत तीव्र है. फिर भी इसे नियंत्रण में लाया जा सकता है.
डॉ टेड्रोस एडनोम घेब्रेयेसस ने कहा कि मुंबई के इस स्लम एरिया में टेस्टिंग, ट्रेसिंग, सोशल डिस्टेंसिंग और संक्रमित मरीजों का तत्काल इलाज के कारण यहां के लोग कोरोना की लड़ाई में जीत की ओर हैं.
गौरतलब है कि धारावी में शुक्रवार को कोविड-19 के 12 नए मामले आने के साथ ही कोरोना संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 2,359 हो गई है. यह जानकारी बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के एक अधिकारी ने दी.
नगर निकाय ने हालांकि पिछले कुछ दिनों से इस क्षेत्र में कोविड-19 संबंधी मौतों की जानकारी देनी बंद कर दी है.
अधिकारी ने कहा कि धारावी में इस समय 166 मरीजों का उपचार चल रहा है और 1,952 मरीजों को अब तक अस्पतालों से छुट्टी मिल चुकी है.
उन्होंने कहा कि धारावी से अधिक मामले बीएमसी के जी-उत्तर प्रशासनिक वार्ड के दादर और माहिम क्षेत्रों से सामने आ रहे हैं.
धारावी भी इसी वार्ड का हिस्सा है.
अधिकारी ने बताया कि दादर और माहिम में पिछले 24 घंटे में क्रमश: 35 और 23 नए मामले सामने आए.
एशिया की सबसे बड़ी मलिन बस्ती धारावी 2.5 वर्ग किलोमीटर में फैली है, जहां छोटे-छोटे घरों में लगभग 6.5 लाख लोग रहते हैं.