औरंगाबाद : बिहार के औरंगाबंद में अस्पताल में उस समय अजीबोगरीब हालात पैदा हो गए, जब यहां इलाज कराने आया एक युवक कुत्ते की तरह भौंकने लगा. इस बाबत उसके साथ आए लोगों ने उसका मुंह बांध रखा था. साथियों की माने तो युवक को कुछ दिन पहले कुत्ते ने काट लिया था.
औरंगाबंद सदर अस्पताल पहुंचा युवक मुफस्सिल थाना क्षेत्र के ओरा गांव का रहने वाला शिवा है. जानकारी के मुताबिक शिवा को कुछ रोज पहले कुत्ते ने काट लिया था. इसके बाद वो लगातार बीमार रहने लगा. वहीं, लगातार दो दिनों से कुत्ते की तरह आवाज निकाल रहा था. साथ आए लोगों की माने तो शिवा कुत्ते की तरह ही झपट्टा भी मार रहा था. इसके चलते उसे बांधकर लाना पड़ा. ताकि किसी को नुकसान न पहुंचा सके.
क्या बोले डॉक्टर
औरंगाबाद सदर अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टर महेंद्र प्रताप ने शिवा को बेहतर इलाज के लिए मगध मेडिकल कॉलेज गया रेफर कर दिया है. डॉ. ने बताया कि उसने एंटी रेबीज इंजेक्शन नहीं लिया होगा. इसी वजह से जब कुत्ते ने इसे काटा, तो इस पर रेबीज का असर हो गया और वह कुत्ते की तरह भौंकने लगा.
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रेबीज के लक्षण...
रेबीज कुत्ते के काटने से फैलता है. रेबीज से ग्रसित व्यक्ति में रेबीज के लक्षण बहुत दिनों के बाद उभरते हैं. ज्यादातर तब, जब व्यक्ति का इलाज मुश्किल हो जाता है. रेबीज के आम लक्षण कुछ इस प्रकार के होते हैं:
- बुखार, सिरदर्द, घबराहट या बेचैनी, चिंता और व्याकुलता
- भ्रम की स्थिति, खाना-पीना निगलने में कठिनाई
- बहुत अधिक लार निकलना, पानी से डर लगना (हाईड्रोफोबिया)
- पागलपन के लक्षण, अनिद्रा
- एक अंग में पैरालिसिस यानी लकवा मार जाना
- कुत्ते की तरह भौंकना