गुवाहाटी : डिमा हसाउ जिले के उमरांग्सू में कपिली पावर हाउस में हादसा हुए 12 दिन व्यतीत हो चुके हैं, लेकिन अब तक लापता लोगों के बारे में कोई जानकारी नहीं जुटाई जा सकी है.
गौरतलब है कि पानी के तेज बहाव में चार लोगों के बहने की खबर सामने आई थी. इसमें एक इंजीनियर भी शामिल है. पानी का बहाव अब भी काफी तेज है. इसके चलते तलाशी अभियान में लगातार बाधाएं पैदा हो रही हैं.
असम गण परिषद (एजीपी) प्रवक्ता तुलाराम गोगोई ने सरकार पर सवाल खड़े किये हैं. उन्होंने कहा कि इस बांध की क्षमता सिर्फ 200 मेगावाट बिजली पैदा करने की है. इससे जब इतना बड़ा हादसा हो गया तो इलाके में अन्य बांधों से, जिनकी क्षमता काफी अधिक है, तो खतरा और भी अधिक है. सरकार ऐसे में क्या कर रही है. साथ ही कहा कि सरकार को निपको के सभी प्रोजेक्ट्स को बंद कर देने चाहिए. सरकार इस घटना को ऐसे ही नजरअंदाज नहीं कर सकती.
दूसरी तरफ कांग्रेस प्रवक्ता अपूरंव भट्टाचार्य ने भी सरकार का घेराव करते हुए कहा कि यह घटना निपको की लापरवाही का परिणाम है. सरकार को इस पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए. साथ ही कहा कि निपको ने अब तक कोई जानकारी नहीं दी है. इस घटना में चार लोग लापता हैं, जिनको अब तक खोजा नहीं जा सका है. सरकार सिर्फ कहती है कि वह गरीबों और लोगों की सरकार है, लेकिन लोगों की समस्या का कोई हल नहीं निकालती.
उमरांग्सू पनबिजली हादसे के संबंध में, जब ईटीवी भारत ने गुवाहाटी स्थित नॉर्थ ईस्टर्न इलेक्ट्रिक पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड कार्यालय (NEEPCO) में सम्पर्क किया तो सामने से कोई जवाब नहीं मिला. वहां मौजूद अधिकारियों ने इस संबंध में कोई भी जानकारी देने से इनकार कर दिया. वहीं, लापता हुए चार लोगों का विस्तृत परिचय भी साझा नहीं किया जा रहा है.
पढ़ें: कपिली हाइड्रो पावर प्लांट में पाइप लाइन फटने के बाद AASU का आंदोलन फिर शुरू
बता दें कि सात अक्टूबर को तड़के करीब चार बजे पानी से चलने वाली सुरंग की पाइप फटने से बड़ा हादसा हो गया था. पाइप फटने की वजह से 12 हजार लीटर प्रति सेकेंड के वेग से निकले पानी में एक इंजीनियर समेत चार लोग बह गये.
इस घटना के चलते कपिली पॉवर हाउस को काफी नुकसान पहुंचा है. सूत्रों ने बताया है कि रिसाव के चलते ये घटना हुई है. रिसाव की वजह से अचानक पाइप फट गई. हादसे के समय सैकड़ों कर्मचारी पानी में फंस गये थे.
घटना के सामने आने के बाद ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन एक बार फिर बाधों के निर्माण के खिलाफ आंदोलन कर रही है. अरुणाचल प्रदेश में 168 बांधों के निर्माण की परियोजना के खिलाफ पहले भी ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन विरोध कर चुकी है.