नई दिल्ली : केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा है कि भारत व चीन के बीच सीमा मुद्दे पर केंद्र को कांग्रेस से किसी 'प्रमाणपत्र' की आवश्यकता नहीं है.
नकवी ने बुधवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत की सुरक्षा और गरिमा पूरी तरह से कायम है. मुद्दे के इतिहास और भूगोल को समझे बिना कांग्रेसी नेता गैर-जिम्मेदाराना बयान दे रहे हैं. यहां तक कि कांग्रेस पार्टी में जो लोग समझदार हैं, वे भी उनके नेतृत्व के व्यवहार को समझने में असमर्थ हैं.
उन्होंने कहा, 'प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश की सुरक्षा और गरिमा हमने पूरी तरह से बनाए रखी है. हमें कांग्रेस से किसी भी प्रमाणपत्र की जरूरत नहीं है. पार्टी (कांग्रेस) मानसिक रूप से अच्छा नहीं कर रही है. उसके नेता हमारे कोरोना योद्धाओं और सैनिकों का मजाक बनाते हुए खुद मजाक बन गए हैं.'
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कांग्रेस का मतलब केवल विपक्ष नहीं है और यह बताया कि बसपा सुप्रीमो मायावती और कई अन्य जैसे नेताओं ने इस समय सरकार को अपना समर्थन दिया है. उन्होंने कहा, 'कांग्रेस का मतलब विपक्ष नहीं है. यह एक परिवार है, जो एक फोटो फ्रेम में फिट बैठता है. इस सामंती परिवार के सदस्य अपने आप ही विपक्ष और इसकी आवाज बन जाते हैं.'
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इसके पहले दिन में भाजपा अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने कांग्रेस के शीर्ष परिवार और उसके वंश पर एक तीखा हमला किया था. भारत और चीन सीमा तनाव को लेकर प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में हाल ही में हुई सर्वदलीय बैठक के बारे में उन्होंने कहा कि यह विपक्ष का सवाल पूछने का अधिकार है और जबकि कई विपक्षी नेताओं ने केंद्र को पूरी तरह से आगे बढ़ने का समर्थन किया, केवल 'एक परिवार' असाधारण था.
iगौरतलब है कि पूर्वी लद्दाख में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हाल ही में गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प में सेना के 20 जवानों की मौत हो गई. भारतीय पक्ष की ओर से खुलासा किया गया कि इस झड़प में चीन के भी 43 जवान हताहत हुए. इनमें कुछ जवानों की मौत हुई तो कुछ अन्य गंभीर रूप से घायल हुए.