ETV Bharat / bharat

ईरान का दावा - हमले में 80 अमेरिकी सैनिकों की मौत, अयातुल्लाह बोले- अमेरिका के मुंह पर तमाचा

author img

By

Published : Jan 8, 2020, 7:12 AM IST

Updated : Jan 8, 2020, 2:37 PM IST

इराक में अमेरिका के एयरबेस पर मिसाइलों से हमला किए जाने की खबर है. पेंटागन के अनुसार उसके अल असद एयरबेस पर एक दर्जन से ज्यादा मिसाइलें दागी गई हैं. हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि फिलहाल सब ठीक है. वहीं ईरान ने दावा किया है कि इस हमले में 80 अमेरिकी सैनिकों की मौत हो गई है.

कॉन्सेप्ट इमेज.
कॉन्सेप्ट इमेज.

बगदाद : इराक में अमेरिका के दो एयरबेस पर मिसाइलों से हमला किया गया है. ईरान का दावा है कि अमेरिकी सैन्य अड्डों पर 22 मिसाइल दागी गई हैं. ईरानी मीडिया के मुताबिक, इस हमले में 80 अमेरिकी सैनिक मारे गए हैं. हमले के बाद ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह खुमैनी ने कहा कि अमेरिका के मुंह पर तमाचा जड़ा है. पेंटागन के अनुसार उसके इराक स्थित अल असद एयरबेस और इरबिल एयरबेस पर एक दर्जन से ज्यादा मिसाइलें दागी गई हैं.

अमेरिकी सैन्य अड्डों पर स्ट्राइक के बाद ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह खुमैनी ने कहा कि हमला सफल रहा और अमेरिका के मुंह पर तमाचा जड़ा है. उन्होंने कहा कि ईरान जनरल कासिम सुलेमानी की शहादत और उनके योगदान को कभी नहीं भूलेगा. इस दौरान डेथ फॉर अमेरिका और डेथ फॉर इजरायल के नारे भी लगे.

बिंदुबार जानकारी :

  • ईरान का दावा अमेरिकी सैन्य अड्डों पर 22 मिसाइल दागी गईं.
  • ईरानी मीडिया ने दावा किया है कि इन हमलों में 80 अमेरिकी सैनिक मारे गए हैं.
  • ईरानी विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद जरीफ ने कहा कि अमेरिकी हवाई हमले में मारे गए कासिम सुलेमानी की हत्या का बदला पूरा हो गया है.
  • पेंटागन का दावा इराक स्थित अल असद एयरबेस और इरबिल एयरबेस पर एक दर्जन से ज्यादा मिसाइलें दागी गईं.
  • ट्रम्प ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सब ठीक है! ईरान ने इराक स्थित दो सैन्य ठिकानों पर मिसाइल से हमले किए.
  • अमेरिकी संघीय उड्डयन प्रशासन ने अमेरिका में पंजीकृत विमानों के इराक, ईरान और खाड़ी क्षेत्र के ऊपर से गुजरने पर प्रतिबंध लगा दिया है.

इस एयरबेस पर अमेरिकी सेनाएं तैनात हैं. जानकारी के मुताबिक, आज तड़के इराक में अमेरिकी और गठबंधन सेना के ठिकानों पर एक दर्जन मिसाइलों से हमला किया गया. अमेरिका ने इसका आरोप ईरान पर लगाया है.

इराक स्थित दो अमेरिकी एयरबेस पर हमला

बता दें, अमेरिका के हमले में ईरान के अत्यंत प्रशिक्षित कुद्स फोर्स के प्रमुख मेजर जनरल कासिम सुलेमानी की मौत हो गई थी. हमला इराक की राजधानी बगदाद में किया गया था. इस हमले के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया था.

ईरान ने किया अमेरिकी एयरबेस पर हमला

ट्रम्प की प्रतिक्रिया
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि सब ठीक है! ईरान ने इराक स्थित दो सैन्य ठिकानों पर मिसाइल से हमले किए. अब हताहतों और नुकसान का आकलन करना है. हमारे पास दुनिया की शक्तिशाली और सुसज्जित सेना है. इस बारे में कल सुबह बयान जारी किया जाएगा.

etvbharat
डोनाल्ड ट्रम्प की प्रतिक्रिया

सुलेमानी की हत्या का बदला पूरा : ईरान
ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद जरीफ ने अमेरिकी बलों पर किए हमले को आत्मरक्षा में उठाया गया कदम बताया और कहा कि इसके साथ ही अमेरिकी हवाई हमले में मारे गए कासिम सुलेमानी की हत्या का बदला पूरा हो गया है. जरीफ ने ट्वीट किया, 'ईरान ने आत्मरक्षा के तौर पर यह कदम उठाया और उसके साथ ही सुलेमानी की मौत का बदला पूरा हो गया.'

etvbharat
ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद जरीफ की प्रतिक्रिया

अमेरिका ने खाड़ी क्षेत्र, इराक और ईरान के ऊपर से असैन्य विमानों के गुजरने पर प्रतिबंध लगाया
अमेरिकी संघीय उड्डयन प्रशासन (एफएए) ने मंगलवार को कहा कि उसने अमेरिका में पंजीकृत विमानों के इराक, ईरान और खाड़ी क्षेत्र के ऊपर से गुजरने पर प्रतिबंध लगा दिया है. यह कदम इराक में अमेरिकी बलों पर रॉकेट हमलों के बाद उठाया गया.

एफएए ने एक बयान में कहा, 'आज रात नोटिस जारी कर अमेरिकी असैन्य उड़ान संचालकों के विमान संबंधी प्रतिबंधों के बारे में सूचित किया गया. इसमें इराक, ईरान के हवाई क्षेत्र पर और अरब की खाड़ी तथा ओमान की खाड़ी के जल क्षेत्र पर संचालन को प्रतिबंधित कर दिया गया है.' इसमें आगे कहा गया, 'एफएए पश्चिम एशिया में घटनाओं पर करीबी नजर बनाए रखेगा.'

ट्रम्प के आदेश पर कार्रवाई
व्हाइट हाउस के एक ट्वीट के मुताबिक, अमेरिकी राष्ट्रपति के निर्देश पर अमेरिकी सेना ने ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स-कुद्स फोर्स के प्रमुख, कासिम सुलेमानी पर अमेरिकी सैनिकों की रक्षा के लिए निर्णायक रक्षात्मक कार्रवाई की थी.

बगदाद एयरपोर्ट पर अमेरिका ने किया हवाई हमला, सुलेमानी की मौत

खामेनी का बदले का संकल्प
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला सैय्यद अली खामेनी ने ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (आईआरजीसी) के विशिष्ट कुद्स फोर्स के प्रमुख जनरल कासिम सुलेमानी की मौत का बदला लेने का संकल्प लिया है. एक बयान में खामेनी ने कहा कि धरती के सबसे क्रूर लोगों ने सम्मानीय कमांडर की हत्या की, जिन्होंने दुनिया की बुराइयों और डकैतों के खिलाफ साहसपूर्वक लड़ाई लड़ी. उन्होंने कहा कि उनके निधन से उनका मिशन नहीं रुकेगा, लेकिन जिन अपराधियों ने गुरुवार रात जनरल सुलेमानी और अन्य शहीदों के खून से अपने हाथ रंगे हैं, उन्हें जरूर एक जबरदस्त बदले, अंजाम भुगतने की प्रतीक्षा करनी चाहिए. खामेनी ने कहा कि जारी लड़ाई और अंतिम जीत की उपलब्धि हत्यारों और अपराधियों की जिंदगी को और दुश्वर बना देगी.

ट्रम्प की प्रतिक्रिया
ईरान की धमकी के बाद ट्रम्प ने कहा है कि अगर ईरान ने सुलेमानी का बदला लेने के लिए हमला किया तो अमेरिका उसके सांस्कृतिक स्थलों पर हमला करेगा. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चेतावनी दी थी कि यदि ईरान अमेरिकी जवानों या संपत्ति पर हमला करता है, तो अमेरिका 52 ईरानी स्थलों को निशाना बनाएगा और उन पर बहुत तेजी से और जोरदार हमला करेगा.

ईरानी सैन्य प्रमुख की प्रतिक्रिया
ईरान की सरकारी संवाद समिति आईआरएनए ने मेजर जनरल अब्दुल रहमान मौसावी के हवाले से कहा, 'मुझे नहीं लगता कि अमेरिकियों ने 52 स्थलों पर हमला करने की जो धमकी दी है, उनमें वह लड़ाई शुरू करने का साहस है.'

ईरानी सैन्य प्रमुख ने कहा- अमेरिका में लड़ाई शुरू करने का साहस ही नहीं

इराक से अमेरिकी सेना को बाहर करने का फैसला
इराक की संसद ने देश से अमेरिकी सेना को बाहर करने के पक्ष में मतदान किया. सांसदों ने देश में विदेशी सेना की मौजूदगी समाप्त करने की अपील संबंधी प्रस्ताव के पक्ष में रविवार को मतदान किया. प्रस्ताव का मुख्य लक्ष्य अमेरिका को इराक के विभिन्न हिस्सों में मौजूद करीब 5,000 अमेरिकी सैनिकों को वापस बुलाने को कहना है. इराकी प्रस्ताव में खास तौर पर उस समझौते को खत्म करने का आह्वान किया गया है जिसके तहत करीब चार साल पहले अमेरिका ने इस्लामिक स्टेट समूह के खिलाफ लड़ने में मदद के लिए सैनिक भेजे थे. इस प्रस्ताव को संसद के ज्यादातर शिया सदस्यों ने समर्थन दिया, जिनके पास ज्यादातर सीटें हैं.

इराक में अमेरिकी दूतावास पर हमला
इराक में ईरानी कमांडर पर हवाई हमले के बाद बगदाद में अमेरिकी दूतावास के पास रॉकेट दागे गए. ये रॉकेट रविवार की रात दागे गए और इसके बाद एक और रॉकेट दागा गया, जो ग्रीन जोन के पास एक मकान पर जा गिरा.

पोम्पियो ने ठहराया सही
अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने मंगलवार को कहा कि शीर्ष ईरानी जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या करके अमेरिका ने 'सही किया है.' पोम्पिओ ने ट्रम्प के फैसले को पूरी तरह से कानूनी और तेहरान की दुर्भावनापूर्ण गतिविधि से पैदा खतरे से मुकाबला करने की अमेरिका की रणनीति के अनुरूप बताते हुए इसका बचाव किया. पोम्पिओ ने विदेश मंत्रालय में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि अगर ईरान के खिलाफ बदले की कार्रवाई की जरूरत पड़ी, तो अमेरिका युद्ध के अंतरराष्ट्रीय कानूनों का पालन करेगा.

सुलेमानी के जनाजे के जुलूस में भगदड़, 50 की मौत

अमेरिकी बल आतंकवादी घोषित
ईरान ने पूरी घटना पर तीखी प्रतिक्रिया दी है. ईरान ने कहा कि यह एक आतंकी कार्रवाई है और वह इसका बदला लेगा. ईरान की संसद ने एक विधेयक पारित कर सभी अमेरिकी बलों को आतंकवादी घोषित किया.

गौरतलब है कि ईरान ने इराक स्थित ऐसे कम से कम दो सैन्य अड्डों पर एक दर्जन से अधिक बैलिस्टिक मिसाइल दागी जहां अमेरिकी सेना और उसके सहयोगी बल ठहरे हुए हैं.

बगदाद : इराक में अमेरिका के दो एयरबेस पर मिसाइलों से हमला किया गया है. ईरान का दावा है कि अमेरिकी सैन्य अड्डों पर 22 मिसाइल दागी गई हैं. ईरानी मीडिया के मुताबिक, इस हमले में 80 अमेरिकी सैनिक मारे गए हैं. हमले के बाद ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह खुमैनी ने कहा कि अमेरिका के मुंह पर तमाचा जड़ा है. पेंटागन के अनुसार उसके इराक स्थित अल असद एयरबेस और इरबिल एयरबेस पर एक दर्जन से ज्यादा मिसाइलें दागी गई हैं.

अमेरिकी सैन्य अड्डों पर स्ट्राइक के बाद ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह खुमैनी ने कहा कि हमला सफल रहा और अमेरिका के मुंह पर तमाचा जड़ा है. उन्होंने कहा कि ईरान जनरल कासिम सुलेमानी की शहादत और उनके योगदान को कभी नहीं भूलेगा. इस दौरान डेथ फॉर अमेरिका और डेथ फॉर इजरायल के नारे भी लगे.

बिंदुबार जानकारी :

  • ईरान का दावा अमेरिकी सैन्य अड्डों पर 22 मिसाइल दागी गईं.
  • ईरानी मीडिया ने दावा किया है कि इन हमलों में 80 अमेरिकी सैनिक मारे गए हैं.
  • ईरानी विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद जरीफ ने कहा कि अमेरिकी हवाई हमले में मारे गए कासिम सुलेमानी की हत्या का बदला पूरा हो गया है.
  • पेंटागन का दावा इराक स्थित अल असद एयरबेस और इरबिल एयरबेस पर एक दर्जन से ज्यादा मिसाइलें दागी गईं.
  • ट्रम्प ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सब ठीक है! ईरान ने इराक स्थित दो सैन्य ठिकानों पर मिसाइल से हमले किए.
  • अमेरिकी संघीय उड्डयन प्रशासन ने अमेरिका में पंजीकृत विमानों के इराक, ईरान और खाड़ी क्षेत्र के ऊपर से गुजरने पर प्रतिबंध लगा दिया है.

इस एयरबेस पर अमेरिकी सेनाएं तैनात हैं. जानकारी के मुताबिक, आज तड़के इराक में अमेरिकी और गठबंधन सेना के ठिकानों पर एक दर्जन मिसाइलों से हमला किया गया. अमेरिका ने इसका आरोप ईरान पर लगाया है.

इराक स्थित दो अमेरिकी एयरबेस पर हमला

बता दें, अमेरिका के हमले में ईरान के अत्यंत प्रशिक्षित कुद्स फोर्स के प्रमुख मेजर जनरल कासिम सुलेमानी की मौत हो गई थी. हमला इराक की राजधानी बगदाद में किया गया था. इस हमले के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया था.

ईरान ने किया अमेरिकी एयरबेस पर हमला

ट्रम्प की प्रतिक्रिया
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि सब ठीक है! ईरान ने इराक स्थित दो सैन्य ठिकानों पर मिसाइल से हमले किए. अब हताहतों और नुकसान का आकलन करना है. हमारे पास दुनिया की शक्तिशाली और सुसज्जित सेना है. इस बारे में कल सुबह बयान जारी किया जाएगा.

etvbharat
डोनाल्ड ट्रम्प की प्रतिक्रिया

सुलेमानी की हत्या का बदला पूरा : ईरान
ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद जरीफ ने अमेरिकी बलों पर किए हमले को आत्मरक्षा में उठाया गया कदम बताया और कहा कि इसके साथ ही अमेरिकी हवाई हमले में मारे गए कासिम सुलेमानी की हत्या का बदला पूरा हो गया है. जरीफ ने ट्वीट किया, 'ईरान ने आत्मरक्षा के तौर पर यह कदम उठाया और उसके साथ ही सुलेमानी की मौत का बदला पूरा हो गया.'

etvbharat
ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद जरीफ की प्रतिक्रिया

अमेरिका ने खाड़ी क्षेत्र, इराक और ईरान के ऊपर से असैन्य विमानों के गुजरने पर प्रतिबंध लगाया
अमेरिकी संघीय उड्डयन प्रशासन (एफएए) ने मंगलवार को कहा कि उसने अमेरिका में पंजीकृत विमानों के इराक, ईरान और खाड़ी क्षेत्र के ऊपर से गुजरने पर प्रतिबंध लगा दिया है. यह कदम इराक में अमेरिकी बलों पर रॉकेट हमलों के बाद उठाया गया.

एफएए ने एक बयान में कहा, 'आज रात नोटिस जारी कर अमेरिकी असैन्य उड़ान संचालकों के विमान संबंधी प्रतिबंधों के बारे में सूचित किया गया. इसमें इराक, ईरान के हवाई क्षेत्र पर और अरब की खाड़ी तथा ओमान की खाड़ी के जल क्षेत्र पर संचालन को प्रतिबंधित कर दिया गया है.' इसमें आगे कहा गया, 'एफएए पश्चिम एशिया में घटनाओं पर करीबी नजर बनाए रखेगा.'

ट्रम्प के आदेश पर कार्रवाई
व्हाइट हाउस के एक ट्वीट के मुताबिक, अमेरिकी राष्ट्रपति के निर्देश पर अमेरिकी सेना ने ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स-कुद्स फोर्स के प्रमुख, कासिम सुलेमानी पर अमेरिकी सैनिकों की रक्षा के लिए निर्णायक रक्षात्मक कार्रवाई की थी.

बगदाद एयरपोर्ट पर अमेरिका ने किया हवाई हमला, सुलेमानी की मौत

खामेनी का बदले का संकल्प
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला सैय्यद अली खामेनी ने ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (आईआरजीसी) के विशिष्ट कुद्स फोर्स के प्रमुख जनरल कासिम सुलेमानी की मौत का बदला लेने का संकल्प लिया है. एक बयान में खामेनी ने कहा कि धरती के सबसे क्रूर लोगों ने सम्मानीय कमांडर की हत्या की, जिन्होंने दुनिया की बुराइयों और डकैतों के खिलाफ साहसपूर्वक लड़ाई लड़ी. उन्होंने कहा कि उनके निधन से उनका मिशन नहीं रुकेगा, लेकिन जिन अपराधियों ने गुरुवार रात जनरल सुलेमानी और अन्य शहीदों के खून से अपने हाथ रंगे हैं, उन्हें जरूर एक जबरदस्त बदले, अंजाम भुगतने की प्रतीक्षा करनी चाहिए. खामेनी ने कहा कि जारी लड़ाई और अंतिम जीत की उपलब्धि हत्यारों और अपराधियों की जिंदगी को और दुश्वर बना देगी.

ट्रम्प की प्रतिक्रिया
ईरान की धमकी के बाद ट्रम्प ने कहा है कि अगर ईरान ने सुलेमानी का बदला लेने के लिए हमला किया तो अमेरिका उसके सांस्कृतिक स्थलों पर हमला करेगा. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चेतावनी दी थी कि यदि ईरान अमेरिकी जवानों या संपत्ति पर हमला करता है, तो अमेरिका 52 ईरानी स्थलों को निशाना बनाएगा और उन पर बहुत तेजी से और जोरदार हमला करेगा.

ईरानी सैन्य प्रमुख की प्रतिक्रिया
ईरान की सरकारी संवाद समिति आईआरएनए ने मेजर जनरल अब्दुल रहमान मौसावी के हवाले से कहा, 'मुझे नहीं लगता कि अमेरिकियों ने 52 स्थलों पर हमला करने की जो धमकी दी है, उनमें वह लड़ाई शुरू करने का साहस है.'

ईरानी सैन्य प्रमुख ने कहा- अमेरिका में लड़ाई शुरू करने का साहस ही नहीं

इराक से अमेरिकी सेना को बाहर करने का फैसला
इराक की संसद ने देश से अमेरिकी सेना को बाहर करने के पक्ष में मतदान किया. सांसदों ने देश में विदेशी सेना की मौजूदगी समाप्त करने की अपील संबंधी प्रस्ताव के पक्ष में रविवार को मतदान किया. प्रस्ताव का मुख्य लक्ष्य अमेरिका को इराक के विभिन्न हिस्सों में मौजूद करीब 5,000 अमेरिकी सैनिकों को वापस बुलाने को कहना है. इराकी प्रस्ताव में खास तौर पर उस समझौते को खत्म करने का आह्वान किया गया है जिसके तहत करीब चार साल पहले अमेरिका ने इस्लामिक स्टेट समूह के खिलाफ लड़ने में मदद के लिए सैनिक भेजे थे. इस प्रस्ताव को संसद के ज्यादातर शिया सदस्यों ने समर्थन दिया, जिनके पास ज्यादातर सीटें हैं.

इराक में अमेरिकी दूतावास पर हमला
इराक में ईरानी कमांडर पर हवाई हमले के बाद बगदाद में अमेरिकी दूतावास के पास रॉकेट दागे गए. ये रॉकेट रविवार की रात दागे गए और इसके बाद एक और रॉकेट दागा गया, जो ग्रीन जोन के पास एक मकान पर जा गिरा.

पोम्पियो ने ठहराया सही
अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने मंगलवार को कहा कि शीर्ष ईरानी जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या करके अमेरिका ने 'सही किया है.' पोम्पिओ ने ट्रम्प के फैसले को पूरी तरह से कानूनी और तेहरान की दुर्भावनापूर्ण गतिविधि से पैदा खतरे से मुकाबला करने की अमेरिका की रणनीति के अनुरूप बताते हुए इसका बचाव किया. पोम्पिओ ने विदेश मंत्रालय में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि अगर ईरान के खिलाफ बदले की कार्रवाई की जरूरत पड़ी, तो अमेरिका युद्ध के अंतरराष्ट्रीय कानूनों का पालन करेगा.

सुलेमानी के जनाजे के जुलूस में भगदड़, 50 की मौत

अमेरिकी बल आतंकवादी घोषित
ईरान ने पूरी घटना पर तीखी प्रतिक्रिया दी है. ईरान ने कहा कि यह एक आतंकी कार्रवाई है और वह इसका बदला लेगा. ईरान की संसद ने एक विधेयक पारित कर सभी अमेरिकी बलों को आतंकवादी घोषित किया.

गौरतलब है कि ईरान ने इराक स्थित ऐसे कम से कम दो सैन्य अड्डों पर एक दर्जन से अधिक बैलिस्टिक मिसाइल दागी जहां अमेरिकी सेना और उसके सहयोगी बल ठहरे हुए हैं.

Intro:Body:Conclusion:
Last Updated : Jan 8, 2020, 2:37 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.