नई दिल्ली : चीन और पाकिस्तान के भारत के खिलाफ एक साथ आने को लेकर भारतीय वायुसेना का बयान सामने आया है. वायुसेना ने कहा है कि वह चीन और पाकिस्तान दोनों के साथ लड़ने के लिए तैयार है.
वह एयरबेस, जहां से पाकिस्तान 50 किलोमीटर के आस-पास और दौलत बेग ओल्डी (डीबीओ) लगभग 80 किलोमीटर में है, भारतीय वायुसेना दिन रात वहां लड़ाकू, परिवहन विमानों और हेलिकॉप्टरों की गतिविधियां चला रही है. चीन के साथ चल रहे संघर्ष के मद्देनजर, लड़ाकू विमान दिन-रात काम पर लगे हैं.
डीबीओ और पूर्वी लद्दाख के अन्य क्षेत्रों में परिवहन विमान लगातार वास्तविक नियंत्रण रेखा पर स्थित ठिकानों में सैनिकों, राशन और गोला-बारूद के साथ काम कर रहे हैं.
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पाकिस्तान के स्कार्दू एयरबेस से खतरे और चीन-पाकिस्तान के एक साथ आने की संभावना के बारे में पूछे जाने पर भारतीय वायुसेना के फ्लाइट लेफ्टिनेंट के एक पायलट ने कहा कि आधुनिक प्लेटफॉर्म में भारतीय वायुसेना पूरी तरह से प्रशिक्षित है और कोई भी ऑपरेशन करने के लिए तैयार है.
उन्होंने कहा कि हम पूरी तरह से प्रशिक्षित और प्रेरित हैं. वायुसेना में हमारा आदर्श वाक्य है- टच दि स्काई विद ग्लोरी.
इन कठिन इलाकों में रात के समय में भारतीय वायुसेना की क्षमता के बारे में बात करते हुए एक लड़ाकू पायलट ने कहा कि आज हमारी युद्ध क्षमता बढ़ गई है. हम इतने आगे हैं कि रात के समय भी मिशन पूरा करने में सक्षम हैं.
इससे पहले जून में गिलगित-बालटिस्तान क्षेत्र स्कार्दू में चीनी विमान के उतरने के बाद पीओके में पाकिस्तान के हवाई ठिकाने एक नजर में आ गए थे. श्योक नदी के तट पर स्थित स्ट्रैटेजिक एयरबेस को दिन और रात के संचालन के लिए अपग्रेड किया गया है.