नई दिल्ली : भारत के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का दिल्ली के लोधी रोड श्मशान घाट पर आज अंतिम संस्कार किया गया. मुखर्जी का संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया. वहीं जानकारी के अनुसार पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की अस्थियां हरिद्वार में पूरे विधि-विधान से प्रवाहित होंगी. दिल्ली में अंतिम संस्कार के बाद देर शाम तक परिजन प्रणब दा की अस्थियों को लेकर हरिद्वार पहुंचेंगे और आज ही गंगा तट पर अस्थि विसर्जन होगा. अस्थि विसर्जन में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और राज्यपाल बेबी रानी मौर्य के शामिल होने की उम्मीद जताई जा रही है.
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की अस्थियां आज हरिद्वार में पूरे विधि-विधान के साथ गंगा में प्रवाहित की जाएगी. देर शाम तक परिजन पूर्ण राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की अस्थियों को लेकर हरिद्वार पहुंचेंगे और गंगा तट पर विसर्जन करेंगे.
विधि-विधान से हरकी पौड़ी के ब्रह्मकुंड में पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के अस्थियों को गंगा में प्रवाहित किया जाएगा. जिला प्रशासन ने हरकी पैड़ी में सुरक्षा के सख्त इंतजाम किए हैं. वहीं, अस्थि विसर्जन कार्यक्रम में कई वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता शामिल हो सकते हैं.
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का हरिद्वार से गहरा नाता था. हरिद्वार में दो बार प्रणब दा मां गंगा की आरती में शामिल हो चुके थे. हरकी पौड़ी की प्रमुख संस्था श्री गंगा सभा के रजिस्टर में उनके द्वारा मां गंगा के प्रति श्रद्धाभाव भी लिखे गए थे.
प्रणब मुखर्जी के अंतिम संस्कार के दौरान सभी लोगों को पीपीई किट पहने देखा गया.
अंतिम संस्कार के पहले प्रणब मुखर्जी का पार्थिव शरीर राजधानी में उनके सरकारी आवास पर रखा गया. गणमान्य लोग प्रणब मुखर्जी के आवास पर अंतिम दर्शन कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. पीएम मोदी ने प्रणब मुखर्जी को उनके आवास पर जाकर श्रद्धांजलि दी.
गृह मंत्री ने दिया बयान
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि पूरे देश के लिए गहरे दुख और सदमे की बात है कि भारत रत्न प्रणब मुखर्जी हम सबके बीच में नहीं रहे. सबको साथ रखने की कला में प्रणब मुखर्जी को महारत थी. जब सत्ता में थे तो विपक्ष के लोगों के साथ तालमेल बिठाने में वो हमेशा काम करते रहे.
राष्ट्रपति ने दी श्रद्धांजलि
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी प्रणब मुखर्जी को उनके आवास पर जाकर श्रद्धांजलि दी.
मनमोहन सिंह, आजाद, डॉ हर्षवर्धन रहे मौजूद
पूर्व पीएम डॉ मनमोहन सिंह ने भी प्रणब मुखर्जी को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की. उनके अलावा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद और स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने भी प्रणब मुखर्जी को श्रद्धासुमन अर्पित किए.
पीएम मोदी ने अर्पित किया पुष्पचक्र
पीएम मोदी ने प्रणब मुखर्जी को पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी.
उपराष्ट्रपति ने अर्पित किए श्रद्धासुमन
उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने भी प्रणब मुखर्जी को श्रद्धासुमन अर्पित किए.
रक्षा मंत्री ने दी श्रद्धांजलि
इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पूर्व राष्ट्रपति को उनके निवास स्थान पर श्रद्धांजलि अर्पित की.
तीनों सेना प्रमुखों ने दिया अंतिम सम्मान
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे, वायु सेना प्रमुख/एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया और नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह ने पूर्व राष्ट्रपति को उनके निवास पर अंतिम सम्मान दिया.
आवास पर लाया गया मुखर्जी का पार्थिव शरीर
प्रणब मुखर्जी का शरीर 10 राजाजी मार्ग स्थित उनके आवास पर ले जाया गया.
रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी किए गए एक नोट के अनुसार, आधिकारिक गणमान्य व्यक्तियों के लिए पुष्पांजलि कार्यक्रम का समय सुबह 9:15 -10:15 बजे और अन्य गणमान्य लोगों के लिए 45 मिनट का होगा.
इसके बाद 10 राजाजी मार्ग पर दिवंगत राष्ट्रपति को श्रद्धांजलि देने के लिए आम जनता को एक घंटे का समय दिया जाएगा.
नोट में इस बात का भी उल्लेख है कि कोरोना प्रोटोकॉल के मद्देनजर, दिवंगत राष्ट्रपति के शरीर को शव वाहन में लेकर आगे बढ़ेंगे.
मंत्रालय ने यह भी कहा है कि कोरोना के मद्देनजर सभी प्रोटोकॉल और दिशानिर्देशों का पालन किया जाएगा.
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गौरतलब है कि मुखर्जी का सोमवार को आर्मी हॉस्पिटल (रिसर्च एंड रेफरल) अस्पताल में निधन हो गया, जहां अगस्त माह की शुरुआत में भर्ती कराया गया था और उनके मस्तिष्क में एक थक्का हटाने के लिए सर्जरी की गई थी. उनकी उम्र 84 वर्ष थी.
उन्हें 10 अगस्त को दिल्ली के आर्मी अस्पताल में भर्ती कराया गया था और उनकी कोरोना रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई थी.
सरकार ने 31 अगस्त से छह सितंबर तक सात दिवसीय राजकीय शोक की घोषणा की है.