नई दिल्ली : विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि वर्तमान समय में सभी बहुपक्षीय संस्थानों की छानबीन और उनमें सुधार की जरूरत है, जिससे वह अपने उद्देश्यों की पूर्ति सही तरीके से कर सकें और इस सदी के प्रतिनिधि बन सकें.
बहुपक्षवाद के लिए गठबंधन की आभासी मंत्रिस्तरीय बैठक में विदेश मंत्री ने कहा कि हमें एक अलग राजनीति करनी होगी और तथ्यों का विश्लेषण करना होगा कि क्या कोरोना के कारणों का पता लगाने के लिए हमारे प्रयास सही हैं भी या नहीं.
विदेश मंत्री ने रेखांकित किया कि दुनिया एक परिवर्तनकारी क्षण पर खड़ी है और कोरोना और गलत सूचना को लेकर दोहरे हमले का भी सामना कर रही है.
उन्होंने आगे कहा कि महामारी ने वैश्विक प्रणाली को तबाह करके रख दिया है, जिसका संबंध हमारे जीने, काम करने, यात्रा करने और वास्तव में रोजमर्रा से जुड़े कामों से है. जबकि यह कहना जल्दबाजी होगी कि कोरोना वायरस ने हमारे जीवन के तरीके को हमेशा के लिए बदल दिया है. इतना जरूर है कि कोरोना ने दूसरों की उपस्थिति में हमारी सुविधा को थोड़ा कम कर दिया है.
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जयशंकर ने कहा कि यह व्यापक रूप से आज की घटनाएं हैं कि हम वास्तव में एक वायरल महामारी और गलत सूचनाओं के दोतरफा हमले का सामना कर रहे हैं. दूसरे शब्दों में, यह एक स्वास्थ्य संकट और एक संक्रामक दोनों का युग है.
विदेश मंत्री ने कहा कि दोनों चुनौतियों को दूर करने का तरीका समान है और वैज्ञानिक दृष्टिकोण में विश्वास को मजबूत करने की जरूरत है.
जयशंकर ने सार्थक और समान भागीदारी में विश्वास बहाल करने की आवश्यकता पर जोर दिया.