कर्नाटक: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को कहा कि पंजाब में खालिस्तान लहर नहीं है. भगोड़े खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह को पकड़ने की कोशिश जारी है. केंद्र इस स्थिति पर लगातार कड़ी नजर बनाए हुए है. गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि पंजाब सरकार ने अच्छा काम किया है और केंद्र ने सहयोग किया है.
शाह ने बेंगलुरु में एक मीडिया कॉन्क्लेव में बोलते हुए कहा कि अमृतपाल सिंह की गिरफ्तारी में कुछ समय जरूर लग सकता है लेकिन वह अपनी गतिविधियों को आगे नहीं बढ़ा सकता है. अमित शाह ने पिछले महीने लंदन में भारतीय उच्चायोग, यूके और सैन फ्रांसिस्को में वाणिज्य दूतावास पर हमले का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार भारतीय उच्चायोगों पर किसी भी तरह के हमले को बर्दाश्त नहीं करेगी और भारतीय कानूनों के अनुसार कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
बता दें 19 मार्च 2023 को लंदन में उच्चायोग के बाहर खालिस्तान बैनर पकड़े प्रदर्शनकारियों ने प्रदर्शन किया था. प्रदर्शनकारियों में से एक ने तिरंगे को नीचे खींच लिया था. लंदन में उच्चायोग के बाहर हुई इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. खालिस्तान समर्थकों ने कथित तौर पर सैन फ्रांसिस्को (एसएफओ) में भारतीय वाणिज्य दूतावास पर भी हमला किया था. खालिस्तान समर्थकों के दरवाजे तोड़ने और कार्यालय में घुसने के वीडियो भी सोशल मीडिया पर सामने आए थे.
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बेंगलुरु में गृह मंत्री ने आगे कहा कि पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया कर्नाटक में भी एक महत्वपूर्ण मुद्दा है, जहां 10 मई को विधानसभा चुनाव होने हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने पीएफआई को सुरक्षित रखा और कर्नाटक में उसका समर्थन किया लेकिन भाजपा सरकार ने पीएफआई पर प्रतिबंध लगा दिया है. दक्षिण भारत में प्रचार करने वाले अलगाववादी संगठन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. बता दें केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पिछले साल सितंबर में पॉपुलर फ्रंट ऑफ़ इंडिया (PFI) और उसके सहयोगियों को 'गैरकानूनी संघ' घोषित किया था.
(एएनआई)