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अंकिता भंडारी केस: VIP का नाम जानने के लिए आरोपियों का होगा नार्को टेस्ट

अंकिता भंडारी हत्याकांड मामले में एडीजी लॉ एंड ऑर्डर वी मुरुगेशन ने बताया कि वीआईपी का नाम जानने के लिए आरोपियों का नार्को टेस्ट कराया जाएगा. इसके लिए एसआईटी जल्द ही कोर्ट में अर्जी दाखिल करेगी.

Ankita Bhandari murder case
अंकिता भंडारी केस
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Published : Dec 4, 2022, 4:12 PM IST

देहरादून: बहुचर्चित 19 वर्षीय अंकिता भंडारी हत्याकांड मामले ने पूरे उत्तराखंड को हिलाकर रख दिया था. तो वहीं अब इस मामले में बड़ा अपडेट सामने आया है. रिसॉर्ट रिसेप्शनिस्ट अंकित भंडारी हत्याकांड मामले में अब तीनों आरोपियों का नार्को टेस्ट होगा. इसके साथ ही एसआईटी 10 दिनों के अंदर कोर्ट में चार्जशीट दाखिल करेगी.

दरअसल, एडीजी वी मुरुगेशन ने बताया कि वीआईपी का नाम जानने के लिए पुलिस नार्को टेस्ट कराएगी और जल्द ही न्यायालय में अर्जी दाखिल करेंगे. अर्जी के मंजूर होते ही तीनों आरोपियों का नार्को टेस्ट कराया जाएगा. तीनों आरोपियों का नार्को टेस्ट किए जाने के बाद अंकित भंडारी हत्याकांड मामले की चार्जशीट कोर्ट में पेश की जाएगी.

VIP का नाम जानने के लिए आरोपियों का होगा नार्को टेस्ट.

रिपोर्ट्स के मुताबिक, एसआईटी द्वारा जांच के दौरान कई सवालों का आरोपियों ने जवाब नहीं दिया था, जिससे कि जांच में कई सबूत एसआईटी से आज भी दूर हैं. ऐसे में सबूतों को पुख्ता करने और आरोपियों को सख्त से सख्त सजा दिलाने के लिए तीनों का नार्को टेस्ट कराया जाएगा.

वीआईपी रूम का राज: आरोपियों की रिमांड के दौरान एसआईटी को पता चला था कि रिसॉर्ट में एक वीआईपी रूम है. उस रूम में रूकने वाले मेहमानों को वीआईपी कहते हैं. इसलिए पूरी सच्चाई सामने आने के लिए एसआईटी ने निर्णय लिया है कि आरोपियों के नार्को टेस्ट कराए जाएं तो वीआईपी का नाम सामने आ जाएगा.

प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एडीजी लॉ एंड ऑर्डर वी मुरुगेशन ने जनता से अपील की है कि हमारे द्वारा की जा रही जांच पूरी तरह से सही तरीके से चल रही है और जो भी तथ्य सामने आ रहे हैं, उस पर काम किया जा रहा है. ऐसे में जनता संयम रखें और एसआईटी पर भरोसा रखें और उत्तराखंड पुलिस द्वारा निष्पक्ष जांच की जा रही है.

नहर में धक्का देकर मारा था: बता दें कि ऋषिकेश के वनंत्रा रिसॉर्ट में 19 वर्षीय रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी की कथित तौर पर रिसॉर्ट मालिक और उसके दो साथियों ने हत्या कर दी थी. 22 सितंबर को राजस्व पुलिस से नियमित पुलिस बल को मामला सौंपे जाने के 24 घंटे के भीतर रिसॉर्ट मालिक पुलकित आर्य समेत सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया था.

आरोपियों ने कहा था कि उन्होंने 18 सितंबर को भंडारी को चिल्ला नहर में धकेल दिया था और 24 सितंबर को उसका शव मिला था. आरोपी पुलकित, भारतीय जनता पार्टी के पूर्व नेता विनोद आर्य का बेटा है. हत्याकांड में नाम सामने आने के बाद उन्हें पार्टी ने निष्कासित कर दिया था.

क्या है मामला: बता दें कि 19 साल की अंकिता भंडारी पौड़ी जिले के यमकेश्वर ब्लॉक में स्थित वनंत्रा रिसॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट थी. ये रिसॉर्ट बीजेपी के बड़े नेता विनोद आर्य के छोटे बेटे पुलकित आर्य का था. आरोप है कि पुलकित आर्य ने अंकिता भंडारी पर दबाव बनाया था कि वो रिसॉर्ट में आने वाले ग्राहकों के साथ गलत काम करे, लेकिन अंकिता भंडारी ने ऐसा करने से साफ इनकार कर दिया और नौकरी छोड़ने का फैसला भी ले लिया था. इसी बात को लेकर अंकिता भंडारी और पुलकित आर्य के बीच बहस भी हुई थी.

पढ़ें- आरोपियों की राह में 'पुष्प' बने कांटे, मिलिए उस शख्स से जिसकी मदद से खुला अंकिता मर्डर केस

पुलकित आर्य को डर था कि अंकिता उसका और रिसॉर्ट में होने वाले अनैतिक कामों का पर्दाफाश कर देगी. इसी वजह से 18 सितंबर देर शाम को पुलकित बहस के बाद अंकिता को काम के बहाने रिसॉर्ट से बाहर ले गया और ऋषिकेश के पास चीला नहर में धक्का देकर उसकी हत्या कर दी.

पुलकित आर्य के इस घिनौने कृत्य में उसके दो मैनेजर सौरभ भास्कर और अंकित गुप्ता ने उसका साथ दिया था. अंकिता की लाश 24 सितंबर को चीला नहर से मिली थी. पुलिस ने तीनों आरोपियों को 23 सितंबर को गिरफ्तार कर लिया था. इसके बाद इस पूरे कांड से पर्दा उठा था. अभी तीनों आरोपी पौड़ी जेल में बंद है.

देहरादून: बहुचर्चित 19 वर्षीय अंकिता भंडारी हत्याकांड मामले ने पूरे उत्तराखंड को हिलाकर रख दिया था. तो वहीं अब इस मामले में बड़ा अपडेट सामने आया है. रिसॉर्ट रिसेप्शनिस्ट अंकित भंडारी हत्याकांड मामले में अब तीनों आरोपियों का नार्को टेस्ट होगा. इसके साथ ही एसआईटी 10 दिनों के अंदर कोर्ट में चार्जशीट दाखिल करेगी.

दरअसल, एडीजी वी मुरुगेशन ने बताया कि वीआईपी का नाम जानने के लिए पुलिस नार्को टेस्ट कराएगी और जल्द ही न्यायालय में अर्जी दाखिल करेंगे. अर्जी के मंजूर होते ही तीनों आरोपियों का नार्को टेस्ट कराया जाएगा. तीनों आरोपियों का नार्को टेस्ट किए जाने के बाद अंकित भंडारी हत्याकांड मामले की चार्जशीट कोर्ट में पेश की जाएगी.

VIP का नाम जानने के लिए आरोपियों का होगा नार्को टेस्ट.

रिपोर्ट्स के मुताबिक, एसआईटी द्वारा जांच के दौरान कई सवालों का आरोपियों ने जवाब नहीं दिया था, जिससे कि जांच में कई सबूत एसआईटी से आज भी दूर हैं. ऐसे में सबूतों को पुख्ता करने और आरोपियों को सख्त से सख्त सजा दिलाने के लिए तीनों का नार्को टेस्ट कराया जाएगा.

वीआईपी रूम का राज: आरोपियों की रिमांड के दौरान एसआईटी को पता चला था कि रिसॉर्ट में एक वीआईपी रूम है. उस रूम में रूकने वाले मेहमानों को वीआईपी कहते हैं. इसलिए पूरी सच्चाई सामने आने के लिए एसआईटी ने निर्णय लिया है कि आरोपियों के नार्को टेस्ट कराए जाएं तो वीआईपी का नाम सामने आ जाएगा.

प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एडीजी लॉ एंड ऑर्डर वी मुरुगेशन ने जनता से अपील की है कि हमारे द्वारा की जा रही जांच पूरी तरह से सही तरीके से चल रही है और जो भी तथ्य सामने आ रहे हैं, उस पर काम किया जा रहा है. ऐसे में जनता संयम रखें और एसआईटी पर भरोसा रखें और उत्तराखंड पुलिस द्वारा निष्पक्ष जांच की जा रही है.

नहर में धक्का देकर मारा था: बता दें कि ऋषिकेश के वनंत्रा रिसॉर्ट में 19 वर्षीय रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी की कथित तौर पर रिसॉर्ट मालिक और उसके दो साथियों ने हत्या कर दी थी. 22 सितंबर को राजस्व पुलिस से नियमित पुलिस बल को मामला सौंपे जाने के 24 घंटे के भीतर रिसॉर्ट मालिक पुलकित आर्य समेत सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया था.

आरोपियों ने कहा था कि उन्होंने 18 सितंबर को भंडारी को चिल्ला नहर में धकेल दिया था और 24 सितंबर को उसका शव मिला था. आरोपी पुलकित, भारतीय जनता पार्टी के पूर्व नेता विनोद आर्य का बेटा है. हत्याकांड में नाम सामने आने के बाद उन्हें पार्टी ने निष्कासित कर दिया था.

क्या है मामला: बता दें कि 19 साल की अंकिता भंडारी पौड़ी जिले के यमकेश्वर ब्लॉक में स्थित वनंत्रा रिसॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट थी. ये रिसॉर्ट बीजेपी के बड़े नेता विनोद आर्य के छोटे बेटे पुलकित आर्य का था. आरोप है कि पुलकित आर्य ने अंकिता भंडारी पर दबाव बनाया था कि वो रिसॉर्ट में आने वाले ग्राहकों के साथ गलत काम करे, लेकिन अंकिता भंडारी ने ऐसा करने से साफ इनकार कर दिया और नौकरी छोड़ने का फैसला भी ले लिया था. इसी बात को लेकर अंकिता भंडारी और पुलकित आर्य के बीच बहस भी हुई थी.

पढ़ें- आरोपियों की राह में 'पुष्प' बने कांटे, मिलिए उस शख्स से जिसकी मदद से खुला अंकिता मर्डर केस

पुलकित आर्य को डर था कि अंकिता उसका और रिसॉर्ट में होने वाले अनैतिक कामों का पर्दाफाश कर देगी. इसी वजह से 18 सितंबर देर शाम को पुलकित बहस के बाद अंकिता को काम के बहाने रिसॉर्ट से बाहर ले गया और ऋषिकेश के पास चीला नहर में धक्का देकर उसकी हत्या कर दी.

पुलकित आर्य के इस घिनौने कृत्य में उसके दो मैनेजर सौरभ भास्कर और अंकित गुप्ता ने उसका साथ दिया था. अंकिता की लाश 24 सितंबर को चीला नहर से मिली थी. पुलिस ने तीनों आरोपियों को 23 सितंबर को गिरफ्तार कर लिया था. इसके बाद इस पूरे कांड से पर्दा उठा था. अभी तीनों आरोपी पौड़ी जेल में बंद है.

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