ETV Bharat / bharat

उत्तराखंड में जारी है जल 'प्रहार', आधा दर्जन NH सहित कुल 82 सड़कें बंद

आपदा प्रबंधन कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश भर में रविवार शाम तक बड़े राजमार्ग और ग्रामीण मार्गों को मिलाकर कुल 82 सड़कें बंद हैं. जिन्हें खोलने के प्रयास किये जा रहे हैं.

राज्य में जारी है जल प्रहार
राज्य में जारी है जल प्रहार
author img

By

Published : Aug 30, 2021, 1:15 AM IST

देहरादून/हल्द्वानी: उत्तराखंड में मॉनसून लगातार जारी है. पिछले कई दिनों से लगातार हो रही बारिश के बाद प्रदेश भर में कई राष्ट्रीय राजमार्ग बाधित हैं. अन्य सड़कों की भी हालत खराब है. राज्य आपदा कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के अनुसार 29 अगस्त शाम साढ़े पांच बजे तक प्रदेश में 82 छोटे-बड़े मार्ग बंद हैं. जिन्हें खोलने की कार्रवाई लगातार जारी है. इनमें प्रदेश की बड़ी सड़कें यानी चारधाम और पहाड़ को जोड़ने वाले मुख्य राजमार्ग भी शामिल हैं.

जिलेवार बाधित सड़कों की और राजमार्गों की स्थिति: उत्तरकाशी जिले में 2 ग्रामीण मार्ग यातायात के लिए अवरुद्ध हैं. देहरादून जिले में ऋषिकेश-देहरादून राज्य मार्ग रानीपोखरी पुल टूटने के कारण बंद है. राष्ट्रीय राजमार्ग-123 हरबर्टपुर-बड़कोट अलग-अलग तीन जगहों पर अवरुद्ध है. वहीं, इसके अलावा जिले में 1 मुख्य जिला मार्ग और 8 ग्रामीण मार्ग यातायात के लिए अवरुद्ध हैं.

चमोली जिले में ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच-58 भूस्खलन और मलबा आने के कारण तपोवन और मलेथा दो अलग-अलग जगहों पर बंद है. जिसका वैकल्पिक मार्ग नई टिहरी से श्रीनगर खुला है. जोशीमठ मलारी राज्य मार्ग तमक नाला/जुम्मा में लगातार बोल्डर और मलबा गिरने की वजह से भूस्खलन के चलते यातायात के लिए बंद है. इसके अलावा चमोली जिले में 14 ग्रामीण मोटर मार्ग भी यातायात के लिए अवरुद्ध हैं.

पढ़ें- मसूरी: भारी बारिश के चलते सड़क का गिरा पुश्ता, दो मकान क्षतिग्रस्त, एक घायल

रुद्रप्रयाग जिले में ऋषिकेश-केदारनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच-107 भूस्खलन और मलबा आने के कारण तपोवन और मलेथा के बीच यातायात के लिए प्रतिबंधित है. वैकल्पिक मार्ग के लिए टिहरी वाला रास्ता खुला है. पौड़ी जिले में 2 मुख्य जिला मार्ग और 8 ग्रामीण मोटर मार्ग बंद हैं.

टिहरी जिले में ऋषिकेश से श्रीनगर बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग NH-58 तोता घाटी के समीप मलबा आने की कारण अवरुद्ध है. वैकल्पिक मार्ग ऋषिकेश कोटद्वार पौड़ी श्रीनगर होते हुए उपलब्ध है. राष्ट्रीय राजमार्ग 94 आगराखाल धरासू बिन्नू गांव में बाढ़ आने की वजह से रोका गया है. राष्ट्रीय राजमार्ग 94 ऋषिकेश आगराखाल सामान्य स्थिति होने तक यातायात के लिए प्रतिबंधित रहेगा. इसके अलावा जिले में 7 अन्य ग्रामीण मोटर मार्ग भी अवरुद्ध हैं.

पढ़ें- पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत पहुंचे रानीपोखरी, दुर्घटनाग्रस्त इलाके का किया निरीक्षण

बागेश्वर जिले में 4 ग्रामीण मोटर मार्ग यातायात के लिए अवरुद्ध हैं. नैनीताल जिले में 3 ग्रामीण मोटर मार्ग, अल्मोड़ा जिले में 4 मुख्य जिला मार्ग, पिथौरागढ़ में 5 बोर्डर रोड और 11 ग्रामीण मोटर मार्ग बंद है. चंपावत जिले में टनकपुर-चंपावत राष्ट्रीय राजमार्ग NH-09 स्वाला के पास भूस्खलन के चलते यातायात के लिए बंद किया गया है. इसके अलावा जिले में 4 ग्रामीण मोटर मार्ग भी यातायात के लिए अवरुद्ध हैं. उधम सिंह नगर जिले में कोई भी ग्रामीण मोटर मार्ग बंद नहीं है.

पढ़ें- उत्तराखंड में भूस्खलन से जगह-जगह राष्ट्रीय राजमार्ग बाधित, खोलने में जुटा विभाग

ज्योलिकोट के दो गांवों के बीच क्षतिग्रस्त हुई सड़क: नैनीताल में भारी बारिश के कारण ज्योलिकोट दो गांव के बीच सड़क क्षतिग्रस्त हो गई है. इस वजह से यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. नैनीताल पुलिस ने जनता से अपील की है कि वह अति आवश्यक काम होने पर ही पहाड़ों को सफर करें.

पुलिस ने हाईवे बंद होने के कारण डायवर्जन प्लान भी जारी किया है. अत्यधिक वर्षा के कारण NH 87 हल्द्वानी ज्योलीकोट के पास क्षतिग्रस्त होने के कारण कुमाऊं परिक्षेत्र के विभिन्न जनपदों जिनमें अल्मोड़ा, बागेश्वर, पिथौरागढ़ शामिल हैं, इन जिलों को जाने वाले बड़े मालवाहक वाहनों का यातायात डायवर्जन वाया रामनगर मोहान कर दिया गया है.

पढ़ें- उत्तराखंड में भूस्खलन से जगह-जगह राष्ट्रीय राजमार्ग बाधित, खोलने में जुटा विभाग

भीमताल रोड़ पहले से ही भूस्खलन के कारण प्रभावित है. उस पर भारी वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित किया गया है. जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल के मुताबिक दूसरी तरफ ज्योलीकोट मार्ग वीरभट्टी पुल के पास मलबा आने के कारण बंद है. लिहाज़ा एनएच 87 पूर्ण रूप से खुलने तक जनता यातायात डायवर्जन का प्रयोग करें. जिलाधिकारी नैनीताल के मुताबिक नेशनल हाईवे 87 को छोड़कर जिले में बाकी हालात सामान्य हैं.

देहरादून/हल्द्वानी: उत्तराखंड में मॉनसून लगातार जारी है. पिछले कई दिनों से लगातार हो रही बारिश के बाद प्रदेश भर में कई राष्ट्रीय राजमार्ग बाधित हैं. अन्य सड़कों की भी हालत खराब है. राज्य आपदा कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के अनुसार 29 अगस्त शाम साढ़े पांच बजे तक प्रदेश में 82 छोटे-बड़े मार्ग बंद हैं. जिन्हें खोलने की कार्रवाई लगातार जारी है. इनमें प्रदेश की बड़ी सड़कें यानी चारधाम और पहाड़ को जोड़ने वाले मुख्य राजमार्ग भी शामिल हैं.

जिलेवार बाधित सड़कों की और राजमार्गों की स्थिति: उत्तरकाशी जिले में 2 ग्रामीण मार्ग यातायात के लिए अवरुद्ध हैं. देहरादून जिले में ऋषिकेश-देहरादून राज्य मार्ग रानीपोखरी पुल टूटने के कारण बंद है. राष्ट्रीय राजमार्ग-123 हरबर्टपुर-बड़कोट अलग-अलग तीन जगहों पर अवरुद्ध है. वहीं, इसके अलावा जिले में 1 मुख्य जिला मार्ग और 8 ग्रामीण मार्ग यातायात के लिए अवरुद्ध हैं.

चमोली जिले में ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच-58 भूस्खलन और मलबा आने के कारण तपोवन और मलेथा दो अलग-अलग जगहों पर बंद है. जिसका वैकल्पिक मार्ग नई टिहरी से श्रीनगर खुला है. जोशीमठ मलारी राज्य मार्ग तमक नाला/जुम्मा में लगातार बोल्डर और मलबा गिरने की वजह से भूस्खलन के चलते यातायात के लिए बंद है. इसके अलावा चमोली जिले में 14 ग्रामीण मोटर मार्ग भी यातायात के लिए अवरुद्ध हैं.

पढ़ें- मसूरी: भारी बारिश के चलते सड़क का गिरा पुश्ता, दो मकान क्षतिग्रस्त, एक घायल

रुद्रप्रयाग जिले में ऋषिकेश-केदारनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच-107 भूस्खलन और मलबा आने के कारण तपोवन और मलेथा के बीच यातायात के लिए प्रतिबंधित है. वैकल्पिक मार्ग के लिए टिहरी वाला रास्ता खुला है. पौड़ी जिले में 2 मुख्य जिला मार्ग और 8 ग्रामीण मोटर मार्ग बंद हैं.

टिहरी जिले में ऋषिकेश से श्रीनगर बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग NH-58 तोता घाटी के समीप मलबा आने की कारण अवरुद्ध है. वैकल्पिक मार्ग ऋषिकेश कोटद्वार पौड़ी श्रीनगर होते हुए उपलब्ध है. राष्ट्रीय राजमार्ग 94 आगराखाल धरासू बिन्नू गांव में बाढ़ आने की वजह से रोका गया है. राष्ट्रीय राजमार्ग 94 ऋषिकेश आगराखाल सामान्य स्थिति होने तक यातायात के लिए प्रतिबंधित रहेगा. इसके अलावा जिले में 7 अन्य ग्रामीण मोटर मार्ग भी अवरुद्ध हैं.

पढ़ें- पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत पहुंचे रानीपोखरी, दुर्घटनाग्रस्त इलाके का किया निरीक्षण

बागेश्वर जिले में 4 ग्रामीण मोटर मार्ग यातायात के लिए अवरुद्ध हैं. नैनीताल जिले में 3 ग्रामीण मोटर मार्ग, अल्मोड़ा जिले में 4 मुख्य जिला मार्ग, पिथौरागढ़ में 5 बोर्डर रोड और 11 ग्रामीण मोटर मार्ग बंद है. चंपावत जिले में टनकपुर-चंपावत राष्ट्रीय राजमार्ग NH-09 स्वाला के पास भूस्खलन के चलते यातायात के लिए बंद किया गया है. इसके अलावा जिले में 4 ग्रामीण मोटर मार्ग भी यातायात के लिए अवरुद्ध हैं. उधम सिंह नगर जिले में कोई भी ग्रामीण मोटर मार्ग बंद नहीं है.

पढ़ें- उत्तराखंड में भूस्खलन से जगह-जगह राष्ट्रीय राजमार्ग बाधित, खोलने में जुटा विभाग

ज्योलिकोट के दो गांवों के बीच क्षतिग्रस्त हुई सड़क: नैनीताल में भारी बारिश के कारण ज्योलिकोट दो गांव के बीच सड़क क्षतिग्रस्त हो गई है. इस वजह से यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. नैनीताल पुलिस ने जनता से अपील की है कि वह अति आवश्यक काम होने पर ही पहाड़ों को सफर करें.

पुलिस ने हाईवे बंद होने के कारण डायवर्जन प्लान भी जारी किया है. अत्यधिक वर्षा के कारण NH 87 हल्द्वानी ज्योलीकोट के पास क्षतिग्रस्त होने के कारण कुमाऊं परिक्षेत्र के विभिन्न जनपदों जिनमें अल्मोड़ा, बागेश्वर, पिथौरागढ़ शामिल हैं, इन जिलों को जाने वाले बड़े मालवाहक वाहनों का यातायात डायवर्जन वाया रामनगर मोहान कर दिया गया है.

पढ़ें- उत्तराखंड में भूस्खलन से जगह-जगह राष्ट्रीय राजमार्ग बाधित, खोलने में जुटा विभाग

भीमताल रोड़ पहले से ही भूस्खलन के कारण प्रभावित है. उस पर भारी वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित किया गया है. जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल के मुताबिक दूसरी तरफ ज्योलीकोट मार्ग वीरभट्टी पुल के पास मलबा आने के कारण बंद है. लिहाज़ा एनएच 87 पूर्ण रूप से खुलने तक जनता यातायात डायवर्जन का प्रयोग करें. जिलाधिकारी नैनीताल के मुताबिक नेशनल हाईवे 87 को छोड़कर जिले में बाकी हालात सामान्य हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.