ETV Bharat / bharat

उत्तराखंड के मदमहेश्वर घाटी में फंसे 293 लोगों का सफल रेस्क्यू, हेलीकॉप्टर की ली गई मदद - मदमहेश्वर घाटी में 293 यात्री रेस्क्यू

आखिरकार उत्तराखंड के मदमहेश्वर (मद्महेश्वर) घाटी में फंसे सभी लोगों का सफल रेस्क्यू हो गया है. आज लोगों के रेस्क्यू के लिए हेलीकॉप्टर की मदद ली गई. ये यात्री पंच केदारों में द्वितीय केदार के नाम से विख्यात भगवान मदमहेश्वर धाम के दर्शन के लिए आए थे. हालांकि, इनमें स्थानीय लोग भी शामिल थे. जो गौंडार गांव के बणतोली में गार्डर पुल और मार्ग बहने की वजह से फंस हुए थे.

Pilgrims Stranded in Madmaheshwar Valley
मद्महेश्वर घाटी में फंसे लोगों का रेस्क्यू
author img

By

Published : Aug 16, 2023, 7:38 PM IST

Updated : Aug 16, 2023, 8:18 PM IST

उत्तराखंड के मद्महेश्वर घाटी में फंसे 293 लोगों का सफल रेस्क्यू

रुद्रप्रयाग (उत्तराखंड): उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित मदमहेश्वर घाटी में फंसे 293 लोगों का रेस्क्यू कर लिया गया है. जिनमें से हेलीकॉप्टर से 190 और 103 लोगों को रस्सी के सहारे नदी पार कर रेस्क्यू किया गया. ये यात्री द्वितीय केदार भगवान मदमहेश्वर धाम को जोड़ने वाले बणतोली पुल के ध्वस्त हो जाने की वजह से फंस गए थे. सभी लोगों को रस्सियों और वैकल्पिक मार्गों से सुरक्षित स्थान पर लाया गया, जहां से हेलीकॉप्टर के जरिए उनका रेस्क्यू किया गया.

  • मैनुअल तरीके व हैलीकॉप्टर से किया गया मद्महेश्वर घाटी में फंसे 293 लोगों का रेस्क्यू कार्य हुआ सम्पन्न, सुरक्षित निकले लोगों ने किया रेस्क्यू मे लगी टीमों, स्थानीय लोगों, प्रशासन व पुलिस के प्रति जताया आभार#rescue #UKPoliceHaiSaath #RudraprayagPolice #UttarakhandPolice pic.twitter.com/MTjN7ADmJ3

    — Rudraprayag Police Uttarakhand (@RudraprayagPol) August 16, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

दरअसल, बीती 13 अगस्त की रात को मदमहेश्वर (मद्महेश्वर) घाटी में अतिवृष्टि से गौंडार गांव के बणतोली में गार्डर पुल और मार्ग का कुछ हिस्सा बह गया था. जिसके चलते सैकड़ों तीर्थयात्री और स्थानीय लोग फंस गए थे. इनमें एक प्रेग्नेंट महिला भी फंस गई थीं. जिसके चलते उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. उन्होंने शासन प्रशासन से मदद की गुहार लगाई.

rudraprayag
उत्तराखंड के मदमहेश्वर घाटी में रस्सियों से रेस्क्यू

आरोप है कि पहले दिन प्रशासन की ओर से रेस्क्यू को लेकर कोई कार्रवाई नहीं की गई. दूसरे दिन लोगों के रेस्क्यू के लिए एसडीआरएफ और डीडीआरएफ की टीमें बमुश्किल मौके पर पहुंची, लेकिन भारी बारिश और नदी का जलस्तर बढ़ा होने के कारण रेस्क्यू में परेशानी हुई. जब बारिश थमी और जलस्तर कम हुआ तो रेस्क्यू अभियान चलाया गया.
ये भी पढ़ेंः मद्महेश्वर यात्रा पड़ावों में फंसे श्रद्धालुओं का हेली से रेस्क्यू, ग्रामीणों ने तैयार किया अस्थायी हेलीपैड

15 अगस्त को 52 लोगों का रेस्क्यूः 15 अगस्त को मदमहेश्वर घाटी में फंसे 52 लोगों का रस्सियों के सहारे रेस्क्यू किया गया, लेकिन खराब मौसम की वजह से रेस्क्यू अभियान रोकना पड़ा. जबकि, हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू के लिए मौसम ने साथ नहीं दिया. आज यानी 16 अगस्त को घाटी में फंसे लोगों के रेस्क्यू के लिए हेलीकॉप्टर की मदद ली गई. इसके लिए नानू नामक स्थान पर वैकल्पिक और अस्थाई हेलीपैड तैयार किया गया.

Madmaheshwarउत्तराखंड के मदमहेश्वर घाटी
नानू में बनाया गया अस्थायी हेलीपैड

इस अस्थायी हेलीपैड तक लोगों को पैदल ही पहुंचाया गया. जहां से हेलीकॉप्टर के जरिए उन्हें रांसी गांव तक छोड़ा गया. यहां उन्हें सड़क मार्ग से उनके गंतव्यों तक भेजा गया. चमोली पुलिस के मुताबिक, मैनुअल तरीके और हेलीकॉप्टर के जरिए मद्महेश्वर घाटी में फंसे 293 लोगों का रेस्क्यू किया गया. इसके साथ ही रेस्क्यू ऑपरेशन संपन्न हो गया है. वहीं, सुरक्षित रेस्क्यू करने पर लोगों ने सभी रेस्क्यू टीमों, स्थानीय लोगों, पुलिस प्रशासन का आभार जताया है.

Madmaheshwar
हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू

ऊखीमठ उप जिलाधिकारी जितेंद्र वर्मा ने बताया कि मदमहेश्वर घाटी में अतिवृष्टि हुई थी. जिसके चलते गौंडार के बणतोली में लोनिवि की ओर से निर्मित गार्डर पुल नदी में समा गया था. ऐसे में कई लोग फंस गए. जिनके रेस्क्यू के लिए अभियान चलाया गया. सुरक्षा के दृष्टिगत मदमहेश्वर घाटी में मेडिकल टीम और पुलिस के अधिकारियों को भी तैनात कर दिया गया था. अब स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है. सभी का सफलतापूर्वक रेस्क्यू कर लिया गया है.
ये भी पढ़ेंः उत्तराखंड के मद्महेश्वर धाम में फंसे कई तीर्थयात्री, रस्सियों के सहारे लोगों का रेस्क्यू

उत्तराखंड के मद्महेश्वर घाटी में फंसे 293 लोगों का सफल रेस्क्यू

रुद्रप्रयाग (उत्तराखंड): उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित मदमहेश्वर घाटी में फंसे 293 लोगों का रेस्क्यू कर लिया गया है. जिनमें से हेलीकॉप्टर से 190 और 103 लोगों को रस्सी के सहारे नदी पार कर रेस्क्यू किया गया. ये यात्री द्वितीय केदार भगवान मदमहेश्वर धाम को जोड़ने वाले बणतोली पुल के ध्वस्त हो जाने की वजह से फंस गए थे. सभी लोगों को रस्सियों और वैकल्पिक मार्गों से सुरक्षित स्थान पर लाया गया, जहां से हेलीकॉप्टर के जरिए उनका रेस्क्यू किया गया.

  • मैनुअल तरीके व हैलीकॉप्टर से किया गया मद्महेश्वर घाटी में फंसे 293 लोगों का रेस्क्यू कार्य हुआ सम्पन्न, सुरक्षित निकले लोगों ने किया रेस्क्यू मे लगी टीमों, स्थानीय लोगों, प्रशासन व पुलिस के प्रति जताया आभार#rescue #UKPoliceHaiSaath #RudraprayagPolice #UttarakhandPolice pic.twitter.com/MTjN7ADmJ3

    — Rudraprayag Police Uttarakhand (@RudraprayagPol) August 16, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

दरअसल, बीती 13 अगस्त की रात को मदमहेश्वर (मद्महेश्वर) घाटी में अतिवृष्टि से गौंडार गांव के बणतोली में गार्डर पुल और मार्ग का कुछ हिस्सा बह गया था. जिसके चलते सैकड़ों तीर्थयात्री और स्थानीय लोग फंस गए थे. इनमें एक प्रेग्नेंट महिला भी फंस गई थीं. जिसके चलते उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. उन्होंने शासन प्रशासन से मदद की गुहार लगाई.

rudraprayag
उत्तराखंड के मदमहेश्वर घाटी में रस्सियों से रेस्क्यू

आरोप है कि पहले दिन प्रशासन की ओर से रेस्क्यू को लेकर कोई कार्रवाई नहीं की गई. दूसरे दिन लोगों के रेस्क्यू के लिए एसडीआरएफ और डीडीआरएफ की टीमें बमुश्किल मौके पर पहुंची, लेकिन भारी बारिश और नदी का जलस्तर बढ़ा होने के कारण रेस्क्यू में परेशानी हुई. जब बारिश थमी और जलस्तर कम हुआ तो रेस्क्यू अभियान चलाया गया.
ये भी पढ़ेंः मद्महेश्वर यात्रा पड़ावों में फंसे श्रद्धालुओं का हेली से रेस्क्यू, ग्रामीणों ने तैयार किया अस्थायी हेलीपैड

15 अगस्त को 52 लोगों का रेस्क्यूः 15 अगस्त को मदमहेश्वर घाटी में फंसे 52 लोगों का रस्सियों के सहारे रेस्क्यू किया गया, लेकिन खराब मौसम की वजह से रेस्क्यू अभियान रोकना पड़ा. जबकि, हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू के लिए मौसम ने साथ नहीं दिया. आज यानी 16 अगस्त को घाटी में फंसे लोगों के रेस्क्यू के लिए हेलीकॉप्टर की मदद ली गई. इसके लिए नानू नामक स्थान पर वैकल्पिक और अस्थाई हेलीपैड तैयार किया गया.

Madmaheshwarउत्तराखंड के मदमहेश्वर घाटी
नानू में बनाया गया अस्थायी हेलीपैड

इस अस्थायी हेलीपैड तक लोगों को पैदल ही पहुंचाया गया. जहां से हेलीकॉप्टर के जरिए उन्हें रांसी गांव तक छोड़ा गया. यहां उन्हें सड़क मार्ग से उनके गंतव्यों तक भेजा गया. चमोली पुलिस के मुताबिक, मैनुअल तरीके और हेलीकॉप्टर के जरिए मद्महेश्वर घाटी में फंसे 293 लोगों का रेस्क्यू किया गया. इसके साथ ही रेस्क्यू ऑपरेशन संपन्न हो गया है. वहीं, सुरक्षित रेस्क्यू करने पर लोगों ने सभी रेस्क्यू टीमों, स्थानीय लोगों, पुलिस प्रशासन का आभार जताया है.

Madmaheshwar
हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू

ऊखीमठ उप जिलाधिकारी जितेंद्र वर्मा ने बताया कि मदमहेश्वर घाटी में अतिवृष्टि हुई थी. जिसके चलते गौंडार के बणतोली में लोनिवि की ओर से निर्मित गार्डर पुल नदी में समा गया था. ऐसे में कई लोग फंस गए. जिनके रेस्क्यू के लिए अभियान चलाया गया. सुरक्षा के दृष्टिगत मदमहेश्वर घाटी में मेडिकल टीम और पुलिस के अधिकारियों को भी तैनात कर दिया गया था. अब स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है. सभी का सफलतापूर्वक रेस्क्यू कर लिया गया है.
ये भी पढ़ेंः उत्तराखंड के मद्महेश्वर धाम में फंसे कई तीर्थयात्री, रस्सियों के सहारे लोगों का रेस्क्यू

Last Updated : Aug 16, 2023, 8:18 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.