पालघर में पीट पीटकर मारे गए साधुओं को अब मिलेगा इंसाफ : स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती
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वाराणसी : सर्वोच्च न्यायालय ने महाराष्ट्र के पालघर में साधुओं की हत्या के मामले की जांच सीबीआई को ट्रांसफर करने की इजाजत दे दी है. इसके बाद काशी के साधु-संतों ने सर्वोच्च न्यायालय का बहुत-बहुत आभार धन्यवाद और निर्णय का स्वागत किया है. अखिल भारतीय संत समिति ने भी कोर्ट के निर्णय का स्वागत किया है.
अखिल भारतीय संत समिति के राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने कहा पालघर में दो संतों के हत्या मामले का संघर्ष अब परवान चढ़ा है. हम शुरू से यह कह रहे थे इसमें साजिश है. इसकी सीबीआई जांच कराई जानी चाहिए, लेकिन तत्कालीन उद्धव ठाकरे सरकार जांच कराने को तैयार नहीं थी. वर्तमान सरकार और सुप्रीम कोर्ट यह दोनों बधाई के पात्र हैं. माननीय उच्चतम न्यायालय ने इस केस की सीबीआई जांच कराने के लिए आदेश पारित किया है. जिसको महाराष्ट्र सरकार ने स्वीकार किया है. स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय का निर्णय निश्चय ही सराहनीय है. अखिल भारतीय संत समिति सुप्रीम कोर्ट और महाराष्ट्र सरकार को धन्यवाद देती है. कम से कम दो बेकसूर संतों की हत्या का सच सामने आएगा और उन्हें न्याय मिलेगा.
बता दें, वर्ष 2020 के अप्रैल में महाराष्ट्र के पालघर जिले में दो साधुओं और उनके ड्राइवर की पीट पीटकर हत्या कर दी गई थी. हत्या की सीबीआई जांच कराने की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में गुहार लगाई थी. इस मामले में सीबीआई जांच कराने की मांग पहले ही की गई थी, लेकिन उद्धव सरकार ने सीबीआई जांच का विरोध किया था. जिसकी वजह से सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई नहीं हो पाई थी. इसके बाद पिछले वर्ष 2022 अक्टूबर में बीजेपी की शिंदे सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल किया था, जिसमें वह मामले की जांच सीबीआई को देने के लिए तैयार हो गई थी.