निदेशक प्रो. करंदीकर का दावा, देश का पहला कार्बन न्यूट्रल कैंपस होगा IIT कानपुर
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कानपुर: देश और दुनिया में अपने नवाचारों से ख्याति प्राप्त करने वाला आईआईटी कानपुर देश का पहला कार्बन न्यूट्रल कैंपस वाला संस्थान होगा. आईआईटी के विशेषज्ञ इस दिशा में काम कर रहे हैं. इस संबंध में आईआईटी निदेशक प्रो.अभय करंदीकर ने एनर्जी स्वराज फाउंडेशन के संस्थापक प्रो.चेतन सिंह सोलंकी से विस्तार से बात की है. आईआईटी में चंद्रकांता केशवन सेंटर फार एनर्जी पॉलिसी एंड क्लाइमेट सॉल्यूशन के विशेषज्ञ भी इस काम में अपना सहयोग देंगे. यह जानकारी बुधवार को ईटीवी भारत संवाददाता से विशेष बातचीत में आईआईटी कानपुर के निदेशक ने दी. साथ ही प्रो. ने भारत में बनी फाइव जी तकनीक को लेकर कहा कि जल्द ही लोग भारत में बनी फाइव जी तकनीक का उपयोग कर सकेंगे. उन्हें अपने स्मार्टफोन में बेस्ट नेटवर्क मिल सकेगा. इस तकनीक को अब टाटा समूह के साथ लाइसेंस करने जा रहे हैं. साथ ही संस्थान में इसका बेस स्टेशन बना है. जहां फाइव जी टेस्टबेड तकनीक पूरी तरह से तैयार है. आर्टिफिशियल हार्ट को लेकर प्रो. ने कहा कि कृत्रिम हृदय का परीक्षण सबसे पहले वह जीवों पर शुरू करने वाले हैं. सफल परिणामों के बाद इसे आमजन के लिए मुहैया कराएंगे. एनआईआरएफ रैंकिंग को लेकर प्रो. ने कहा कि पहले डिपार्टमेंट का नाम इंडस्ट्रीयल मैनेजमेंट एंड इंजीनियरिंग था. जिसमें इंडस्ट्री वाले भाग पर ज्यादा फोकस रहता था. अब डिपार्टमेंट का नाम डिपार्टमेंट आफ मैनेजमेंट एंड साइंस होगा. जिसमें एमबीए प्रोग्राम्स पर अधिक ध्यान दिया जाएगा. इसके अलावा यूपी सरकार के साथ साइबर सिक्योरिटी, एआई सेंटर व एग्रीटेक के क्षेत्र में आईआईटी कानपुर शोध संबंधी काम कर रहा है. जल्द इसके बेहतर परिणाम सभी के सामने होंगे.