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Lung Health : IIT व IIIT ने खोजा दूर बैठे फेफड़ों के मरीजों की निगरानी का उपाय

IIT व IIIT ने ए कंटीन्यूअस लंग हेल्थ मॉनिटरिंग सिस्टम नामक तकनीक दूर बैठे मरीज की न सिर्फ निगरानी, बल्कि उसकी आवाज का डेटा एकत्रित कर इलाज में सहयोग प्रदान करेगी. Lung Health . Continuous Lung Health Monitoring System .

IIT Kanpur developed  A Continuous Lung Health Monitoring System with the help of IIT Kharagpur and IIIT Raipur
लंग हेल्थ मॉनिटरिंग सिस्टम
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By IANS

Published : Sep 27, 2023, 12:55 PM IST

Updated : Sep 28, 2023, 8:32 AM IST

खड़गपुर/कानपुर/रायपुर : भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान ने फेफड़ों को स्वस्थ्य रखने के लिए "ए-कंटीन्यूअस लंग हेल्थ मॉनिटरिंग सिस्टम" नामक एक तकनीक विकसित की है. यह दूर बैठे मरीज की न सिर्फ निगरानी करेगा, बल्कि उसकी आवाज का डेटा एकत्रित कर इलाज में सहयोग प्रदान करेगा. इस प्राणली से डॉक्टरों को मरीजों की किसी भी स्थिति में परिवर्तन गिरावट के बारे में तत्काल जानकारी हो जायेगी. IIT Kanpur, IIT Kharagpur and IIIT Raipur के वैज्ञानिकों ने मिलकर यह तकनीक विकसित की है. यह मास्क रिपोर्ट बताने के साथ डॉक्टर तक भी रियल टाइम रिपोर्ट भेज देगा.

IIT Kanpur के कार्यवाहक निदेशक प्रो. एस गणेश ने बताया कि इस सिस्टम का नाम A Continuous Lung Health Monitoring System रखा गया है. इसे विकसित करने के लिए इलेक्ट्रानिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने वित्तीय सहायता दी थी. A Continuous Lung Health Monitoring System का पेटेंट मिल गया है. Pro S Ganesh ने बताया कि शोधकर्ताओं की टीम ने एक किफायती और क्रांतिकारी रोगी निगरानी प्रणाली का आविष्कार किया है, जो विशेष रूप से फेफड़ों की देखभाल की क्षमता को बढ़ाने के लिए डिजाइन किया गया है. यह IIT Kanpur की अत्याधुनिक स्वास्थ्य देखभाल प्रौद्योगिकियों को आगे बढ़ाने की दीर्घकालिक प्रतिबद्धता का प्रमाण है, जो मरीजों को सीधे लाभ पहुंचाती है.

कहीं भी बैठकर बीमारी की निगरानी करने की सुविधा
उन्होंने कहा कि यह देखा गया है कि संक्रामक फेफड़ों की बीमारियों के कारण मरीज आमतौर पर घर पर ही रहते हैं, जिससे निरंतर चिकित्सा निगरानी के लिए चुनौतियां पैदा होती हैं. रिमोट मॉनिटरिंग सिस्टम एक समाधान तो प्रदान करते हैं, फिर भी उन्हें देरी और नेटवर्क समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. ऐसे में IIT Kanpur की यह तकनीक फेफड़ों की बीमारी के डेटा तक तेजी से पहुंच प्रदान करती है और मरीज की कहीं भी बैठकर बीमारी की निगरानी करने की सुविधा देती है.

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A Continuous Lung Health Monitoring System में अत्यधिक संवेदनशील ध्वनि सेंसर के साथ ध्वनिक मास्क है जिसे मुंह और नाक में लगाया जाएगा. इससे सांस की आवाज को इंटेलीजेंट कार्ड व साउंड कार्ड डिवाइस तक पहुंचेगी. यह डिवाइस में एक वाई-फाई मॉड्यूल लगा है. इसमें प्रोसेसिंग इकाई है, जिसमें इनबिल्ट मेमोरी और माइक्रोप्रोसेसर है जो रिपोर्ट तैयार करेगी. इसके बाद रियल टाइम रिपोर्ट डॉक्टर तक पहुंचाने में मदद करेगी. Pro S Ganesh ने कहा कि इस उपकरण का रोगी स्वास्थ्य निगरानी बाजार पर दूरगामी प्रभाव पड़ेगा क्योंकि यूएस-आधारित मार्केट्स एंड मार्केट्स की एक वैश्विक रिपोर्ट के अनुसार यह अनुमान लगाया गया है कि 2027 तक निगरानी उपकरणों का मूल्य पूर्वानुमानित अवधि के दौरान 9.1 फीसद की सीएजीआर से बढ़कर 65.4 बिलियन डॉलर होने की संभावना है.

खड़गपुर/कानपुर/रायपुर : भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान ने फेफड़ों को स्वस्थ्य रखने के लिए "ए-कंटीन्यूअस लंग हेल्थ मॉनिटरिंग सिस्टम" नामक एक तकनीक विकसित की है. यह दूर बैठे मरीज की न सिर्फ निगरानी करेगा, बल्कि उसकी आवाज का डेटा एकत्रित कर इलाज में सहयोग प्रदान करेगा. इस प्राणली से डॉक्टरों को मरीजों की किसी भी स्थिति में परिवर्तन गिरावट के बारे में तत्काल जानकारी हो जायेगी. IIT Kanpur, IIT Kharagpur and IIIT Raipur के वैज्ञानिकों ने मिलकर यह तकनीक विकसित की है. यह मास्क रिपोर्ट बताने के साथ डॉक्टर तक भी रियल टाइम रिपोर्ट भेज देगा.

IIT Kanpur के कार्यवाहक निदेशक प्रो. एस गणेश ने बताया कि इस सिस्टम का नाम A Continuous Lung Health Monitoring System रखा गया है. इसे विकसित करने के लिए इलेक्ट्रानिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने वित्तीय सहायता दी थी. A Continuous Lung Health Monitoring System का पेटेंट मिल गया है. Pro S Ganesh ने बताया कि शोधकर्ताओं की टीम ने एक किफायती और क्रांतिकारी रोगी निगरानी प्रणाली का आविष्कार किया है, जो विशेष रूप से फेफड़ों की देखभाल की क्षमता को बढ़ाने के लिए डिजाइन किया गया है. यह IIT Kanpur की अत्याधुनिक स्वास्थ्य देखभाल प्रौद्योगिकियों को आगे बढ़ाने की दीर्घकालिक प्रतिबद्धता का प्रमाण है, जो मरीजों को सीधे लाभ पहुंचाती है.

कहीं भी बैठकर बीमारी की निगरानी करने की सुविधा
उन्होंने कहा कि यह देखा गया है कि संक्रामक फेफड़ों की बीमारियों के कारण मरीज आमतौर पर घर पर ही रहते हैं, जिससे निरंतर चिकित्सा निगरानी के लिए चुनौतियां पैदा होती हैं. रिमोट मॉनिटरिंग सिस्टम एक समाधान तो प्रदान करते हैं, फिर भी उन्हें देरी और नेटवर्क समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. ऐसे में IIT Kanpur की यह तकनीक फेफड़ों की बीमारी के डेटा तक तेजी से पहुंच प्रदान करती है और मरीज की कहीं भी बैठकर बीमारी की निगरानी करने की सुविधा देती है.

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A Continuous Lung Health Monitoring System में अत्यधिक संवेदनशील ध्वनि सेंसर के साथ ध्वनिक मास्क है जिसे मुंह और नाक में लगाया जाएगा. इससे सांस की आवाज को इंटेलीजेंट कार्ड व साउंड कार्ड डिवाइस तक पहुंचेगी. यह डिवाइस में एक वाई-फाई मॉड्यूल लगा है. इसमें प्रोसेसिंग इकाई है, जिसमें इनबिल्ट मेमोरी और माइक्रोप्रोसेसर है जो रिपोर्ट तैयार करेगी. इसके बाद रियल टाइम रिपोर्ट डॉक्टर तक पहुंचाने में मदद करेगी. Pro S Ganesh ने कहा कि इस उपकरण का रोगी स्वास्थ्य निगरानी बाजार पर दूरगामी प्रभाव पड़ेगा क्योंकि यूएस-आधारित मार्केट्स एंड मार्केट्स की एक वैश्विक रिपोर्ट के अनुसार यह अनुमान लगाया गया है कि 2027 तक निगरानी उपकरणों का मूल्य पूर्वानुमानित अवधि के दौरान 9.1 फीसद की सीएजीआर से बढ़कर 65.4 बिलियन डॉलर होने की संभावना है.

Last Updated : Sep 28, 2023, 8:32 AM IST
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