वाराणसी: जमीन पर कब्जे को लेकर हुए खूनी संघर्ष में अब तक दस लोगों की मौत हो चुकी है. बीएचयू ट्रामा सेंटर पहुंचने वालों में 3 महिलाएं और 3 पुरुष शामिल हैं. सभी घायलों का इलाज चल रहा है जिनकी हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है. घटना की जानकारी होते ही आला अधिकारी भी मौके पर पहुंचकर घायलों का हाल जाना. वहीं बीएचयू ट्रामा सेंटर और पुलिस विभाग पूरी तरह से अलर्ट पर है.
सोनभद्र में आखिर इतना बड़ा नरसंहार कैसे हो जाता है. इस बारे में प्रत्यक्षदर्शी घायल नागेंद्र ने साफ-साफ पूरी घटना के लिए ग्राम प्रधान यज्ञदत्त सिंह का नाम लिया. प्रत्यक्षदर्शी ने जानकारी देते हुए बताया कि जमीन कब्जा करने के लिए ग्राम प्रधान अपने लोगों के साथ आया था और गोली चलाने लगा. घायल नागेंद्र ने बताया कि उनके पास सिवाय लाठी के और कुछ नहीं था जबकि सामने ग्राम प्रधान के साथ आए लोगों में तीन लोग बंदूकों से लैस थे. वे सभी जमीन कब्जा करने के इरादे से 30 गाड़ियों से भरकर आए थे, उनकी संख्या 100 से ज्यादा थी.