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मिट्टी गुणवत्ता की जांच के बाद ही शुरू होगा विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर का निर्माण कार्य

पीएम मोदी ने 8 मार्च 2019 को विश्वनाथ कॉरिडोर का शिलान्यास कर इसकी शुरुआत की है. मंदिर कॉरिडोर निर्माण कार्य शुरू करने के लिए मिट्टी की गुणवत्ता की जांच की जा रही है, जिसके बाद निर्माण कार्य शुरू कराया जाएगा.

विश्वनाथ मंदिर
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Published : Mar 11, 2019, 1:10 PM IST

वाराणसी: 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सत्ता में आने के साथ ही उनके संसदीय क्षेत्र वाराणसी में श्री काशी विश्वनाथ मंदिर विस्तारीकरण के तहत विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर का प्लान तैयार हुआ था. 8 मार्च 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस योजना का शिलान्यास कर इसकी शुरुआत कर दी है. मंदिर प्रशासन के अनुसार इस सप्ताह से तकनीकि टीम मंदिर कॉरिडोर निर्माण कार्य शुरू करने के लिए मिट्टी की गुणवत्ता की जांच के साथ ही अंडर ग्राउंड वाटर लेवल की जांच करेगी.

शुरू होगा विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर का निर्माण कार्य

इसके साथ ही राजकीय निर्माण निगम जिसे कार्यदाई संस्था बनाया गया है, उसके द्वारा निर्माण कार्य शुरू होगा. फर्स्ट फेज में 360 करोड़ रुपये की लागत से काम होना था. इन पैसों का इस्तेमाल विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर के लिए जमीन उपलब्ध कराने के लिए लगभग 300 भवनों की खरीद-बिक्री में किया गया है. अब मंदिर प्रशासन को 110 करोड़ रुपये की और जरूरत है. मंदिर प्रशासन का कहना है कि इस राशि की जानकारी शासन को प्रेषित कर दी गई है और मार्च के अंत तक यह राशि मिलने के बाद काम में तेजी आएगी.

लगभग 7 लाख स्क्वायर फीट में बनने वाले विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर में ललिता घाट से लेकर विश्वनाथ मंदिर तक कॉरिडोर का निर्माण काम होना है. इसमें एक मंदिर चौक और दूसरा कॉरिडोर चौक विकसित करते हुए गेस्ट हाउस, हैंडलूम हाउस, पुजारी भवन, एडमिन कक्ष, सिक्योरिटी रूम, शौचालय, यात्री सुविधा केंद्र और यात्रियों के विश्राम के लिए जगह बनाई जानी है. मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विशाल सिंह का कहना है कि जल्द ही काम शुरू कर लिया जाएगा. निर्माण कार्य में तेजी लाने के लिए 110 करोड़ रुपये की मांग सरकार से की गई है जिसकी जल्द ही मिलने की उम्मीद है.

विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर की निर्माण प्रक्रिया शुरू होने का सबसे बड़ा फायदा यहां आने वाले भक्तों को मिलने वाला है. एक तरफ जहां मंदिर परिसर में एक साथ 10 हजार लोग मौजूद होंगे, वहीं पूरे कॉरिडोर परिसर में लगभग 5 लाख लोग एक बार में आसानी से रह सकेंगे. मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी का कहना है कि कॉरिडोर का निर्माण कार्य इस सप्ताह शुरू करने के बाद आने वाले दो साल में इसका कार्य पूरा कर लिया जाएगा. अगले फेज कार्य में हेरिटेज जोन के डेवलपमेंट का काम होगा, जिसके तहत गलियों का सुंदरीकरण निर्माण के दौरान सामने आए 40 मंदिरों का सुंदरीकरण और घाटों का कायाकल्प करने का काम होगा.

वाराणसी: 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सत्ता में आने के साथ ही उनके संसदीय क्षेत्र वाराणसी में श्री काशी विश्वनाथ मंदिर विस्तारीकरण के तहत विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर का प्लान तैयार हुआ था. 8 मार्च 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस योजना का शिलान्यास कर इसकी शुरुआत कर दी है. मंदिर प्रशासन के अनुसार इस सप्ताह से तकनीकि टीम मंदिर कॉरिडोर निर्माण कार्य शुरू करने के लिए मिट्टी की गुणवत्ता की जांच के साथ ही अंडर ग्राउंड वाटर लेवल की जांच करेगी.

शुरू होगा विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर का निर्माण कार्य

इसके साथ ही राजकीय निर्माण निगम जिसे कार्यदाई संस्था बनाया गया है, उसके द्वारा निर्माण कार्य शुरू होगा. फर्स्ट फेज में 360 करोड़ रुपये की लागत से काम होना था. इन पैसों का इस्तेमाल विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर के लिए जमीन उपलब्ध कराने के लिए लगभग 300 भवनों की खरीद-बिक्री में किया गया है. अब मंदिर प्रशासन को 110 करोड़ रुपये की और जरूरत है. मंदिर प्रशासन का कहना है कि इस राशि की जानकारी शासन को प्रेषित कर दी गई है और मार्च के अंत तक यह राशि मिलने के बाद काम में तेजी आएगी.

लगभग 7 लाख स्क्वायर फीट में बनने वाले विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर में ललिता घाट से लेकर विश्वनाथ मंदिर तक कॉरिडोर का निर्माण काम होना है. इसमें एक मंदिर चौक और दूसरा कॉरिडोर चौक विकसित करते हुए गेस्ट हाउस, हैंडलूम हाउस, पुजारी भवन, एडमिन कक्ष, सिक्योरिटी रूम, शौचालय, यात्री सुविधा केंद्र और यात्रियों के विश्राम के लिए जगह बनाई जानी है. मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विशाल सिंह का कहना है कि जल्द ही काम शुरू कर लिया जाएगा. निर्माण कार्य में तेजी लाने के लिए 110 करोड़ रुपये की मांग सरकार से की गई है जिसकी जल्द ही मिलने की उम्मीद है.

विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर की निर्माण प्रक्रिया शुरू होने का सबसे बड़ा फायदा यहां आने वाले भक्तों को मिलने वाला है. एक तरफ जहां मंदिर परिसर में एक साथ 10 हजार लोग मौजूद होंगे, वहीं पूरे कॉरिडोर परिसर में लगभग 5 लाख लोग एक बार में आसानी से रह सकेंगे. मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी का कहना है कि कॉरिडोर का निर्माण कार्य इस सप्ताह शुरू करने के बाद आने वाले दो साल में इसका कार्य पूरा कर लिया जाएगा. अगले फेज कार्य में हेरिटेज जोन के डेवलपमेंट का काम होगा, जिसके तहत गलियों का सुंदरीकरण निर्माण के दौरान सामने आए 40 मंदिरों का सुंदरीकरण और घाटों का कायाकल्प करने का काम होगा.

Intro:स्पेशल:

वाराणसी: 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सत्ता में आने के साथ ही उनके संसदीय क्षेत्र वाराणसी में श्री काशी विश्वनाथ मंदिर विस्तारीकरण के तहत विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर का प्लान तैयार हुआ और 8 मार्च 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस योजना का शिलान्यास कर भूमि पूजन करते हुए इसकी शुरुआत कर दी प्रधान मंत्री के यहां तो पहली ईट रखे जाने के बाद अब इस योजना के निर्माण की तैयारी शुरू हो गई है मंदिर प्रशासन की माने तो इस सप्ताह से टेक्निकल टीम मंदिर कॉरीडोर में निर्माण कार्य शुरू करने के लिए मिट्टी की गुणवत्ता की जांच के साथ ही अंडर ग्राउंड वाटर लेवल की जांच करेगी और इसके साथ ही राजकीय निर्माण निगम जिसे कार्यदाई संस्था बनाया गया है उसके द्वारा निर्माण का कार्य शुरू हो जाएगा फर्स्ट फेज में 360 करोड रुपए की लागत से कार्य होना था इन पैसों का इस्तेमाल विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर के लिए जमीन उपलब्ध कराने के लिए लगभग 300 भवनों की खरीद-फरोख्त में किया गया है अब मंदिर प्रशासन को 110 करोड रुपए की और जरूरत है जिसके मिलने के बाद मंदिर कॉरिडोर का निर्माण कार्य और शेष बचे भवनों की खरीदारी की जानी है मंदिर प्रशासन का कहना है कि इस राशि की जानकारी शासन को प्रेषित कर दी गई है और मार्च के अंत तक यह रकम मिलने के बाद काम में तेजी आ जाएगी.


Body:वीओ-01 लगभग 700000 स्क्वायर फीट में बनने वाले विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर में ललिता घाट से लेकर विश्वनाथ मंदिर तक कॉरिडोर का निर्माण कार्य होना है इस निर्माण कार्य में एक मंदिर चौक और दूसरा कॉरिडोर चौक डिवेलप करते हुए गेस्ट हाउस हैंडलूम हाउस पुजारी भवन एडमिन कक्ष सिक्योरिटी रूम शौचालय यात्री सुविधा केंद्र और यात्रियों के विश्राम के लिए जहां बनाई जानी है इन सब के बीच मंदिर प्रशासन अब तक 300 भवनों को खरीद कर इनके गिराने की कार्यवाही पूरी कर चुका है और जमीन को समतल किया जा चुका है अभी 5 भवन ऐसे बच्चे हैं जो किसी ना किसी विवाद की वजह से खरीदे नहीं जा सके हैं इनको भी खरीदने की प्रक्रिया शुरू कर दी है मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विशाल सिंह का कहना है कि इस सप्ताह से कार्य शुरू कर लिया जाएगा निर्माण कार्य में तेजी लाने के लिए एक सौ 10 करोड रुपए की मांग सरकार से की गई है और रुपए शीघ्र मिल जाएंगे फिलहाल इस सत्ता से कॉरिडोर के निर्माण कार्य की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी टेक्निकल टीम अपने स्तर पर काम शुरू करेगी और उसके बाद निर्माण का काम तेजी से शुरू होगा.

बाईट- विशाल सिंह, मुख्य कार्यपालक अधिकारी, श्री काशी विश्वनाथ मंदिर


Conclusion:वीओ-02 फिलहाल विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर की निर्माण प्रक्रिया शुरू होने का सबसे बड़ा फायदा यहां आने वाले भक्तों को मिलने वाला है एक तरफ जहां मंदिर परिसर में एक साथ 10000 लोगों की मौजूदगी आसानी से हो सकेगी वही पूरे कॉरिडोर परिसर में लगभग 500000 लोगों को एक बार में आसानी से रखा जा सकेगा मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी का कहना है कि कॉरिडोर के निर्माण कार्य कोई सप्ताह शुरू करने के बाद आने वाले 2 साल में इसका कार्य पूरा कर लिया जाएगा और अगले पेज की तैयारी शुरू होगी जिसमें हेरिटेज जोन के डेवलपमेंट का काम होगा जिसके तहत गलियों का सुंदरीकरण निर्माण के दौरान सामने आए 40 मंदिरों का सुंदरीकरण और घाटों का कायाकल्प करने का काम शुरू होगा फिलहाल कॉरिडोर का काम इस सप्ताह से शुरू हो जाएगा और शीघ्र ही अपने मूर्त रूप में दिखने लगेगा.

पीटीसी- गोपाल मिश्र

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