वाराणसीः देश के राष्ट्रपति पद के लिए 18 जुलाई को मतदान होना है. इसके लिए नामांकन प्रक्रिया जारी है. बीजेपी समेत विपक्षी दलों ने अपने-अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं. ऐसे में कई निर्दलीय दावेदार भी राष्ट्रपति चुनाव लड़ने के लिए पहुंच रहे हैं. इन्ही दावेदारों में एक हैं वाराणसी के विनोद कुमार यादव. चंदौली के किसान जय यादव के पुत्र विनोद कुमार यादव गुरुवार को नंदी का आशीर्वाद लेकर दिल्ली के लिए रवाना हो गए. वह क्षेत्र पंचायत सदस्य से लेकर पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ तक चुनाव लड़ चुके है.
राष्ट्रपति चुनाव के लिए 29 जून को नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि है. एक ओर बीजेपी ने जहां द्रौपदी मुर्मू को उम्मीदवार बनाया है तो वहीं विपक्ष ने यशवंत सिन्हा को उम्मीदवार घोषित किया है. इस दौरान कई निर्दलीय दावेदार भी सामने आ रहे हैं. ऐसे में विनोद यादव भी राष्ट्रपति चुनाव के लिए दावेदारी कर रहे हैं. उनका दावा है कि चुनाव के लिए उनके पास पर्याप्त समर्थन है. वह 25 जून को नामांकन दाखिल करेंगे.
विनोद यादव ने गिरजाघर चौराहे पर स्थापित नंदी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर बैलगाड़ी से लहुराबीर स्थित आजाद पार्क तक यात्रा की. लहुराबीर स्थित चंद्रशेखर आजाद की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के बाद वह नामांकन दाखिल करने के लिए समर्थकों के साथ दिल्ली के लिए रवाना हो गए. उन्होंने ईटीवी भारत की टीम को बताया कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं मंत्री रवींद्र जयसवाल के खिलाफ चुनाव लड़ चुके हैं. प्रधान, ग्राम पंचायत समेत वह अब तक कुल नौ चुनाव लड़ चुके हैं. उन्हें हर चुनाव में हार का सामना करना पड़ा है. अब वह राष्ट्रपति का चुनाव लड़ने जा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि सपने में भगवान भोलेनाथ आए थे, उनसे कहा कि मैंने गुजरात से नरेंद्र मोदी को पीएम बनने के लिए दिल्ली भेजा है, तुम दिल्ली जाओ वहां राष्ट्रपति बनकर देश की सेवा करो. इस सपने को पूरा करने के लिए ही दिल्ली जा रहा हूं. उम्मीद है कि इस बार राष्ट्रपति बन जाऊंगा. उन्होंने दावा किया कि कई राज्यों के सांसदों से उन्हें पर्याप्त समर्थन मिला है. उन्होंने यह भी कहा राष्ट्रपति चुनाव के नामांकन के बाद वह पीएम मोदी से समर्थन मांगने जाएंगे. साथ ही सीएम योगी से भी समर्थन मांगेंगे.
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