वाराणसी: पूरे देश में लगातार हो रही बारिश और हर राज्य में आई बाढ़ का असर अब महंगाई के रूप में देखने को मिल रहा है. बारिश और बाढ़ की वजह से फसलों के चौपट हो जाने के साथ सब्जियों की कीमतें आसमान छूने लगी हैं. हर शहर में सब्जियां इस कदर महंगी हुई हैं कि लोगों का बजट बिगड़ गया है.
प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भी सब्जियों का रेट आसमान छू रहा है. हालात यह हैं कि 40 रुपये किलो बिकने वाला प्याज दुगने रेट पर 80 रुपये से ऊपर बिक रहा है. टमाटर भी जो 20 से 25 रुपये किलो था. इस समय 40 से 50 रुपये किलो है. कुल मिलाकर सब्जियों की कीमतें तेजी से बढ़ रही हैं और पब्लिक मंदी के इस दौर में महंगी सब्जियां खरीद कर अपने घर का बजट बिगड़ने से परेशान हैं.
दरअसल मध्य प्रदेश राजस्थान महाराष्ट्र समेत अन्य राज्यों में आई बाढ़ का असर अब सब्जियों की कीमतों पर दिखने लगा है. महाराष्ट्र से आने वाले प्याज की कीमतें सबसे ज्यादा रुला रही हैं. यूं कहा जाए स्वास्थ्य को लाभ देने वाले सेव की कीमत पर प्याज बिक रहा है. सेव की कीमत 80 रुपये किलो है तो प्याज भी 80 से 85 रुपये किलो में ही दिख रहा है.
सब्जियों का रेट एक नजर में-
सब्जी | दाम पहले (रुपये में) | दाम अब (रुपये में) |
टमाटर | 20-25 | 40-50 |
भिंडी | 25-30 | 40-45 |
परवल | 50-55 | 75-80 |
करेला | 40-45 | 50-50 |
प्याज | 40-45 | 80-85 |
बैगन | 40-45 | 50-55 |
खीरा | 20-25 | 30-40 |
बोड़ा | 30-40 | 50-60 |
धनिया | 100-110 | 160-165 |
नेनुआ | 10-12 | 20-30 |
शिमला मिर्च | 40-45 | 60-65 |
कोहड़ा | 15-20 | 30-40 |
नोट- रेट प्रति किग्रा में हैं.
तेजी से बढ़ रही सब्जियों की कीमतों ने लोगों के बजट को पूरी तरह से डामाडोल कर दिया है. हर कोई परेशान है. व्यापारी वर्ग इस बात को लेकर चिंतित है कि मंदी पहले से है बाजार में ग्राहक नहीं है. ऊपर से जिस तरह से सब्जियों का रेट भागा उसने घर के बजट की ऐसी तैसी कर के रख दी.