वाराणसी: काशी में लगातार नदियाें का जलस्तर बढ़ने से लोगों के पलायन की खबरें सामने आ रही हैं. जहां एक तरफ गंगा रौद्र रूप में आ चुकी हैं तो वहीं दूसरी तरफ वरुणा नदी में भी बाढ़ के कारण लगभग 100 बीघे से अधिक लगी फसल को नुकसान हुआ है. लोगों ने अपने घरों से पलायन करना शुरू कर दिया है. वरुणा नदी के किनारे किसानों की लगी फसल जिसमें सब्जी, धान, तिल, सनई जैसी कई फसलें थी. बाढ़ के पानी के चपेट में आने के बाद सब बर्बाद हो चुकी हैं. सैकड़ों किसान परेशान हैं और अपने रोजगार के लिए कोई और जगह या साधन ढूंढ रहे हैं.
- प्रशासन की तरफ से भी चेतावनी जारी कर दी गई है.
- गौरतलब है कि गंगा 21 अगस्त को सबसे अधिक बढ़ाव का रिकॉर्ड तोड़ कर 70 मीटर के पार पहुंच चुकी हैं.
- अब खतरे के निशान से दो सेंटीमीटर प्रति रफ्तार से बढ़ रही हैं.
- इसका सीधा असर वरुणा नदी पर भी दिखाई दे रहा है.
- वरुणा के बढ़ते जलस्तर से आसपास के रिहायशी इलाकों से लोग पलायन करने लगे हैं.
- सलारपुर क्षेत्र में 25 परिवारों के लगभग 200 लोग मकान छोड़कर किराए के मकान में रहने को मजबूर हो गए हैं.
सैकड़ों लोगों के घर में पानी घुस चुका है. इसके कारण तैयार खड़ी फसलों को नुकसान हो गया है. सैकड़ों बीघा फसलें खराब हो चुकी हैं.
-मलखान सिंह, निवासी
वरुणा भी गंगा नदी की तरह ही खतरे के निशान की तरफ काफी तेजी से बढ़ रही हैं और अगर ऐसा लगातार होता रहा तो शहर में स्थिति काफी खराब हो जाएगी.
-गोपाल यादव, प्रधान प्रतिनिधि