वाराणसी: हम बनारसी हैं भइया, इतना जल्दी ना सुधरब...अगर आप भी कभी बनारस आए होंगे तो बनारस की सड़कों पर बेपरवाह होकर गाड़ियों से फर्राटा भर रहे लोगों को देखकर आपके मन में भी यह बात जरूर आई होगी. आखिर बनारसी नियमों को लेकर इतने लापरवाह क्यों हैं? बिना हेलमेट गाड़ी चलाना, नो पार्किंग में गाड़ी खड़ी करना या फिर नो व्हीकल जोन में गाड़ी लेकर घुस जाना, यह तो बनारस के लोगों की पहचान है भाई. लेकिन, बनारसियों की यह लापरवाही और बिंदास अंदाज ट्रैफिक पुलिस के लिए बड़ा ही अच्छा साबित हो रहा है. शायद यही वजह है कि 2020 में लॉकडाउन के बाद भी ट्रैफिक नियमों की धज्जियां उड़ाने वाले बनारसियों ने ट्रैफिक पुलिस विभाग को करोड़पति बना दिया. ये बात खुद ट्रैफिक पुलिस विभाग के अधिकारी कह रहे हैं.
दरअसल, 2020 में ट्रैफिक पुलिस विभाग ने बनारसियों के चालान काट कर एक करोड़ से ज्यादा का राजस्व वसूला है. निश्चित ही अपने आप में यह रिकॉर्ड भी है और बनारसियों की बेपरवाह और बिंदास अंदाज का जीता जागता उदाहरण भी है.
नवंबर तक वसूले एक करोड़ से ज्यादा रुपये
ट्रैफिक पुलिस विभाग बनारस में हमेशा से ही ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन पर वसूली को लेकर प्रदेश में अव्वल साबित होता रहा है. इसकी बड़ी वजह कहीं ना कहीं से बनारस के लोगों का बेपरवाह और गैर जिम्मेदाराना तरीका है. बिना हेलमेट गाड़ी चलाने से लेकर सड़क पर अन्य ट्रैफिक नियमों को लेकर लापरवाह होना ट्रैफिक पुलिस को हर बार मौका देता है. इस बार भी नवंबर महीने तक ट्रैफिक पुलिस विभाग ने एक करोड़ एक लाख सत्तर हजार तीन सौ रुपये का जुर्माना बनारसियों से वसूला है.
ट्रैफिक नियमों की अनदेखी करने वाले बनारस के लोगों ने ट्रैफिक पुलिस विभाग को हर महीने जमकर चालान की रकम दी है. जनवरी से लेकर नवंबर तक हर महीने आंकड़ा बढ़ता गया है. सबसे ज्यादा वसूली अकेले अक्टूबर के महीने में हुई है. वहीं जनवरी से शुरू हुआ यह क्रम मार्च में हुए लॉकडाउन के बाद भी जारी रहा. अप्रैल से लेकर अगस्त तक जहां लॉकडाउन की वजह से हर तरफ मंदी और लोगों में परेशानी रही, वहीं इस दौरान भी ट्रैफिक पुलिस ने जमकर जुर्माना वसूला.
ट्रैफिक नियमों में अनदेखी को लेकर भले ही ट्रैफिक पुलिस के जवान हर चौराहे पर बनारसियों को नियमों का डंडा दिखाकर चालान की रकम वसूल रहे हों, लेकिन अब भी अगर बनारस के लोग ट्रैफिक नियमों की अनदेखी करने से बाज आएं तो फिर बात बनेगी. ट्रैफिक पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि अब भी 100 प्रतिशत लोग ट्रैफिक नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं. कोई हेलमेट नहीं पहनता तो कोई नो पार्किंग में गाड़ी खड़ी करने से बाज नहीं आता. इस वजह से शहर में ट्रैफिक व्यवस्था का भी बुरा हाल है, जिसे सुधारने के लिए चालान ही एकमात्र सहारा है. वाराणसी में नवंबर माह तक कुल 4,34,660 चालान किए गए, जिनमें 1,01,70,300 रुपये वसूले गए.
हर महीने चालान पर एक नजर
माह | चालान |
जनवरी | 47,000 |
फरवरी | 30,212 |
मार्च | 34,215 |
अप्रैल | 30,515 |
मई | 30,254 |
जून | 43,300 |
जुलाई | 43,120 |
अगस्त | 37,500 |
सितम्बर | 50,509 |
अक्टूबर | 52,900 |
नवम्बर | 35,135 |