वाराणसी: प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के अंतर्गत ठेला-पटरी व्यवसायियों को उनके रोजगार विस्तार के लिए 10 हजार रुपये के लोन की व्यवस्था की गई है. इसके तहत प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी जिले में योजना के तहत ठेला-पटरी व्यवसायियों के व्यवसाय विस्तार के लिए लोन के आवेदन कराए गए हैं, जिसमें यूपी के साथ-साथ देश भर में भी वेंडर्स के आवेदन और लोन स्वीकृत कराने में वाराणसी प्रथम स्थान पर है.
कोरोना वायरस (कोविड-19) के बढ़ते संक्रमण के चलते लॉकडाउन में ठेला व पटरी व्यवसायियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है. इसके कारण ठेला व पटरी व्यवसायियों को परिवार पालने में भी काफी दिक्कतें हुईं. इसके लिए इन ठेला-पटरी व्यवसायियों को उनके रोजगार विस्तार के लिए प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के अंतर्गत 10 हजार रुपये लोन की व्यवस्था की गई है.
ईटीवी भारत से बातचीत में परियोजना अधिकारी (डूडा) जया सिंह ने कहा कि ठेला-पटरी व्यवसायियों के रोजगार विस्तार के लिए प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के अंतर्गत 10 हजार रुपये का कैपिटल लोन प्रदान किया जा रहा है. इसमें वाराणसी में 40 हजार वेंडर्स का पंजीकरण किया गया है, जिसमें 38 हजार वेंडर्स का आवेदन कराया जा चुका है और लगभग 20 हजार से ज्यादा वेंडर्स को लोन स्वीकृति बैंकों द्वारा की जा चुकी है. वहीं लगभग 8 हजार वेंडर्स को लोन वितरित किए जा चुके हैं. इसे लेकर देश भर में वाराणसी लोन के आवेदन व लोन स्वीकृति में प्रथम स्थान पर है.
जिलाधिकारी के कुशल नेतृत्व में प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र को पीएम स्वनिधि योजना के अंतर्गत आवेदन और लोन प्रदान करने में वाराणसी के देश भर में प्रथम स्थान पर आने में सफलता प्राप्त हुई है. इस योजना का मूल उद्देश्य वेंडर्स का सामाजिक और आर्थिक उद्धार करना है. इसके साथ ही डिजिटल व्यवस्था को बढ़ावा देना भी योजना का मूल उद्देश्य है, क्योंकि अगर ये वेंडर्स डिजिटल ट्रांजेक्शन करते हैं तो इन्हें कैशबैक की भी सुविधा मिलेगी.