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वाराणसी: छात्रों ने बनाया स्मार्ट रावण, 'जय श्री राम' के मैसेज से होता है दहन

वाराणसी के छात्रों ने स्मार्ट रावण के पुतले का अविष्कार किया है. इसकी खास बात यह है कि इसका दहन फेसबुक और व्हाट्सएप से 'जय श्री राम' का मैसेज भेजने पर होता है.

वाराणसी के छात्रों ने स्मार्ट रावण के पुतले का किया अविष्कार
वाराणसी के छात्रों ने स्मार्ट रावण के पुतले का किया अविष्कार
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Published : Oct 25, 2020, 6:58 PM IST

वाराणसी: वैश्विक महामारी कोरोना के कारण भले ही इस बार विजयदशमी पर रावण दहन की परंपरा स्थगित कर दी गई हो. लेकिन काशी के होनहार छात्रों ने इस परंपरा को आगे बढ़ाते हुए स्मार्ट रावण तैयार कर दिया. इसकी खास बात ये है कि फेसबुक और व्हाट्सएप से 'जय श्री राम' का मैसेज भेजने पर यह ऑटोमेटिक जलने लगता है.

वाराणसी के छात्रों ने स्मार्ट रावण के पुतले का किया अविष्कार

असत्य पर सत्य की जीत का पर्व विजयादशमी पर रावण दहन की परम्परा है. इस पर्व पर देशभर में रावण दहन का आयोजन किया जाता है. लेकिन वैश्विक महामारी कोरोना के कारण इस बार विजयदशमी पर होने वाले रावण दहन के कार्यक्रम पर ग्रहण लग गया. इसी क्रम में कोरोना के कहर को देखते हुए धार्मिक नगरी काशी में रावण दहन से जुड़े सभी बड़े आयोजन को भी रद्द कर दिया गया है. ऐसे में इस परंपरा को वाराणसी के होनहार छात्रों ने स्मार्ट तरीके से मनाने का संकल्प लिया. इसी के तहत काशी के छात्रों ने 'स्मार्ट रावण' तैयार किया है. जिसे कोविड-19 के गाइडलाइन्स के नियमों के तहत सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए दूर से ही जलाया जा सकता है.

पांच छात्रों ने दो हजार रुपए में किया तैयार
विजयादशमी के पर्व पर इस स्मार्ट रावण को वाराणसी के कर्मवीरपुर के रहने वाले पांच छात्र अभिनव, चुलबुल, रिशु, प्रतीक और यश ने महज दो हजार रुपए खर्च कर तैयार किया है. इस बाबत अभिनव यादव ने बताया कि इस रावण को पुराने खराब एंड्राइड फोन, हीटिंग प्लेट, एलईडी लाइट और 9 वोल्ट की बैटरी से बनाया गया. जिसे सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करते हुए चलाया जा सकता है.

'जय श्री राम' के कोडिंग पर करेगा काम
काशी के श्याम चौरसिया के मदद से बना ये 'स्मार्ट रावण' मैसेज कोडिंग सिस्टम पर काम करता है. चुलबुल यादव ने बताया कि इस स्मार्ट रावण के दो पार्ट्स हैं.
पहला पार्ट को सर्किट के तौर पर रावण में लगाया गया है, जबकि दूसरा पार्ट मोबाइल फोन से कनेक्ट है. जो मैसेज कमांड सिस्टम पर काम करता है. छात्र चुलबुल यादव ने बताया कि परंपरा के अनुसार रावण दहन के वक्त लोग जय श्री राम के नारे लगाते हैं, इसलिए हम लोगों ने इसकी मैसेज कोडिंग को 'जय श्री राम' का नाम दिया है. चुलबुल ने बताया कि जैसे ही हम अपने मोबाइल फोन से फेसबुक या फिर व्हाट्सऐप पर जय श्री राम का मैसेज भेजते हैं तो महज 30 सेकेंड में ये डिवाइस ऐक्टिव हो जाता है. इस दौरान रावण में लगा हीटिंग प्लेट अपना काम शुरू करता है और महज 30 सेकेंड के भीतर ही कागज का बना ये रावण जलने लगता है.

वाराणसी: वैश्विक महामारी कोरोना के कारण भले ही इस बार विजयदशमी पर रावण दहन की परंपरा स्थगित कर दी गई हो. लेकिन काशी के होनहार छात्रों ने इस परंपरा को आगे बढ़ाते हुए स्मार्ट रावण तैयार कर दिया. इसकी खास बात ये है कि फेसबुक और व्हाट्सएप से 'जय श्री राम' का मैसेज भेजने पर यह ऑटोमेटिक जलने लगता है.

वाराणसी के छात्रों ने स्मार्ट रावण के पुतले का किया अविष्कार

असत्य पर सत्य की जीत का पर्व विजयादशमी पर रावण दहन की परम्परा है. इस पर्व पर देशभर में रावण दहन का आयोजन किया जाता है. लेकिन वैश्विक महामारी कोरोना के कारण इस बार विजयदशमी पर होने वाले रावण दहन के कार्यक्रम पर ग्रहण लग गया. इसी क्रम में कोरोना के कहर को देखते हुए धार्मिक नगरी काशी में रावण दहन से जुड़े सभी बड़े आयोजन को भी रद्द कर दिया गया है. ऐसे में इस परंपरा को वाराणसी के होनहार छात्रों ने स्मार्ट तरीके से मनाने का संकल्प लिया. इसी के तहत काशी के छात्रों ने 'स्मार्ट रावण' तैयार किया है. जिसे कोविड-19 के गाइडलाइन्स के नियमों के तहत सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए दूर से ही जलाया जा सकता है.

पांच छात्रों ने दो हजार रुपए में किया तैयार
विजयादशमी के पर्व पर इस स्मार्ट रावण को वाराणसी के कर्मवीरपुर के रहने वाले पांच छात्र अभिनव, चुलबुल, रिशु, प्रतीक और यश ने महज दो हजार रुपए खर्च कर तैयार किया है. इस बाबत अभिनव यादव ने बताया कि इस रावण को पुराने खराब एंड्राइड फोन, हीटिंग प्लेट, एलईडी लाइट और 9 वोल्ट की बैटरी से बनाया गया. जिसे सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करते हुए चलाया जा सकता है.

'जय श्री राम' के कोडिंग पर करेगा काम
काशी के श्याम चौरसिया के मदद से बना ये 'स्मार्ट रावण' मैसेज कोडिंग सिस्टम पर काम करता है. चुलबुल यादव ने बताया कि इस स्मार्ट रावण के दो पार्ट्स हैं.
पहला पार्ट को सर्किट के तौर पर रावण में लगाया गया है, जबकि दूसरा पार्ट मोबाइल फोन से कनेक्ट है. जो मैसेज कमांड सिस्टम पर काम करता है. छात्र चुलबुल यादव ने बताया कि परंपरा के अनुसार रावण दहन के वक्त लोग जय श्री राम के नारे लगाते हैं, इसलिए हम लोगों ने इसकी मैसेज कोडिंग को 'जय श्री राम' का नाम दिया है. चुलबुल ने बताया कि जैसे ही हम अपने मोबाइल फोन से फेसबुक या फिर व्हाट्सऐप पर जय श्री राम का मैसेज भेजते हैं तो महज 30 सेकेंड में ये डिवाइस ऐक्टिव हो जाता है. इस दौरान रावण में लगा हीटिंग प्लेट अपना काम शुरू करता है और महज 30 सेकेंड के भीतर ही कागज का बना ये रावण जलने लगता है.

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