वाराणसीः भेलूपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत भदैनी में रहने वाले काशी हिंदू विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र करुणेश पांडेय ने मस्जिद में हो रही अजान से दिक्कत की शिकायत डीएम, पुलिस और एडीजी जोन को ट्विटर के माध्यम से किया. इस संबंध में पुलिस ने अपने जवाब में लिखा कि उच्च प्रकरण के संबंध में आवश्यक कार्रवाई के लिए भेलूपुर प्रभारी को निर्देशित किया है.
![छात्र द्वारा किया गया ट्वीट.](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/up-var-2-namaj-probalm-vis-with-byte-up10036_19032021162308_1903f_1616151188_360.jpg)
ट्विटर पर की शिकायत
बीएचयू के पूर्व छात्र करुणेश पांडेय ने ट्विटर पर लिखा कि मैं भदैनी में कमरा रहता हूं. हमारे बगल में मस्जिद है. जहां से प्रत्येक सुबह, दोपहर, शाम, रात लाउडस्पीकर पर जोर-जोर से चिल्लाने से मानसिक अवरोध उत्पन्न होता है. निवेदन है कि यथोचित उपाय करें. करुणेश ने अपने ट्वीट में डीएम, पुलिस और एडीजी जोन को टैग किया है.
बच्चों की क्लास करना पड़ता है स्थगित
ईटीवी भारत से खास बातचीत में करुणेश पांडेय ने कहा कि हमारी समस्या यह है कि हम छह महीने पहले यहां पर आए थे. भदैनी में रहने के लिए हमारे जस्ट बगल में मस्जिद है. जब हम पढ़ाई करते हैं. तब भयंकर ध्वनि प्रदूषण होता है. इस ध्वनि प्रदूषण से मानसिक अवरोध उत्पन्न होता है. मैं बच्चों की क्लास लेता हूं. इतनी तेज आवाज आती है कि बच्चों की क्लास स्थगित करनी पड़ती है. वहीं सुबह 5:30 बजे इतनी तेज ध्वनि प्रदूषण होती है कि कान दबाकर सोना पड़ता है.
वाराणसी प्रशासन से की शिकायत
करुणेश पांडेय ने बताया कि इसकी शिकायत मैंने वाराणसी प्रशासन अधिकारियों को पूर्व में मेल किया था लेकिन कोई रिप्लाई नहीं आया. गुरुवारको ट्विटर पर रिप्लाई आया कि इस संबंध में कार्रवाई की जा रही है. पुलिस अस्सी चौकी प्रभारी का भी फोन आया है. उनसे भी वार्ता हुई है. उन्होंने कहा कि प्रशासन अपनी कार्रवाई कर रहा है. पुलिस ने ट्वीट के दो घंटे बाद रिप्लाई किया.
'हमारा उद्देश्य किसी को आहत पहुंचाना नहीं'
करुणेश पांडेय ने बताया कि मैंने बीएचयू से एमए किया है. मैं अभी रिसर्च की तैयारी कर रहा हूं. जिसके लिए हम लोग रात भर पढ़ते हैं. हमारा मुद्दा किसी धर्म और संप्रदाय को आहत पहुंचाना नहीं है. हम केवल यही चाहते हैं कि स्पीकर की ध्वनि आप कम कर लीजिए. मैं एक युवा हूं और मेरा कार्य पठन-पाठन का है.
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हम आपको बताते चलें कुछ दिन पूर्व ही इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी में यह मामला उठा था जहां पर न्यायालय के आदेश के बाद ध्वनि कम की गई और स्पीकर का दिशा घुमाया गया.