वाराणसी: नगवां क्षेत्र स्थित गंगोत्री बिहार कालोनी में गंगा नदी के किनारे बसे लोग इन दिनों दहशत में है. लोगों के घरों की दीवारों में दरार आ गई है. जिसे लेकर घर के बाहर लोग सोने को मजबूर हैं. वहीं लोगों का आरोप है कि कोई अधिकारी उनकी समस्या को नहीं सुन रहा.
नगवां स्थित गंगोत्री बिहार कॉलोनी के गंगा किनारे बने एक दर्जन से अधिक घरों के कमरे और दीवारें जमीन धंसने के कारण फट गईं. इन घरों में रहने वाले लोग दरार और कमरे को धंसते देख काफी दहशत में हैं. जिसके कारण लोग घरों के बाहर रात गुजारने को मजबूर हैं.
स्थानीय महिला अनिता देवी ने बताया कि गंगा किनारे जब से पाइप बिछाया गया है. तब से घरों में दरार गिरना शुरू हो गया है. इसके डर से रात सड़क पर गुजार रहे हैं. हमारी बात कोई भी अधिकारी सुनने को तैयार नहीं है. हमारी मांग है कि गंगा किनारे सही से पाइप लाइन बिछाया जाए.
पार्षद डॉ. रविन्द्र कुमार शर्मा ने बताया कि नगवां क्षेत्र स्थित गंगोत्री विहार कॉलोनी में मिडिल क्लास के लोगों का जीवन यापन करते हैं. यहां पर समस्या बहुत गंभीर हो गई है. लोग घरों के बाहर किसी तरह रात गुजारने के लिए मजबूर हैं. घरों में बड़ी-बड़ी दरारें हो गई हैं. स्थानीय लोगों की मानें तो उनका कहना है कि सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट की पाइप पर डाली गई हैं. जिसके कारण घरों पर ऐसी स्थिति हुई है. वहीं प्रदूषण बोर्ड की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गई है और न ही कोई अधिकारी यहां आया है. हमारी मांग है कि इन लोगों घरों पर आकर मुआयना किया जाए और इन्हें मुआवजा दिया जाए.
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