वाराणसी: प्रदेश के एडीजी अभियोजन आशुतोष पांडेय गुरुवार को वाराणसी में थे. उन्होंने बताया कि बीते छह महीने में अदालत में प्रभावी पैरवी करके वाराणसी परिक्षेत्र के 4 जिलों में पॉक्सो एक्ट के 164 अभियुक्तों को सजा कराई गई. इनमें 28 अभियुक्तों को उम्रकैद, 52 अभियुक्तों को 10 वर्ष या इससे अधिक की सजा और 84 अभियुक्तों को 10 वर्ष की कम सजा से दंडित कराया गया. इसमें वाराणसी जिला सबसे पहले स्थान पर रहा. यहां 65 मुकदमे के 90 अभियुक्तों को सजा कराई गई. वहीं, गाजीपुर जिले में 31, चंदौली जिले में 26 और जौनपुर जिले में 17 अभियुक्तों को अदालत से सजा दिलाई गई.
एडीजी अभियोजन आशुतोष पांडेय ने बताया कि वाराणसी परिक्षेत्र में बीते छह माह में महिलाओं के साथ रेप और अन्य गंभीर किस्म के अपराध करने वाले 291 अभियुक्तों को सजा दिलाई गई. इनमें से 49 अभियुक्तों को उम्रकैद, 45 अभियुक्तों को 10 वर्ष या इससे अधिक सजा और 197 अभियुक्तों को 10 वर्ष से कम की सजा दिलाई गयी. इस क्रम में वाराणसी में 122, गाजीपुर में 95, जौनपुर में 50 और चंदौली में 24 अभियुक्तों को अदालत से दंडित कराया गया है.
एडीजी अभियोजन आशुतोष पांडेय ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का अपराध और अपराधियों के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति का निर्देश है. उनके निर्देश का पालन करते हुए उत्तर प्रदेश पुलिस और अभियोजन विभाग ने शासन के समन्वय से देश भर में सर्वाधिक अपराधियों को सजा दिलाने में सफलता पाई है. महिलाओं के विरुद्ध अपराध में पूर्वोत्तर राज्यों को छोड़ कर उत्तर प्रदेश सजा की 59.1 प्रतिशत दर के साथ देश भर में पहले स्थान पर है. इसके साथ ही महिलाओं के विरुद्ध अपराधों में पूरे देश में उत्तर प्रदेश ने सर्वाधिक 7713 मामले में सजा कराई है.
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