वाराणसी: काशी में यात्रियों की संख्या दिन पर दिन बढ़ती जा रही है. जिससे शहर में यात्रियों की बढ़ती मूवमेंट के कारण वाराणसी नगर निगम को खासा परेशानी उठानी पड़ रही है. जो सफाई व्यवस्था से लेकर अन्य चीजों में यात्रियों की भीड़ के कारण फेल साबित हो रहा है.
श्री काशी विश्वनाथ धाम से लेकर गंगा घाट और बाजारों में सफाई दिन में भले ही तीन से चार बार की जा रही है. लेकिन, भीड़ की वजह से ये सब ध्वस्त हो रहा है. वहीं, मैन पावर की कमी के कारण नगर निगम को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ा है. इसी कारण वाारणसी नगर निगम अब रोडवेज और रेलवे से यात्री कर वसूलने का काम करने जा रहा है. जिसके लिए निगम ने यूपी बस परिवहन और रेलवे विभाग को नोटिस भेज दिया है. जिसमें बीते 5 सालों के यात्रियों के आंकड़े मांगने के के साथ बैकलॉग की वसूली की भी तैयारी शुरू की है.
इस बारे में वाराणसी नगर निगम के जनसंपर्क अधिकारी संदीप श्रीवास्तव ने बताया कि नगर निगम अपनी सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है. जिसके लिए कर(TAX) की दर को रिवाइज करने के साथ ही नए कर वसूलने की भी तैयारी की जा रही है. इसके लिए प्रस्ताव नगर निगम के मिनी सदन की बैठक में रखा गया था, जिसे पिछले दिनों मंजूरी मिल गई है.
मिनी सदन में इस प्रस्ताव के पास होने के बाद नगर निगम के रेवेन्यू को बढ़ाने के लिए यात्री कर वसूलने का काम किया जाएगा. जिसमें यात्री कर प्रति टिकट 50 पैसे निर्धारित किया गया है. जोकि सरकारी रेट है और नगर निगम अधिनियम 1959 के तहत मान्य है. इसी सरकारी रेट के आधार पर प्रति यात्री टिकट के दर से नगर निगम रोडवेज और रेलवे से यात्री कर वसूलेगा. जिससे वाराणसी नगर निगम का रेवेन्यू बढ़ेगा और साफ सफाई व्यवस्था के अलावा शहर के विकास के लिए अन्य कार्यों में इन्वेस्टमेंट करने के लिए फंड की जो कमी है. वह उसकी भी पूर्ति की जा सकेगी. गौरतलब है काशी में प्रतिदिन रेलवे से 2 लाख और रोडवेज से हर दिन 15 हजार यात्री आते हैं.
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