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वाराणसी नगर निगम को सैकड़ों साल बाद अपनी जमीनों की तलाश, कब्जे की तैयारी शुरू - वाराणसी महापौर अशोक तिवारी

वाराणसी नगर निगम अपनी सैकड़ों साल से अवैध कब्जे वाली पुरानी जमीनें खोज रहा है. इसके तहत कई बड़ी-बड़ी जमीन नगर निगम की सामने आई हैं. अब इसे लेकर महापौर और नगर आयुक्त नया प्लान बनाने में जुटे हैं.

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Published : Jul 26, 2023, 11:36 AM IST

जानकारी देते महापौर अशोक तिवारी

वाराणसी: काशी एक पुरातन शहर है. इसके डेवलपमेंट का प्लान यहां के लोगों और उनकी जरूरतों को ध्यान में रखते हुए बनाया जाता है. यही वजह है कि अंग्रेजों के समय से इस शहर के विकास का जो प्रारूप खींचा गया. वहीं अब तक लागू है. लेकिन अब धीरे-धीरे वाराणसी में बदलाव की जरूरत को देखते हुए है वाराणसी नगर निगम ने नई कवायद शुरू की है. नगर निगम अपना उन जमीनों की तलाश में लगा हुआ है, जो सैकड़ों साल से गुमनाम है. इसके बारे में नगर निगम को कोई जानकारी नहीं है, लेकिन अब नगर निगम वाराणसी ने अपना सर्वे शुरू किया है. इसके तहत कई अवैध कब्जे वाली जमीनें सामने आई हैं, जिसका इस्तेमाल यदि सही तरीके से किया जाए, तो शहर के विकास में उनका बड़ा योगदान मिलेगा.

संपत्ति पर नगर निगम का कब्जा ही नहींः वाराणसी नगर निगम इन दिनों अपनी जमीनों पर अवैध कब्जा हटाने की प्लानिंग कर रहा है. इस पर काम भी शुरू हो चुका है. इस बारे में महापौर अशोक तिवारी ने बताया कि वाराणसी में नगर निगम अपनी जमीनों की तलाश के लिए सर्वे करवा रहा है. अब तक के सर्वे में कई ऐसी जमीनें सामने आई हैं, जो नगर निगम की संपत्ति है, लेकिन उन पर नगर निगम का कब्जा ही नहीं है. कई ऐसी संपत्तियां भी हैं जो सैकड़ों सालों से विवादित है. लेकिन, नगर निगम के दस्तावेज में वह नगर निगम की संपत्ति के रूप में दर्ज हैं. इन सभी को ध्यान में रखते हुए अब नगर निगम इन पर से कब्जा हटवा कर इनका इस्तेमाल जनता के हित में करने की तैयारी कर रहा है.

कब्जे की तैयारीः महापौर ने बताया कि ऐसी जमीनों के चिन्हांकन का काम शुरू कर दिया गया है. हाल ही में वाराणसी में पशु चिकित्सालय के पास 30 सालों से कब्जा करके रह रहे सेवानिवृत्त एक मुख्य चिकित्सा अधिकारी को आवास खाली करवाया गया. नगर निगम ने अपनी इस प्रॉपर्टी को कब्जे में लिया है. इसके अलावा कैंट स्टेशन के सामने परेड कोठी स्थित लगभग 1 बीघा जमीन पर भी अब नगर निगम बाउंड्री करवा कर इसे अपने कब्जे में लेने की तैयारी कर रहा है. फिलहाल नगर निगम की इस लिस्ट में 2 और बड़ी जमीनें हैं, जो शहर के बीचों-बीच है. नगर निगम की प्रॉपर्टी होने के बाद भी यह इस्तेमाल की नहीं रही, लेकिन अब इनको कब्जे में लेकर इन पर पार्किंग से लेकर कांपलेक्स तक बनाने की तैयारी की जा रही है.

शहर के डेवलपमेंट का प्लान होगा तैयारः महापौर ने आगे कहा कि व्यापार मंडल के लोग लगातार नगर निगम के अधिकारियों और उनसे मुलाकात कर रहे हैं. वह शहर में कुछ करने के लिए जमीन की तलाश भी कर रहे हैं. इसे लेकर नगर निगम अपनी जमीनों की तलाश करके यह जमीन इनको उपलब्ध भी करवाएगा. जैसी जिसकी जरूरत होगी उस हिसाब जमीन और उस पर निर्माण करवाकर नगर निगम व्यापारियों के सहयोग से शहर के डेवलपमेंट का प्लान तैयार करेगा.

ये भी पढ़ेंः काशी के इस मंदिर में सूर्यपुत्र यम का नाम पड़ा था यमराज, भोलेनाथ ने दिया था ये वरादान

जानकारी देते महापौर अशोक तिवारी

वाराणसी: काशी एक पुरातन शहर है. इसके डेवलपमेंट का प्लान यहां के लोगों और उनकी जरूरतों को ध्यान में रखते हुए बनाया जाता है. यही वजह है कि अंग्रेजों के समय से इस शहर के विकास का जो प्रारूप खींचा गया. वहीं अब तक लागू है. लेकिन अब धीरे-धीरे वाराणसी में बदलाव की जरूरत को देखते हुए है वाराणसी नगर निगम ने नई कवायद शुरू की है. नगर निगम अपना उन जमीनों की तलाश में लगा हुआ है, जो सैकड़ों साल से गुमनाम है. इसके बारे में नगर निगम को कोई जानकारी नहीं है, लेकिन अब नगर निगम वाराणसी ने अपना सर्वे शुरू किया है. इसके तहत कई अवैध कब्जे वाली जमीनें सामने आई हैं, जिसका इस्तेमाल यदि सही तरीके से किया जाए, तो शहर के विकास में उनका बड़ा योगदान मिलेगा.

संपत्ति पर नगर निगम का कब्जा ही नहींः वाराणसी नगर निगम इन दिनों अपनी जमीनों पर अवैध कब्जा हटाने की प्लानिंग कर रहा है. इस पर काम भी शुरू हो चुका है. इस बारे में महापौर अशोक तिवारी ने बताया कि वाराणसी में नगर निगम अपनी जमीनों की तलाश के लिए सर्वे करवा रहा है. अब तक के सर्वे में कई ऐसी जमीनें सामने आई हैं, जो नगर निगम की संपत्ति है, लेकिन उन पर नगर निगम का कब्जा ही नहीं है. कई ऐसी संपत्तियां भी हैं जो सैकड़ों सालों से विवादित है. लेकिन, नगर निगम के दस्तावेज में वह नगर निगम की संपत्ति के रूप में दर्ज हैं. इन सभी को ध्यान में रखते हुए अब नगर निगम इन पर से कब्जा हटवा कर इनका इस्तेमाल जनता के हित में करने की तैयारी कर रहा है.

कब्जे की तैयारीः महापौर ने बताया कि ऐसी जमीनों के चिन्हांकन का काम शुरू कर दिया गया है. हाल ही में वाराणसी में पशु चिकित्सालय के पास 30 सालों से कब्जा करके रह रहे सेवानिवृत्त एक मुख्य चिकित्सा अधिकारी को आवास खाली करवाया गया. नगर निगम ने अपनी इस प्रॉपर्टी को कब्जे में लिया है. इसके अलावा कैंट स्टेशन के सामने परेड कोठी स्थित लगभग 1 बीघा जमीन पर भी अब नगर निगम बाउंड्री करवा कर इसे अपने कब्जे में लेने की तैयारी कर रहा है. फिलहाल नगर निगम की इस लिस्ट में 2 और बड़ी जमीनें हैं, जो शहर के बीचों-बीच है. नगर निगम की प्रॉपर्टी होने के बाद भी यह इस्तेमाल की नहीं रही, लेकिन अब इनको कब्जे में लेकर इन पर पार्किंग से लेकर कांपलेक्स तक बनाने की तैयारी की जा रही है.

शहर के डेवलपमेंट का प्लान होगा तैयारः महापौर ने आगे कहा कि व्यापार मंडल के लोग लगातार नगर निगम के अधिकारियों और उनसे मुलाकात कर रहे हैं. वह शहर में कुछ करने के लिए जमीन की तलाश भी कर रहे हैं. इसे लेकर नगर निगम अपनी जमीनों की तलाश करके यह जमीन इनको उपलब्ध भी करवाएगा. जैसी जिसकी जरूरत होगी उस हिसाब जमीन और उस पर निर्माण करवाकर नगर निगम व्यापारियों के सहयोग से शहर के डेवलपमेंट का प्लान तैयार करेगा.

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