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पीएम के संसदीय क्षेत्र में बनी फोरलेन निर्माण में बड़ी लापरवाही, वरूणा नदी पुल की सड़क में आई बड़ी दरार

पीएम के संसदीय क्षेत्र में वरुणा नदी के इमिलिया घाट पर बने पुल के नवनिर्मित सड़क में दरार (crack on Varuna river bridge) आ गई. चार अगस्त को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी के दौरे के दौरान इस फोरलेन का निरीक्षण भी किया था.

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Published : Aug 27, 2022, 12:09 PM IST

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वरूणा नदी पुल की सड़क में आई बड़ी दरार

वाराणसी: पीएम के सांसदीय क्षेत्र काशी में तेजी से विकास कार्य किया जा रहा है, लेकिन इस दौरान विकास के कार्यों में लापरवाही भी खूब देखने को मिल रही है. ऐसा ही मामला फुलवरिया लहरतारा फोरलेन में देखने को मिला है. इस फोरलेन के निर्माण कार्य में बड़ी लापरवाही सामने आई है. वरुणा नदी के इमिलिया घाट पर बने पुल के नवनिर्मित सड़क में दरार (crack on Varuna river bridge) आ गई है. इसे लेकर फुलवरिया के कुम्हारपुरा निवासी भारतीय जनता पार्टी के नेता ने निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर सवाल भी उठाया है.

भाजपा लोहता मंडल के मीडिया प्रभारी अजय वर्मा प्रजापति ने कहा है कि सेतु निगम की लापरवाही आमजन की जिंदगी पर भारी पड़ सकती है. प्रशासन के आला अफसरों को निर्माण कार्य की गुणवत्ता की जांच करानी चाहिए और जिनका दोष उजागर हो उनके खिलाफ प्रभावी कार्रवाई की जाए. बता दें कि इमिलिया घाट पुल से वरुणा नदीं की ओर का हिस्सा कई जगह से दरक चुका है. मिट्टी और सड़क धंसती जा रही है. पिछले कुछ दिनों से रह-रहकर हो रही बारिश और बाढ़ का असर वरुणा नदी पर भी पड़ा है. ऐसे में पहली बारिश और बाढ़ के पानी को ही इस पुल की सड़क बर्दाश्त नही कर सकी. इस पुल से रोजाना स्कूल बसों के साथ अन्य वाहन का आना-जाना लगा रहता है.

ये भी पढ़ेंः बाढ़ को लेकर सीएम योगी ने दिये निर्देश, यमुना और बेतवा से जुड़े जिलों में अलर्ट

अजय वर्मा प्रजापति ने जब इस दरार को देखा तो सुरक्षा के लिहाज से सड़क के दक्षिणी हिस्से पर डिवाइडर के सहारे पेड़ की डाल लगाकर आवागमन रोका. इसके बाद उत्तरी छोर से आने वालों को रोकने के लिए पुल पर लकड़ी का पटरा रख दिया. अजय ने बताया कि पुल से लगभग 50 फुट के दायरे में दरारें पड़ गई हैं. किनारे पर लगी रेलिंग के आसपास की मिट्टी भी धंस रही है. वरुणा का पानी सड़क के किनारों को छू रहा है, यदि जलस्तर और बढ़ा तो सड़क का करीब छह से सात फीट का हिस्सा कभी भी ढह सकता है.

गौरतलब है कि, फुलवरिया-लहरतारा फोरलेन वाराणसी में आवागमन के दृष्टिकोण से एक महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट है. 4 अगस्त को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने वाराणसी के दौरे के दौरान लहरतारा के समीप इस फोरलेन का निरीक्षण भी किया था. मुख्यमंत्री ने कहा था कि प्रोजेक्ट की गुणवत्ता और समय सीमा को लेकर किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी.

ये भी पढ़ेंः प्रयागराज में गंगा और यमुना का जलस्तर खतरे के निशान के पार, NDRF की टीम तैनात

वाराणसी: पीएम के सांसदीय क्षेत्र काशी में तेजी से विकास कार्य किया जा रहा है, लेकिन इस दौरान विकास के कार्यों में लापरवाही भी खूब देखने को मिल रही है. ऐसा ही मामला फुलवरिया लहरतारा फोरलेन में देखने को मिला है. इस फोरलेन के निर्माण कार्य में बड़ी लापरवाही सामने आई है. वरुणा नदी के इमिलिया घाट पर बने पुल के नवनिर्मित सड़क में दरार (crack on Varuna river bridge) आ गई है. इसे लेकर फुलवरिया के कुम्हारपुरा निवासी भारतीय जनता पार्टी के नेता ने निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर सवाल भी उठाया है.

भाजपा लोहता मंडल के मीडिया प्रभारी अजय वर्मा प्रजापति ने कहा है कि सेतु निगम की लापरवाही आमजन की जिंदगी पर भारी पड़ सकती है. प्रशासन के आला अफसरों को निर्माण कार्य की गुणवत्ता की जांच करानी चाहिए और जिनका दोष उजागर हो उनके खिलाफ प्रभावी कार्रवाई की जाए. बता दें कि इमिलिया घाट पुल से वरुणा नदीं की ओर का हिस्सा कई जगह से दरक चुका है. मिट्टी और सड़क धंसती जा रही है. पिछले कुछ दिनों से रह-रहकर हो रही बारिश और बाढ़ का असर वरुणा नदी पर भी पड़ा है. ऐसे में पहली बारिश और बाढ़ के पानी को ही इस पुल की सड़क बर्दाश्त नही कर सकी. इस पुल से रोजाना स्कूल बसों के साथ अन्य वाहन का आना-जाना लगा रहता है.

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अजय वर्मा प्रजापति ने जब इस दरार को देखा तो सुरक्षा के लिहाज से सड़क के दक्षिणी हिस्से पर डिवाइडर के सहारे पेड़ की डाल लगाकर आवागमन रोका. इसके बाद उत्तरी छोर से आने वालों को रोकने के लिए पुल पर लकड़ी का पटरा रख दिया. अजय ने बताया कि पुल से लगभग 50 फुट के दायरे में दरारें पड़ गई हैं. किनारे पर लगी रेलिंग के आसपास की मिट्टी भी धंस रही है. वरुणा का पानी सड़क के किनारों को छू रहा है, यदि जलस्तर और बढ़ा तो सड़क का करीब छह से सात फीट का हिस्सा कभी भी ढह सकता है.

गौरतलब है कि, फुलवरिया-लहरतारा फोरलेन वाराणसी में आवागमन के दृष्टिकोण से एक महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट है. 4 अगस्त को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने वाराणसी के दौरे के दौरान लहरतारा के समीप इस फोरलेन का निरीक्षण भी किया था. मुख्यमंत्री ने कहा था कि प्रोजेक्ट की गुणवत्ता और समय सीमा को लेकर किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी.

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