वाराणसी: पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र में विकास को रफ्तार देने के लिए सड़कों का निर्माण तेजी से हो रहा है. रिंग रोड फेज टू पैकेज 1 का निर्माण अपने अंतिम चरण में है. पूर्वांचल की पहली रोड होगी जहां बस बे, ट्रक ले बाई और ट्रक ड्राइवर के लिए सर्विस बिल्डिंग भी होगी, साथ ही इंटरचेंज लूप भी बनाया गया है. एनएचएआई ने निर्धारित समय से 5 महीने पहले अक्टूबर तक इसके निर्माण को पूरा करने का दावा किया है. प्रयागराज नेशनल हाईवे से आने वाले वाहन अब बिना शहर में प्रवेश लिए राजातालाब से सीधे बाबतपुर एयरपोर्ट रोड हरऊआ पर निकल जाएंगे. जिससे शहर में लगने वाला जाम खत्म हो जाएगा. ट्रकों को अब नोइंट्री खुलने का इंतजार भी नहीं करना पड़ेगा, यानी उद्योग धंधों के विकास का पहिया निरंतर चलता रहेगा.
नहीं करना होगा नो एंट्री खुलने का इंतजार
प्रदेश का इंफ़्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने से ही उधोग धंधों को भी रफ़्तार मिलेगी. वाराणसी में रिंग रोड फेज टू पैकेज- 1 का काम अपने अंतिम पड़ाव पर है. करीब 16.98 किलोमीटर के इस सड़क के बन जाने से उद्योग धंधों को ही गति नहीं मिलेगी, बल्कि पर्यटन उद्योग को भी पंख लग जाएगा. प्रयागराज और चंदौली की तरफ से आने वालों को बनारस के अंदर, जौनपुर, आजमगढ़ और गाजीपुर जाने के लिए नो इंट्री खुलने का इंतजार नहीं करना पड़ेगा. इसके अलावा बाबतपुर, सारनाथ और मोहनसराय से पहले बड़े वाहनों का जाम लगा रहता है. प्रयागराज राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित राजातालाब से बाबतपुर रोड हरऊआ तक सड़क बनने के साथ शहरवासियों को जाम से मुक्ति मिल जाएगी. बड़े वाहन शहर के अंदर प्रवेश नहीं करेंगे. प्रदूषण से बचत होगी. शहर की सड़के खराब नहीं होंगी.
ऐसी सुविधा पूर्वांचल में पहली बार
नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया वाराणसी के टेक्निकल मैनेजर ललित कुमार सिंह ने बताया कि पूर्वांचल की ये पहली रोड होगी, जिसकी कई ख़ासियत है. इस रिंग रोड पर इंटरचेंज लूप बनाया गया है. जिससे आपको राष्ट्रीय राजमार्ग से रिंग रोड पर आने के लिए घूमना नहीं पड़ेगा. साथ ही करीब 240 मीटर का बस बे, ट्रक ले बाई बनाया गया है. मतलब यदि ट्रक या बस खराब होती है, तो उसे लाकर यहां खड़ा किया जा सकता है. जिससे यातायात बाधित न हो. ट्रक ड्राइवर के लिए सुविधा युक्त सर्विस बिल्डिंग भी होगी. जिसमें वे अपनी गाड़ी बनने तक रुक सकता सकता है. स्थानीय लोगों की सुविधा और दुर्घटना से बचाने के लिए इस 16.98 कलोमीटर की सड़क पर 13 अंडर पास बनाए गए है.
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इतनी है लागत
लगभग 435 करोड़ की लागत से रिंग रोड फेज टू पैकेज 1 बन रहा है. 16.98 किमी की सड़क में करीब 13 किमी अधिक का काम पूरा हो चुका है. इसमें सड़क, डिवाइडर, सर्विस रोड, यात्रियों के बैठने के लिए विश्राम स्थल तथा जगह-जगह पौधे लगाने का काम तेजी से चल रहा है. वहीं, वरुणा नदी पर एक तरफ का पुल बन गया है. पुल पर दूसरी ओर का भी काम जोरों पर है, समय से करीब 5 महीनें पहले अक्टूबर तक रिंग रोड फेज टू पैकेज -1 का काम पूरा हो जाने की पूरी सम्भावना है.
यह है परियोजना
- हरहुआ से राजातालाब की दूरी-17 किलोमीटर.
- कार्य पूरा करने की अवधि- अक्टूबर 2021.
- कार्य प्रारंभ की तिथि- वर्ष 2019.
- कार्यदायी संस्था- एनएचएआई.
- कुल लागत- 450 करोड़ रुपये.
- रिंग रोड फेज-दो को सितंबर तक पूरा करना है.